अपनी जिंदगी को एवरग्रीन यानी कि सदाबहार बनाने के लिए जरूरी है कि आप खान-पान को भी हरा-भरा रखें। जिस तरह घर में सकारात्मकता लाने के लिए पौधों को लगाने की सलाह दी जाती है, ठीक इसी तरह अपने शरीर में भी सेहतमंद हरियाली लाना जरूरी है। कई बार चिकित्सक भी इस बात की सलाह देते हैं कि खान-पान में सेहतमंद चीजों को शामिल करें, खासतौर पर हरी सब्जियों और फलों को खाने की कड़ी हिदायत दी जाती है, जो कि गर्मी के मौसम में हमारे शरीर में पानी के साथ फाइबर की कमी को भी पूरा करता है। हालांकि हर बार होता यह है कि एक ही तरह से हरी सब्जियों का सेवन कर खाने का मेन्यू उबाऊ हो जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे अपने जीवनशैली में ग्रीन डायट अलग तरीके से शामिल कर खाने और जीवन का स्वाद बढ़ा सकती हैं। इस बारे में आइए विस्तार से जानते हैं डायटीशियन एवं न्यूट्रीशियन मीना हरदासनी से। मीना कहती हैं कि गर्मी का मौसम छुट्टियों के साथ ढेर सारे ऐसे ग्रीन डायट के पर्याय हमारी थाली में लेकर आता है, जो कि हम सभी के शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं।
गर्मी में ग्रीन फल खाएं और स्वस्थ्य रहें
डायटीशियन मीना कहती हैं कि गर्मी में शरीर में पानी की कमी के कारण मीठा खाने का सबसे अधिक मन होता है। खुद को मीठे से दूर रखने के लिए प्राकृतिक मिठास को खाने में घोलना जरूरी है। आप अपने खाने में ग्रीन फलों को शामिल करके खुद को स्वस्थ्य जीवनशैली दे सकती हैं। देखा जाए तो, गर्मी में मौसम के अनुसार ऐसे फल मिलते हैं, जो पहले से पानी की मात्रा से भरपूर होते हैं। खासतौर पर आम, अंगूर और संतरा। इन फलों में प्राकृतिक मिठास के साथ पानी और फाइबर भी होते हैं। साथ ही आप नारियल पानी और नींबू पानी का भी सेवन अधिक कर सकती हैं। इसके साथ अपने पसंद के फलों का जूस बिना शक्कर के बनाकर पी सकती हैं।
खुद के लिए तैयार करें ग्रीन थाली
मीना मानती हैं कि गर्मी में खाने की थाली भी पोषण से पूर्ण होनी चाहिए। वे कहती हैं कि हम सभी को न केवल गर्मी के मौसम में, बल्कि हर मौसम में अपने खाने की थाली को तैयार करना चाहिए। रहा सवाल गर्मी का तो, ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों और फलों से यह थाली भरी होनी चाहिए। अगर आप डायबटिस या फिर किसी बीमारी से पीड़ित है, तो डॉक्टर से सलाह करने के बाद ही खुद के लिए थाली तैयार करें और किसी भी तरह की कोई शारारिक परेशानी न होने पर आप अपनी प्लेट को कुछ इस तरह से तैयार कर सकती हैं। इसके लिए खाने की थाली की आधी जगह में हरी सब्जियां जैसे कि परवल( पटल, परबल), लौकी, शिमला मिर्च और ककड़ी को अपने आहार में शामिल करें। आप अपने पसंद का कोई मौसमी फल भी इसमें शामिल कर सकती हैं। बाकी की बची हुई आधी जगह में अनाज जैसे- दाल, चावल या फिर रोटी रखें और बची हुई जगह प्रोटीन को दें।
ऑफिस या फिर यात्रा के समय ऐसे रखें खुद का ध्यान
मीना कहती हैं कि जब भी आप ऑफिस जाती हैं या फिर घूमने जा रही हैं, तो चाय, कोल्ड कॉफी, मिल्क शेक का सेवन नहीं करें। इसके बदले आप नारियल पानी, नींबू पानी, फलों का जूस या फिर पुदीना से बनीं छाछ भी पी सकती हैं। इससे आपके शरीर को पानी मिलने के साथ इम्यूनिटी भी मजबूत होगी। साथ ही यह सारी चीजें हमारे शरीर को संतुलित भी करती हैं। हो सकें तो घर से ही अपने लिए ग्रीन टिफिन तैयार करके ले जाएं।
गर्मी में प्राकृतिक सुंदरता से सजाएं अपनी सेहत
मीना का कहना है कि गर्मी में किचन में गैस के सामने अधिक समय गुजारने से बचें। इसके लिए अपने खाने के मेन्यू में सूप, सलाद को अधिक जगह दें। सौंफ का पानी आप अपने लिए तैयार करके रख सकती हैं। स्प्राउट सलाद में अपने हिसाब से हरी चटनी या फिर हरा रायता मिलाकर एक पौष्टिक थाली खुद के लिए तैयार कर सकती हैं। अगर आप सूप बनाना चाहती हैं , तो उसके लिए पत्ता गोभी, फूल गोभी, लौंकी, या फिर सभी सब्जियों को मिलाकर भी सूप तैयार कर सकती हैं।
ऐसे बनाएं अपने ग्रीन डायट की टोकरी
मीना अंत में बताती हैं कि ग्रीन डाइट के लिए अपने घर में इन जरूरी सब्जियों और फलों को जरूर रखें। खासतौर पर धनिया, कड़ी पत्ता, ककड़ी और शिमला मिर्च के साथ लौकी का अधिक से अधिक सूप, सलाद और सब्जी के तौर पर इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे आपके शरीर को फाइबर मिलता है और पाचन क्रिया को सही रखने के लिए शरीर को भरपूर पानी भी प्राप्त होता है। अगर आप इन सभी का सेवन करने के दौरान अनाज का सेवन कम भी करती हैं, तो भी आपका शरीर एक पौष्टिक जीवनशैली की तरफ बढ़ता रहेगा।