कई लोगों के लिए, सुबह सबसे पहले ताजी कॉफी या चाय से दिन की शुरुआत करना एक खास तरीका होता है। उन्हें लगता है कि यह उनके मूड के साथ-साथ पूरे दिन को बना देता है, लेकिन असल में सुबह खाली पेट चाय और कॉफी पीने से वह अपने स्वास्थ्य को बिगाड़ रहे हैं, क्योंकि हमारी यह आदत कई बीमारियों को हमारे शरीर से जोड़ सकती है। आइए जानते हैं शरीर पर इनसे होनेवाले नुकसानों के बारे में।
पेट में अल्सर का कारण
खाली पेट उच्च कैफीन आधारित पेय पीने से सीने में जलन, सूजन, दर्द और अल्सर का दर्द बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि चाय या कैफीन आधारित पेय में मौजूद एसिड पेट में पाचन एसिड के साथ हस्तक्षेप करता है और सूजन और एसिड रिफ्लक्स का कारण बनता है, जिससे पेट में जलन की समस्या हो सकती है।
हार्ट अटैक का खतरा है बढ़ाता
हार्ट के मरीजों को चाय से दूरी रखने की सलाह दी जाती है, इसके सेवन से आपको ब्लड प्रेशर की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके सेवन से बीपी हाई हो सकता है, जिसकी वजह से दिल पर दबाव भी बढ़ेगा और इस दौरान हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है, जिसकी वजह से आपकी जान भी जा सकती है।
गट को भी करता है प्रभावित
सुबह का पहला पेय बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है, लेकिन सुबह अधिक मात्रा में कैफीन और दूध पीने से मुंह से आंत तक बैक्टीरिया के बाहर निकलने पर असर पड़ सकता है, जो पाचन और मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है। यह आदत न केवल पाचन, मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है, बल्कि पेट के गट को भी खराब करता है।
मधुमेह का रिस्क भी है बढ़ाता
जब हमारा शरीर सबसे पहले कॉफी के संपर्क में आता है, तो हमारा ब्लड शुगर नियंत्रण खराब हो जाता है। कुछ शोध से पता चलता है कि कॉफी में मौजूद कैफीन इंसुलिन संवेदनशीलता को खराब कर सकता है, जो मधुमेह वाले लोगों के लिए सही नहीं है।
मांसपेशियों में ऐंठन की परेशानी
सुबह खाली पेट चाय या कॉफी पीने से शरीर की मांसपेशियों के लिए परेशानी बन सकती है, दरअसल, सुबह जब उठते हैं, तो उस समय में बॉडी में पानी का लेवल बेहद कम होता है। चाय पीने से यह समस्या गंभीर हो सकती है। मांसपेशियों में ऐंठन भी हो सकती है।
कब्ज की दिक्कत भी होगी
खाली पेट चाय या कॉफी पीना पेट की कई समस्याओं में से एक कब्ज की समस्या के लिए भी जिम्मेदार हो सकता है। रात में घंटों सोने के कारण आपका शरीर पहले से ही डिहाइड्रेटेड होता है और जब आप सुबह उठते ही चाय पीते हैं, तो इससे डिहाइड्रेशन होता है। विशेषज्ञ का कहना है, चाय में मौजूद रासायनिक पदार्थ थियोफिलाइन, कोप्रोलाइट पर निर्जलीकरण प्रभाव डाल सकता है, जिससे कब्ज भी हो सकता है।
बुढ़ापे को बढ़ा सकता है
चाय के एंटीऑक्सीडेंट आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन इसके अधिक सेवन से विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है। चाय में मौजूद कैफीन आपकी त्वचा को डिहाइड्रेटेड कर सकता है और समय के साथ, हमारी त्वचा में महीन रेखाओं और झुर्रियों के विकास में योगदान कर सकता है।
पोषक तत्वों को रोकता है
जानकारों की मानें तो चाय में टैनिन नामक तत्व होता है, जो भोजन से आयरन के अवशोषण में बाधा डालता है। इसके अलावा, कैफीन पोषक तत्वों के अवशोषण को कम कर सकता है। मतलब साफ है कि चाय या कॉफी पीने के बाद अगर आप अपना हेल्दी नाश्ता ले रहे हैं, तो यह उनके पोषक तत्वों को शरीर में जाने से अवरोध पैदा करता है।
मूड स्विंग्स भी होते हैं
आपकी यह आदत लेवोथायरोक्सिन (सिंथेटिक थायराइड हार्मोन) के अवशोषण को प्रभावित करती है, जिससे T4 से T3 हार्मोन के रूपांतरण पर असर पड़ता है, जिससे आपको घबराहट, कंपकंपी और मूड में बदलाव सहित अन्य वापसी प्रभाव हो सकते हैं।
त्वचा संवेदनशील बन जाती है
खाली पेट कॉफी त्वचा के लिए बुरी है। कैफीन का सेवन आपकी त्वचा को अधिक संवेदनशील बना सकता है। इससे लालिमा या जलन बढ़ सकती है, खासकर यदि आपको रोसैसिया या एक्जिमा जैसी त्वचा की स्थिति है। यदि आपको बढ़ी हुई संवेदनशीलता दिखाई देती है, तो अपनी चाय या कॉफी पीने की सुबह की आदत को खत्म करने पर विचार करें।
मुंहासों को भी है बढ़ता
त्वचा की कई दिक्क्तों में चाय और कॉफी मुंहासों की भी दिक्कत को बढ़ा देता है। रिसर्च के अनुसार कॉफी या चाय के सेवन के परिणामस्वरूप मुंहासे निकलने का अनुभव हो सकता है। यह कैफीन से उत्पन्न हार्मोनल असंतुलन के कारण हो सकता है। यदि आप अपने चाय के सेवन और मुंहासों के बीच संबंध देखते हैं, तो चाय या कॉफी से दूरी से आप कुछ दिनों में ही फर्क देख पाएंगी।
बालों का झड़ना भी
रिसर्च से पता चलता है कि अत्यधिक कैफीन का सेवन, विशेष रूप से कॉफी से महिलाओं के बालों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि इससे आप अधिक एड्रेनालाईन जारी करते हैं, जो समय के साथ इसको कमजोर कर देता है और कमजोर एड्रेनल ही महिलाओं के बाल झड़ने का कारण बन सकता है।
नींद को करेगा बाधित
चाय में कैफीन होता है, जो आपके नींद चक्र को बाधित कर सकता है और अनिद्रा का कारण बन सकता है। इसलिए, जब आप पहले से ही अनिद्रा और इसके लक्षणों से पीड़ित हों तो दूध वाली चाय या कॉफी पीने से बचें।
फर्टिलिटी को कमजोर बनता है
इस बात का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है कि कैफीन गर्भवती होने की क्षमता को प्रभावित करता है, लेकिन कुछ अध्ययनों से पता चला है कि जो महिलाएं बड़ी मात्रा में कैफीन पीती हैं, उन्हें गर्भवती होने में अधिक समय लग सकता है और गर्भपात का खतरा अधिक हो सकता है।
सबसे ज्यादा पूछे जानेवाले सवाल
कॉफी और चाय पीने का सबसे अच्छा समय क्या है ?
विशेषज्ञ कहते हैं कि इसे सुबह नाश्ते के थोड़े समय बाद आप पी सकती हैं। हम जानते हैं कि कॉफी या चाय पेट में एसिड उत्पादन को बढ़ाती है, लेकिन अगर आपके पेट में भोजन है, तो यह एक बफर बनाने में सहायता करेगा जो उस एसिड को बेअसर करने में मदद करता है।
एक दिन में कितनी चाय और कॉफी पीना सही है ?
यदि आप पहले से ही एक स्वस्थ जीवन शैली जी रही हैं, लेकिन चाय या कॉफी पीना आपको पसंद है, तो एक कप सुबह और एक कप शाम को पीना सही होगा।
सिर्फ चाय या कॉफी पीना क्या सेहतमंद है ?
विशेषज्ञों का कहना है कि चाय या कॉफी के साथ हल्के स्नेक्स, कुकीज और टोस्ट जरूर लेने चाहिए। सिर्फ चाय या कॉफी पीने से बचना चाहिए। एक टोस्ट या कुकीज के साथ इसे पीना सेहत के लिए भी अच्छा माना जाता है।
चाय या कॉफी पीने से सरदर्द में राहत मिलने की बात सामने आती है ?
बिना कॉफी और चाय के भी आप सिर दर्द को खत्म कर सकती हैं। अपने आहार में कैफीन की जगह लेने के लिए अधिक पानी शामिल करें। इस दौरान पानी आपको हाइड्रेटेड रहने में भी मदद कर सकता है, जो महत्वपूर्ण है, क्योंकि डिहाइड्रेशन थकान और सिरदर्द जैसे लक्षणों को बढ़ा देता है। यह चाय या कॉफी जैसा कुछ पीने की आदत को भी कम करेगा।