जिनसेंग होम्योपैथी दवाओं के रूप में जाना जाता है, यह एक लोकप्रिय स्वास्थ्य पदार्थ है, जो मूल रूप से एक पौष्टिक जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है। यह मुख्य रूप से उत्तरी चीन और कोरिया में पाया जाता है और साइबेरिया के भी कुछ स्थानों में पाया जाता है, इसकी जड़ें गुदेदार होती है। जिनसेंग का उपयोग चीनी चिकित्सा में किया गया है। औषधीय गुणों के कारण, इसे पश्चिमी देशों में खूब अपनाया जा रहा है। जिनसेंग चाय, कैप्सूल और पाउडर के रूप में पाया जाता है, हालांकि, जिनसेंग चाय अधिक प्रभावी मानी जाती है, क्योंकि इसके उपयोग से ब्लड फ्लो तेज होता है। यह जड़ी-बूटी आपके स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए उपयोगी है। तो आइए इसके उपयोग के बारे में विस्तार से बताते हैं।
जिनसेंग के प्रकार
जिनसेंग मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं, एक तो यह सफेद होते हैं, दूसरा लाल होता है। सफेद जिनसेंग को धूप में सूखा कर और लाल जिनसेंग को भांप पर पका कर शुद्ध किया जाता है। जिनसेंग के जिन पौधों की उम्र पांच से छह साल होती है, उन्हीं ही पौधों को औषधि के रूप में सही माना जाता है।
त्वचा के लिए जिनसेंग के फायदे
जिनसेंग को एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में एक शानदार हर्ब माना जाता है। इसके सेवन करने से फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद मिलती है, त्वचा में निकलने वाले दाग धब्बों से भी पूरी तरह से निजात मिलता है। जिनसेंग के इस्तेमाल से बढ़ती उम्र का जो असर चेहरे पर नजर आता है, उसके लक्षणों को कम किया जा सकता है। जिनसेंग के सेवन से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर ठीक होता रहता है। साथ ही यह ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर करने में मदद करता है, जिससे त्वचा पर झुर्रियों की परेशानी दूर हो जाती है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स गुण त्वचा को बाहरी प्रदूषण से बचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह त्वचा में निखार भी लाता है, यह त्वचा में मेलेनिन के निर्माण को कम करता है, जो हाइपर पिग्मेंटेशन की परेशानी को दूर कर सकता है। यह त्वचा में रोमछिदों को बंद करने में लाभकारी साबित होता है। साथ ही यह त्वचा में जो सूजन की परेशानी होती है, उसमें भी राहत देता है, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जिससे त्वचा में सूजन और रेडनेस की और पफीनेस की परेशानी से निजात मिल जाता है। इसके इस्तेमाल से त्वचा पर एक्ने और सोरायसिस की परेशानी भी दूर हो जाती है। यह त्वचा से एक्सट्रा ऑयल को भी दूर करने में मदद करता है। इसलिए इनका इस्तेमाल त्वचा में लगाने के लिए तेल के रूप में भी होता है, इसके तेल की कुछ बूंदों को अगर चेहरे पर लगाया जाये, तो इससे चेहरे को काफी फायदा होता है। इसका इस्तेमाल टोनर के रूप में भी किया जा सकता है। रात को सोने से पहले या चेहरे से गंदगी हटाने के लिए टोनर जरूरी होता है।
मानसिक स्वास्थ्य में लाभदायक है जिनसेंग
जिनसेंग का उपयोग इंसान में दिमागी क्षमता को बढ़ावा दे सकता है। वहीं, एक शोध में पाया गया है कि यह अल्जाइमर के लक्षण यानी याददाश्त की समस्या को भी दूर करता है, इससे बनी चाय पीने से मस्तिष्क को राहत पहुंचती है और तनाव को कम करने में भी यह मदद करता है। दरअसल, इसमें जो एडाप्टोजन होता है, वह शरीर में हार्मोनल स्तर को बदलने के लिए खास तौर से मदद करता है और शरीर में किसी भी तरह के तनाव के स्तर को कम करने और मूड को बेहतर संतुलन को बनाये रखने में भी मदद किया है।
वजन नियंत्रण में मदद
जिनसेंग में पाए जाने वाले रसायनों का शक्तिशाली रूप भूख को कम करने में मदद करता है, साथ ही जब ड्राई जिनसेंग या इसके पाउडर का आप सेवन करते हैं, तो इससे आपको जिस हार्मोन की वजह से काफी भूख लगती है, उसे कम करने में मदद मिलती है। इसमें एंटी-ओबेस्टी गुण भी होता है और विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि जिनसेंग शरीर में पाचन क्रिया को मजबूत बनाने का काम कर सकता है। साथ ही यह शरीर पर अतिरिक्त वसा को चढ़ने भी नहीं देता है।
डायबिटीज को नियंत्रण करने में लाभदायक
डायबिटीज को भी सही तरीके से अगर नियंत्रण करने की बात आये तो इसमें भी जिनसेंग लाभदायक ही साबित होता है। ऐसा माना जाता है कि खाना खाने से दो घंटे पूर्व अगर तीन ग्राम जिनसेंग का सेवन किया जाए, तो टाइप 2 डायबिटीज की परेशानी कम हो सकती है, उनका ब्लड शुगर को ठीक करने में मदद मिलती है। यह एक हर्बल उपचार माना जाता है। जिनसेंग का खाली पेट और खाने के बाद सेवन करना अच्छा होता है।
इम्यून सिस्टम और थकान में बेहतर होता है
जिनसेंग की चाय के सेवन से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है, यह वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण होने के रिस्क को कम करता है। इसलिए, अगर कभी आपको सर्दी या जुकाम हो तो, इससे आपका इम्यून सिस्टम बेहतर होगा।
जिनसेंग से होने वाले अन्य फायदे
जिनसेंग के बारे में विशेषज्ञ बताते हैं कि जिनसेंग के उपयोग से कैंसर की समस्या से बचा जा सकता है। साथ ही यह कैंसर के कुछ लक्षण से भी राहत दिलाने का काम कर सकता है। इसके उपयोग से कैंसर की स्थिति में होने वाले थकान से राहत मिल सकती है। जिनसेंग कैंसर का कोई सटीक इलाज नहीं है। साथ ही वह संक्रामक बीमारियों से निजात दिलाने में कारगर साबित होता है, जिनसेंग रेजिस्टेंस बूस्टर के रूप में काम करता है। इससे संक्रमक बीमारियों को फैलाने वाले वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा मिलता है। फेफड़ों से जडी कई समस्या एक तरह का इंफ्लेमेटरी विकार हो सकता है, इसमें जिनसेनोसाइड्स गुण पाए जाते हैं, जो एंटी इंफ्लेमेटरी के रूप में काम कर सकते हैं। इससे लंग्स की समस्या से राहत मिलती है। इसके अलावा, जिनसेंग पीरियड से होने वाले दर्द से मिलने वाली राहत के लिए भी काम करता है। इसमें किसी भी तरह की कोई नकारात्मक प्रभाव देखने को नहीं मिला।
जिनसेंग का कैसे करें इस्तेमाल
जिनसेंग का इस्तेमाल आप पाउडर, जड़ और कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होता है, जिसे कई तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। जिनसेंग पाउडर या जड़ की चाय बना कर सुबह या शाम को पी सकते हैं, जिनसेंग की चाय का भी उपयोग कर सकते हैं, जिसे सुबह की शुरुआत या शाम में भी सेवन कर सकते हैं। इसे चिकन सूप बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसको दिनभर में 2 से 3 ग्राम मात्रा ली जा सकती है, लेकिन इसे एक साथ न लेकर दिनभर में तीन से चार बार लिया जा सकता है। इसका निरंतर तीन से 4 सप्ताह तक उपयोग किया जा सकता है। साथ ही इसका उपयोग इस बात पर भी निर्भर होगा कि आखिर आपको किस वजह से इसे लेना है। इसके इस्तेमाल में एक बात का ख्याल रखें कि जिनसेंग की जड़ सूखी न हो, इसकी जड़ों में अधिक गांठें नहीं होनी चाहिए। इसे फ्रिज में रख कर लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। जिनसेंग की जड़ को गीले कपड़े में बांध के रखना चाहिए।
जिनसेंग के नुकसान
जिनसेंग का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने से सिरदर्द, पाचन और नींद से संबंधित समस्याओं का होना है, गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद इसे इस्तेमाल करना चाहिए, हाई बीपी और हृदय संबंधी बीमारियों वाले व्यक्ति को भी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इसके साथ ही किसी अन्य दवाई को नहीं खाना चाहिए।
तो जिनसेंग, एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसके सेवन से शरीर को स्वस्थ रखा सकता है। इसके कई लाभ हैं , लेकिन इसके साइड इफेक्ट का भी ख्याल रखा जाना चाहिए।
जिनसेंग से जुड़े सवाल जवाब
जिनसेंग से किस तरह के नुकसान हो सकते हैं ?
जिनसेंग के उपयोग से काफी नुकसान हो सकता है, इससे सिर दर्द, पाचन और नींद से जुड़ी समस्या भी हो सकती है। इसलिए बिना डॉक्टर के सलाह के कोई भी कदम नहीं उठाएं।
जिनसेंग का प्रभाव कबतक महसूस होने लगता है ?
हर व्यक्ति में इसका प्रभाव अलग-अलग तरीके से होता है, कम से कम दो से चार दिन में इसका असर दिखने लगता है।
क्या यह किडनी के लिए सही होता है ?
इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, तभी इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।