अदरक की सबसे खास बात यही होती है कि अदरक कमाल तरीके से काम करता है। यह कई रोगों से मुक्ती दिलाता है। अदरक में जिंजरोल नाम का एक तरह का कंपाउंड पाया जाता है और यह बेहद फायदेमंद है होता है। आपको जान कर हैरानी होगी कि इसमें एक साथ इतने पौष्टिक तत्व मिलते हैं कि शरीर के लिए सभी बहुत अच्छे होते हैं, इन विटामिन की बात करें कि विटामिन बी3, विटामिन बी6, विटामिन सी, आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम और फोलेट भी पाए जाते हैं। आइए जानें इसके खास फायदे।
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है
अदरक की खूबी यह होती है कि इसमें जो एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, वह ब्लड प्रेशर को नियंत्रण करने में कमाल का काम करते हैं, इसमें जो नेचुरल डायरेक्टिस होते हैं, वह भी ब्लड प्रेशर को सामान्य करने का काम करते हैं, इसलिए आपको ब्लड प्रेशर कंट्रोल के बारे में जरूर सोचना चाहिए कि कैसे अदरक को अपने आहार में शामिल करके आप अपनी सेहत को और ब्लड प्रेशर को सामान्य रख सकें।
इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाएं
यह बेहद जरूरी है कि इम्यून सिस्टम को अच्छा बना कर रखा जाये और यह काम अदरक खाने से काफी अच्छा हो जाता है, क्योंकि यह इम्यून सिस्टम को काफी बेहतर बनाने के काम आता है। चूंकि इसमें विटामिन सी का अच्छा सोर्स होता है, यह एक अच्छा स्रोत है, इसलिए इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने में इसका जवाब नहीं होता है, सो आपको जरूर अदरक को अपने खाने में जरूर शामिल करना चाहिए, यह एक अच्छा आहार है। यह कई रोगों से लड़ने में भी मदद करता है।
वजन नियंत्रण
कम लोगों को ही इस बात की जानकारी होगी कि वजन नियंत्रण के लिए बेहद जरूरी है कि अदरक को शामिल किया जाए, तो वजन को नियंत्रण को करने में काफी मदद मिलती है, क्योंकि इसमें जो एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, वो आपके फैट को बर्न करने में मदद मिलती है।
डायबिटीज में भी राहत
चूंकि अदरक के सेवन से ब्लड शुगर अच्छी तरह से कंट्रोल होता है, इसलिए ये ब्लड शूगर को भी मेंटेन करने में मदद करता है। गौरतलब है कि अदरक के सेवन से हृदय रोग के विकास के उच्च जोखिम वाले लोगों में हृदय रोग के जोखिम कारकों को कम करती है, जिनमें मधुमेह वाले लोग भी शामिल हैं। टाइप 2 वाले मधुमेह में पाया गया कि छह से 12 सप्ताह तक प्रतिदिन एक से तीन ग्राम अदरक की खुराक से उनके रक्त लिपिड( ब्लड लिपिड) प्रोफाइल बेहतर होता है और भविष्य में ब्लड शुगर की परेशानी नहीं होती है।
मतली की परेशानी की रोकथाम
अदरक में पाए जाने वाले कुछ कम्पाउंड, जैसे शोगोल और जिंजरोल, लार और गैस्ट्रिक स्राव के प्रवाह को उत्तेजित करके( स्टिमुलेट) करके, गैस जैसी परेशानी से दूर भगाने का काम करते हैं और मतली की परेशानी में काफी मदद कर देते हैं।
दर्द की परेशानी में राहत
अदरक की बात करें तो अदरक में जिंजरोल नामक एक शक्तिशाली कम्पाउंड होता है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और सूजन वाले एंजाइमों को कम करता है। इसलिए अदरक "सूजन संबंधी स्थितियों और दर्द से राहत, विशेष रूप से मासिक धर्म में ऐंठन और गठिया-आधारित स्थितियों के लिए फायदेमंद माना जाता है। साथ ही अदरक के सेवन से ऑस्टियोआर्थराइटिस से जुड़े घुटने के दर्द की परेशानी भी कम होने लगती है। बात गर सूखे या ड्राई अदरक की करें तो सूखे अदरक में भी सूजन-रोधी यौगिक( एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण) होते हैं, इसलिए इनका भी सेवन करना दिलचस्प है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में सहायक
अदरक कई तरह से कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में यकीन करता है। एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग रोजाना अदरक की गोलियां लेते हैं, उनमें 45 दिनों के बाद ट्राइग्लिसराइड्स, कुल कोलेस्ट्रॉल और खराब कोलेस्ट्रॉल (जिसे कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन या एलडीएल के रूप में जाना जाता है) के स्तर में उन लोगों की तुलना में कमी देखी गई, जिन्हें प्लेसबो दिया गया था। इसलिए इसको कंट्रोल करने के लिए भी यह काफी सहायक है।
अल्जाइमर को ठीक करने में मदद
दरअसल, अदरक में जो जिंजरोल, शोगोल और जिंजरोन जैसे कई फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं और यह कई बार न्यूरोन की प्राकृतिक क्षति को रोकने में मदद कर सकते हैं, यही वजह है कि अल्जाइमर की समस्या में निदान मिलने में काफी मदद मिल सकती है।
पीरियड के दर्द में राहत
अदरक में दर्द निवारक गुण होते हैं और अध्ययन से यह बात सामने आ गई है कि यह पीरियड के दर्द से राहत दिलाने में सबसे अधिक मदद करता है। पीरियड के दौरान अदरक की चाय पीने से भी मतली से राहत मिल सकती है। इसलिए उस समय अदरक वाली चाय पी जा सकती है। पीरियड में अगर क्रैम्प्स आ रहे हैं, तब भी आपको अदरक का इस्तेमाल करना चाहिए, यह बहुत राहत देता है।
अदरक के साइड इफेक्ट्स
अदरक अगर जरूरत से ज्यादा सेवन किया जाता है तो काफी नुकसान होता है। अगर इसके अत्यधिक सेवन की बात करें, तो जिनको पाइल्स की परेशानी है, उन्हें अदरक नहीं खाना चाहिए। साथ ही हार्ट बर्न, दस्त , डकार की परेशानी को भी बाय-बाय कहा सकते हैं, दरअसल हर दिन आपको इसका 5 ग्राम से अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए, इसलिए इसके सेवन करते हुए कुछ बातों का ख्याल रखें।
त्वचा और बालों के लिए भी अच्छा
अदरक में जो एंटीसेप्टिक और क्लींजिंग एजेंट होते हैं, वो त्वचा के दानों को और मुंहासों की समस्या को पूर्ण रूप से हटाने में मदद करते हैं, साथ ही यह उन बैक्टीरिया को खत्म कर देता है, जो चेहरे से मुंहासों का कारण बनते हैं। दरअसल, अदरक और नीम्बू एक ऐसी चीज होती है, जिसका बहुत अच्छे तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आपको झुर्रियों की परेशानी है, तो आपको अदरक को सुखाकर उसका पाउडर बना लेना है और फिर उसमें एक चम्मच चंदन पाउडर और दो चम्मच नींबू का रस मिला कर लगाना चाहिए और फिर इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगा कर रखना चाहिए और धो लेना चाहिए, साथ ही इसके फेस पैक से टैनिंग की समस्या भी नहीं होती है। इसके अलावा, अदरक का रस माइग्रेन में होने वाले दर्द को भी नियंत्रित कर आराम पहुंचाने का काम कर सकता है। एक खास बात यह भी है कि अदरक अन्य शारीरिक समस्याओं के साथ ही आर्थराइटिस की समस्या से निदान दिलाने में मदद करता है।
इंफेक्शन से बचाएं
अदरक की खास बात यह है कि इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण मौजूद होता है, इसलिए बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण से बचाव करने में मदद करता है, इसलिए बेहद जरूरी है कि अगर आपको इंफेक्शन है तो इसमें राहत के लिए अदरक का सेवन करें।
कैसे रखें अदरक को तरोताजा
अदरक को बेहद जरूरी है कि इसको हमेशा वैक्यूम या एयरटाइट डिब्बे में रखना चाहिए, साथ ही यह जान लें कि अदरक को करीब एक हफ्ते के लिए फ्रिज में रख कर सुरक्षित रखा जा सकता है।