लौंग के स्वास्थ्य के लिए काफी जरूरी है, इसकी सबसे खास यही होती है कि बहुत छोटे-छोटे लौंग भी काफी कमाल कर जाते हैं। लौंग के पेड़ की फूल की कलियों की बात की जाए तो यह एक सदाबहार पौधा है, जिसे साइज़ियम एरोमेटिकम के नाम से भी जाना जाता है। लौंग अपनी सुगंध के लिए खासतौर से जाना जाता है। साथ ही यह एक मसाले के रूप में जाना जाता है। लौंग को मीठे खाने में भी इस्तेमाल करते हैं। कई डिश में इसका इस्तेमाल भी होता है। सबसे खास बात यह है कि यह वजन नियंत्रण के भी काम में आता है।
पोषक तत्व
लौंग की खूबियों की बात करें तो लौंग एक बंद फूल की कली होती है, जो मर्टेसी कुल के वृक्ष सिज्जयम एरो गिटारम पर उगता है। गौरतलब है कि लौंग का रंग गहरा भूरा होता है और इसकी गंध बहुत अच्छी होती है और यह गर्म, अत्यधिक मीठा, तीखा और थोड़ा कसा हुआ होता है। लौंग में फाइबर, विटामिन और खनिज होते हैं, इसलिए अपने भोजन में स्वाद जोड़ने के लिए साबुत या पिसी हुई लौंग का उपयोग करने से कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्व मिलते हैं। इसमें कार्ब्स 1 ग्राम, छह ग्राम कैलोरी, फाइबर एक ग्राम और मैंग्नीज होता है। लौंग के नाम की अगर हम बात करते हैं तो इसे लौंग, लवांग, लाउमग, लवंगा, लवंगका, लवंगम, भद्रासरिया, देवकुसुम, हरिकंदना, देवपुस्पा, वरला, लुवांग, लवंग, लवंगा, लबंगा, लौंग, ग्रम्पु, करयंपु, करंपु, लवंगा जैसे कई नामों से पुकारा जाता है।
बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट
यह बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट्स वाला स्रोत है, इसकी खास बात यह है कि यह कई महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों से भरपूर होने के अलावा एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, दरअसल, एंटीऑक्सिडेंट ऐसे कम्पाउंड होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं और अगर आप पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं, तो उसको कम करने वाले गुण लौंग में होते हैं, दरअसल इसमें यूजेनॉल नामक एक कम्पाउंड होता है, जो प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है।
बैक्टेरिया को खत्म करता है
लौंग में रोगाणुरोधी गुण पाए गए हैं, जिसका अर्थ है कि वे बैक्टीरिया जैसे सूक्ष्मजीवों के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं, इसके अलावा, लौंग के जीवाणुरोधी गुण मौखिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकते हैं। लौंग से निकाले गए यौगिकों को दो प्रकार के जीवाणुओं के विकास को रोकने के लिए पाया गया जो मसूड़ों की बीमारी को बेहतर करने में मदद करते हैं। गौरतलब है कि इसी कारण से लौंग और तुलसी से बने हर्बल माउथवॉश के प्रभावों को बेहतर करते हैं। यह मसूड़ों के स्वास्थ्य में सुधार करने में भी मदद करता है। साथ ही मुंह में प्लाक और बैक्टीरिया की मात्रा में भी बेहतर करने में मदद करता है।
डायबिटीज की रोकथाम में मदद
मधुमेह को भी कंट्रोल करने में अगर आपको किसी चीज से मदद मिल सकती है तो वह है लौंग। लौंग का अर्क और नाइजेरिसिन, जो लौंग के अर्क का एक घटक है, यह इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है। यह ग्लूकोज टॉलरेंस में मदद करता है, साथ ही यह इंसुलिन स्राव और बीटा सेल फंक्शन में सुधार करने में मदद करता है।
इसलिए लौंग का सेवन करना डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी अच्छा होता है।
सूजन दूर करने में मददगार लौंग
लौंग का तेल भी कई रूपों में इस्तेमाल होता है और इसकी सबसे खास बात यही होती है कि यह यूजेनॉल श्वसन मार्ग को बेहतर करने में मदद करता है और यही वजह है कि गले से सम्बंधित जो भी या इससे जुड़ीं बीमारियां जैसे कि ब्रोंकाइटिस, खांसी, सर्दी, दमा और साइनस जैसे ऊपरी श्वसन रोगों को ठीक करने के लिए एक्सपेक्टोरेंट का कार्य करता है। लौंग में काएम्फेरोल, कैरियोफिलीन, और रमनेटिन जैसे कई फ्लेवोन्वाएड्स होते हैं, जो कि एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी कार्य में योगदान दे सकते हैं। इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है।
लौंग के तेल के भी हैं कई फायदे
लौंग का तेल सूखे फूलों की कलियों को सूखा कर बनाया जाता है, जो लौंग के पेड़ से एकत्रित किये जाते हैं। खास बात यह है कि अन्य पेड़ों की तरह इस पेड़ के भी अन्य भागों जैसे पत्तियों और तनों का उपयोग किया जाता है। यह तेल अच्छी बात है कि बिना किसी रंग का होता है, इसमें एक खास सुगंध होती है, इनका उपयोग सर्दियों में भी अधिक होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि लौंग का तेल आपकी त्वचा को अच्छे से मॉइस्चराइज करता है। यह आंखों के आस-पास के हिस्से को सूजन से बचाता है। यह आंखों के आस-पास के निशान को भी कम कर देता है। यह जड़ी-बूटियों वाले तेल में भी मिलाया जाता है। लौंग का तेल खुजली और जलन की समस्या को भी दूर करने में काफी मदद करता है। ब्लड सर्कुलेशन में भी लौंग के तेल का जवाब नहीं होता है। यह पेट दर्द को भी शांत करने में मदद करता है, यही नहीं अगर आपको दांतों में किसी तरह का दर्द है और आपको फौरन राहत चाहिए तो आपको जरूर लौंग के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए, यही नहीं लौंग का पानी बालों को भी तेजी से बढ़ाने में मदद करता है, इसे अगर रोजमेरी और बाकी के तेलों में डाल कर बालों में लगाया जाए तो। इसलिए यही कोशिश करनी चाहिए कि लौंग के तेल का इस्तेमाल सही तरीके से कर लिया जाये।
लौंग के स्वास्थ्य से जुड़े सवाल और जवाब
क्या साइनस की समस्या से निजात पाने के लिए लौंग का सेवन किया जाना चाहिए
हां, साइनस में अगर आप लौंग को सूंघती हैं, तो आपको काफी राहत मिल सकती है, यही नहीं सुबह के समय में लौंग की चाय पीना भी सेहतमंद साबित होता है।
मॉर्निक सिकनेस में भी राहत दिलाता है लौंग
लौंग एंटी सैप्टिक है, यह अपच को ठीक कर देता है। साथ ही उल्टी या बाकी ऐसी कोई परेशानी को दूर करने में मदद करता है।
इम्यूनिटी के लिए कैसे अच्छा है लौंग
लौंग की यह खासियत होती है कि इम्यूनिटी को बढ़ाकर इंफेक्शन और सर्दी-जुकाम से आपको राहत दिलाता है। यह आपकी त्वचा के लिए बेस्ट साबित होता है।