कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक मिनरल्स से भरपूर परवल में विटामिन-ए, बी और सी के साथ हेल्दी फाइबर भी पाए जाते हैं, जो डाइजेशन के लिए काफी मददगार हैं। आइए जानें विस्तार से।
सदाबहार सब्जी परवल
भारत की महत्वपूर्ण सब्जियों में से एक परवल को पटोला या हरा आलू भी कहा जाता है। आम तौर पर भारतीय घरों में इसकी सब्जी बनाई जाती है लेकिन उत्तर प्रaदेश, बिहार और बंगाल जैसे राज्यों में इसकी मिठाई भी बनाई जाती है, जिसे लोग काफी चाव से खाते हैं। दिल के आकार की पत्तियों वाली ये सब्जी आम तौर पर सदाबहार होती है, लेकिन अधिक सर्द मौसम में इसका पौधा सूखकर मर जाता है। साथ ही यह खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है। आपको यह भी बता दें कि इस सब्जी के कई औषधीय गुण भी हैं।
दिल का रखे ख्याल
आम तौर पर परवल एक ऐसी सब्जी है, जिसे बेहद शौक से नहीं खाया जाता, लेकिन इसके इतने सारे फायदे है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकती। विशेष रूप से इसमें विटामिन-ए, बी -1, बी-2 के साथ विटामिन-सी पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखते हुए हमारे दिल को स्वस्थ रखता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
मौसम बदलने के साथ ही सर्दी और फ्लू जैसी समस्याएं आम तौर पर देखी जाती हैं। ऐसे में नियमित रूप से परवल का सेवन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ परवल हमारे खून की अशुद्धियों को भी दूर करता है, जिससे हमें न सिर्फ चेहरे पर आ रहे मुंहासों से राहत मिलती है, बल्कि हमारी त्वचा भी निखर जाती है।
पाचन शक्ति को बनाता है बेहतर
ऐसा माना जाता है कि सुर्ख हरे रंग के परवल में फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है, जो हमारी पाचन शक्ति को बेहतर बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। तो अगर आप इसे पचाने में कामयाब हो जाती हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी पाचन शक्ति काफी अच्छे से काम कर रही है और आपको स्वास्थ्य समस्याएं न के बराबर है, क्योंकि हमारी स्वास्थ्य समस्याओं की असली जड़ हमारा पेट है।
बीजों से न करें परहेज
कुछ लोगों को परवल पसंद नहीं होता तो कुछ परवल तो खाती हैं लेकिन इसके बीजों से उन्हें परहेज होता है। ऐसे में परवल की सब्जी बनाने से पहले ही वो इसके बीजों को निकालकर फेंक देती हैं। अगर आप भी ऐसा करती हैं तो रुक जाइए। दरअसल, परवल के बीजों से शुगर का स्तर संतुलित रहता है और इससे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नहीं बढ़ती। तो अब जब अगली बार आप परवल बनाएं तो इनके बीजों के साथ बनाएं, जिससे आप अपने दिल के साथ अपनों के दिल का भी खास ख्याल रख पाएं।
वजन कम करने में भी सहायक है परवल
आज के दौर में जिस तरह की हमारी लाइफस्टाइल हो चुकी है उसमें बढ़ता वजन सबसे बड़ी समस्या है। ऐसे में हम सभी अपना वज़न संतुलित करने में लगे रहते हैं, लेकिन इसमें हमें कितनी सफलता मिलती है, इससे हम सब अच्छी तरह वाकिफ हैं। ऐसे में नियमित रूप से अपने आहार में परवल को शामिल कर आप अपने बढ़ते वजन पर कुछ हद तक लगाम लगा सकती हैं।
विदेशियों ने भी माना इसका जादू
परवल, कद्दू के परिवार से संबंधित एक गर्म तासीर वाली औषधीय गुणों से भरपूर सब्जी है, जिसके कई फायदे हैं। आयुर्वेद के अनुसार परवल स्त्रियों के लिए काफी लाभकारी है। जहां गर्भवती स्त्रियों को आठवें महीने में अन्य खाद्य पदार्थों के साथ परवल की जड़ देने का नियम है, वहीं पेट की समस्याओं के अलावा वात, पित्त और कफ के साथ बुखार और कुष्ठ रोग में भी परवल का काफी योगदान रहा है। औषधीय गुणों से भरपूर परवल ने अपने इन्हीं सारे गुणों की बदौलत भारतीय किचन के साथ विदेशी किचन में भी अपनी पैठ बना ली है।
तो अगली बार परवल की सब्जी देखकर मुंह बनाने की बजाय उसके गुणों को याद कर उससे मोहब्बत करना मत भूलिएगा।