गर्मी के मौसम में अधिक धूप और गर्मी में रहने के कारण कई बार शरीर में कमजोरी महसूस होती है। नींद अधिक आती है। भूख कम और प्यास अधिक लगती है। जानकारों का मानना है कि गर्मी में इन सारी तकलीफों से लगातार गुजर रही हैं, तो इसका मतलब यह है कि आप में इम्यूनिटी की कमी है और साथ ही आपको गर्मी में खासतौर पर इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खुद का अधिक ध्यान देने की जरूरत है। आइए विस्तार से जानते हैं कि आप कैसे गर्मी में अपनी इम्यूनिटी को बरकरार रख सकती हैं या बढ़ा सकती हैं।
व्यायाम को न करें अनदेखा
यह बहुत जरूरी है कि गर्मी के मौसम में आप किसी भी तरह से व्यायाम को अनदेखा न करें। गर्मी में सुबह-सुबह 30 से 40 मिनट की वॉक जरूर करें। सुबह के समय वॉक करने का फायदा यह होता है कि आपको धूप का सामना नहीं करना पड़ता है और बाहर आप आराम से वॉक करके आ सकती हैं। जानकारों का मानना है कि नियमित तौर पर व्यायाम करने के कारण आपका ब्लड सही तरीके से शरीर में अंदरूनी तौर पर कार्य करता है। आपके फेफड़ों को भी स्वस्थ्य रखता है। साथ ही रोजाना व्यायाम या फिर योग करने से तनाव की समस्या कम होती है। आपको अंदरूनी तौर पर मजबूत बनाने में व्यायम और योग जरूरी माना गया है।
संतुलित आहार लें
यह बहुत जरूरी है कि आप खुद की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नियमित तौर पर संतुलित आहार लेना आवश्यक है। गर्मी के मौसम में खास तौर पर विटामिन और मिनरल्स से भरपूर आहार लेने की कोशिश करें। साथ ही पानी से जुड़े हुए फल और सब्जियों का सेवन करने की कोशिश करें। अपने आहार में सबसे अधिक विटामिन से भरपूर खट्टे फलों को भी शामिल करें। जानकारों का मानना है कि विटामिन-सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में सबसे अधिक सहायता करता है।
विटामिन-डी का सेवन करना न भूलें
गर्मी के मौसम में आपको कड़कड़ाती धूप से जरूर बचना चाहिए। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको धूप का सामना नहीं करना है। हर मौसम की तरह गर्मी के मौसम में भी आपके शरीर को विटामिन डी की आवश्यकता होती है। विटामिन-डी इम्यूनिटी का बड़ा हिस्सा होता है और इसी से आपके शरीर की हड्डियां मजबूत होती हैं, जो कि आपके जोड़ों को भी मजबूत रखती हैं। जरूरी है कि आप सुबह के समय थोड़ी देर धूप में जरूर बैठें और रात को सोने से पहले हल्दी के दूध का सेवन करें और साथ ही दही का भी सेवन जरूर करें।
पानी पीना भी जरूरी
गर्मी के मौसम में हमें वैसे भी अधिक प्यास लगती है। लेकिन अगर आप एसी के कमरे में बैठकर काम कर रही हैं, तो ऐसे में प्यास अधिक नहीं लगती है। कोशिश करें कि पानी या फिर ऐसे पदार्थों का सेवन करें, जिसमें पानी की मात्रा अधिक रहती है। जानकारों का कहना है कि नींबू पानी, छास, तरबूज, ककड़ी जैसे पानी से भरपूर सब्जी और फलों का सेवन अधिक करना चाहिए। पानी का सेवन सही मात्रा में करने से आपके शरीर को अंदरूनी तौर पर साफ करता है और आपको फिट और हाइड्रेटेड रखता है।
नींद को न करें अनदेखा
सही तरीके से ली हुई नींद आपको अंदरूनी तौर पर स्वस्थ रखती है। जानाकरों का मानना है कि भरपूर नींद लेने से आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनी रहती है। आपको कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए। अच्छी नींद के कारण आपके शरीर के हर हिस्से को आराम करने के बाद अच्छी तरह से एक्टिव होने में सहायता मिलती है। अगर आप अपनी नींद नहीं पूरी करती हैं, तो इससे मानसिक तनाव के साथ शरीर को भी तनाव का सामना करना पड़ता है। यह माना गया है कि शारीरिक और मानसिक रूप से थके हुए व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक तरीके से काम नहीं करती है। इसलिए जरूरी है कि आपको पूरी नींद लेनी चाहिए।