वक्त नहीं है मेरे पास,अरे! बहुत काम है, मुझे सोने का भी समय नहीं मिलता, इस तरह की सोच से बाहर निकलने का वक्त आ गया है। आपने पुरानी कहावत सुनी होगी कि पहला सुख काया और फिर दूसरा सुख माया। आप भी कहीं माया यानी कि अपनी आर्थिक स्थिति और परिवार को संभालने की जिम्मेदारी के बीच अपनी सेहत को दांव पर, तो नहीं लगा रही हैं? ऐसे में जरूरी है कि आप खुद के लिए समय निकालें। आप ऐसा बिना अपने किसी भी काम को प्रभावित किए बिना कर सकती है, वो भी केवल कुछ आदतों को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करके। आइए जानते हैं विस्तार से
खुद को दें सिर्फ 15 मिनट
सिर्फ 15 मिनट, फिर चाहे सुबह हो या रात। खुद को केवल 15 मिनट का समय दें। आप जब इंस्टाग्राम पर रील्स देखने के लिए समय निकाल सकती हैं, तो उसी समय में आप खुद को 15 मिनट का समय भी दे सकती हैं। आप इस दौरान किसी तरह का कोई व्यायाम या फिर मेडिटेशन भी कर सकती हैं। माना गया है कि हर किसी को सूर्य नमस्कार के चार राउंड हर दिन करने चाहिए। आप सुबह सूर्य नमस्कार करके भी अपने दिन की एक सकारात्मक शुरुआत कर सकती हैं। अगर सुबह का समय न मिलता है, तो आप रात में सोने से पहले 10 से 15 मिनट का मेडिटेशन करके भी सो सकती हैं, या फिर किसी योग अनुभवी से बात करके अपने लिए ऐसे योग की मुद्राओं की योजना बना सकती हैं, जिसे आप 10 से 15 मिनट सुबह-रात कर सकती हैं।
खान-पान में शामिल करें रंग
खान-पान हमारे सेहत के साथ जीवनशैली के लिए भी सबसे जरूरी है। ऐसे में अपने खाने में आपको ग्रीन डाइट शामिल करना चाहिए। आप तरह-तरह के रंगों की सब्जियों और फलों का प्रयोग अपने खाने की थाली में करें। लाल टमाटर, अनार, हरे रंग के कच्चे आम, हरा पालक, पीले शिमला मिर्च के साथ कई तरह के रंग आपके खाने की थाली में पोषण का रंग भर देंगी। अगर कुछ भी करने का मन न हो, तो बिना समय के आप सलाद के कई रंग अपने टिफिन में शामिल कर सकती हैं। भिगोए हुए मूंग दाल का हरा रंग, चना का भूरा रंग और पनीर का सफेद रंग भी आपके खाने में सेहत का रंग भर देगा।
पढ़ें किताब का एक पन्ना
कहते हैं किताब से अच्छा कोई दूसरा मित्र नहीं हो सकता है। इसलिए अपने जीवन में सकारात्मकता का एक पन्ना जरूर लेकर आइए, वो भी किताब के जरिए। रात में सोते समय अपनी पसंद की किसी एक किताब का एक पन्ना जरूर पढ़ें। माना गया है कि रात में सोने से पहले अंत में कुछ पढ़ कर सोने से दिन भर की मानसिक परेशानी कम होती है। साथ ही अच्छी नींद भी आती है। अनिद्रा की समस्या दूर करने के साथ पढ़ाई मानसिक सेहत में भी सुधार करती हैं। इतना ही नहीं नई चीजें पढ़ने से आप खुद को निखारते भी हैं। इसलिए सेहत के लिए एक पन्ना हर रोज जरूरी है।
अपने शौक को दें जगह
शौक है तो उसे पूरा कीजिए। इस बात को अपनी डायरी में नोट करने के साथ गांठ मार लें। ऐसा कोई भी नही है, जिसे किसी काम को करने का शौक न हो। फिर चाहे वह संगीत, नृत्य या फिर घूमने-फिरने के साथ खाना बनाने का शौक क्यों न हो, हफ्ते में एक बार ही सही, अपने शौक को इजाजत दीजिए कि वह आपकी जिंदगी का हिस्सा बन सके। यह आपको जिंदगी की उथल-पुथल के बीच थोड़ी देर संभलने के साथ खुश रहने का मौका भी देगा। आपको खुल कर जिंदगी जीने का रास्ता देगा।
खुद से करें प्यार
सबसे जरूरी बात, जो हम आपको अंत में बता रहे हैं, वो है खुद से प्यार। जी हां, अगर आप खुद से ही प्यार नहीं करेंगी, तो जिंदगी की सारी मिठास एक वक्त के बाद फीकी लगने लगती हैं। इसलिए खुद को महत्व दें। खुद से प्यार करें। अगर कोई काम आपके मुताबिक न हो रहा है, तो उसके लिए परेशान होने की बजाए वक्त को वक्त देना सीखें। आज में जीने की सोच अपनाएं। भविष्य अपने आप आपको बेहतर लगने लगेगा।