फेस्टिव सीजन के बाद के खानपान से खराब हुए हाजमा को आसानी से कुछ दिनों में ठीक कर सकती हैं। बस आपको निम्न बातों का ख्याल रखना होगा।
कीजिए थोड़ा प्रयास
फेस्टिवल के दौरान खाने के बदलते पैटर्न, ज्यादा खाने या रूटीन लाइफ न होने की वजह से लोगों को एसिडिटी, पेट खराब या कब्ज जैसी पाचन समस्याओं का सामना करना असामान्य नहीं है, लेकिन इसे दुरुस्त करना आपकी अब जिम्मेदारी है। अपने हाजमे को पटरी पर वापस लाने के लिए भी बस आपको थोड़े प्रयास की आवश्यकता होगी। इसमें फूड हैबिट के साथ-साथ कुछ और चीजों को फॉलो करने की जरूरत है, जिससे आप दिवाली के बाद के खानपान से खराब हुए हाजमा को आसानी से कुछ दिनों में ठीक कर सकती हैं। बस आपको निम्न बातों का ख्याल रखना होगा।
हमेशा खुद को हाइड्रेटेड रखें
फेस्टिव सीजन के खानपान के बाद डिहाइड्रेशन पाचन संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकता है। शोध में भी यह बात सामने आयी है कि पानी पाचन में सहायता करता है और यह सुनिश्चित करता है कि आपका पाचन तंत्र सुचारू रूप से काम करे। खूब पानी पीने के साथ-साथ डिटॉक्स वॉटर इसमें आपकी बहुत मदद कर सकता है। डिटॉक्स वॉटर से अपने पाचन तंत्र को डिटॉक्स करना फायदेमंद साबित हो सकता है। उदाहरण के लिए, नींबू पानी पाचन में सहायता कर सकता है और सिस्टम को साफ करने में मदद कर सकता है। अदरक की चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं,जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा को कम करने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी गट हेल्थ में योगदान कर सकती है। इस दौरान सिर्फ नारियल पानी भी आपको बहुत फायदा पहुंचा सकता है।
प्रोबायोटिक्स आहार शामिल करें
अपने आहार में प्रोबायोटिक्स शामिल करना फेस्टिव सीजन के खानपान के बाद आपके हाजमा को ठीक करने के लिए फायदेमंद हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स गट में बैक्टीरिया के स्वस्थ संतुलन को बनाए रखने के लिए दही, योगर्ट, पनीर अन्य प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने का सुझाव देते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याओं की संभावना कम हो जाती है।
रिच फूड से बना लें दूरी
चूंकि आपने फेस्टिव सीजन के दौरान बहुत ज्यादा खाया है, इसलिए अब अपने हाजमे को दुरुस्त करने के लिए आपको क्लीन कार्ब्स का विकल्प चुनना है। तले हुए आलू के चिप्स खाने के बजाय, बेक्ड शकरकंद के वेजेज को शामिल करें। सफेद चावल को ब्राउन राइस से बदला जा सकता है। ओट्स और कद्दू को आहार में शामिल करना भी एक अच्छा विकल्प है। जंक, मसालेदार, तेलीय, डिब्बाबंद और प्रोसेस्ड फूड से बचना आपके लिए आवश्यक होगा।कोला, सोडा और फ्रूट जूस को न कहें। अपने पाचन तंत्र को आराम देने के लिए हल्के विकल्प चुनें।
शुगर के इनटेक को करें कम
फेस्टिव सीजन का मतलब मिठाइयां और मिठाइयों का सीधा मतलब है चीनी। अधिक चीनी हमारे शरीर के लिए कितनी हानिकारक है,यह बात किसी से छिपी नहीं है।यह वजन बढ़ाने के साथ-साथ पाचन को भी प्रभावित कर सकता है।अब अपनी डायट से शुगर को पूरी तरह से हटा लें। इसके बजाय आप गुड़ या शहद जैसे प्राकृतिक शर्करा का सेवन करें, जो कैलोरी में कम होने के अलावा कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते हैं।
देर रात खाने से बचें
देर रात खाना पाचन समस्याओं का कारण बन सकता है खासकर फेस्टिव सीजन में आपने जमकर खानपान किया है, तो अब आपको अपने हाजमे के लिए सिर्फ खाना ही नहीं, बल्कि खाने की टाइमिंग पर भी खास तौर पर ध्यान रखने की जरूरत है,तभी आप अपने हाजमे को दुरुस्त कर सकती हैं।हेल्थ एक्सपर्ट्स सोने से पहले भारी भोजन न करने की सलाह देते हैं। एसिड रिफ्लक्स और अपच को रोकने के लिए लेटने से पहले अपने शरीर को भोजन पचाने के लिए पर्याप्त समय दें।कम से कम बिस्तर पर जाने से दो ढाई घंटे पहले अपना डिनर कर लें।
एक्सरसाइज करें हर दिन
शारीरिक गतिविधि न केवल पूरे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि पाचन में भी मदद करती है। त्योहारी सीजन के दौरान व्यस्तता की वजह से अगर आपने उसे मिस किया है, तो अब नियमित एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का वक्त आ गया है। इसके साथ ही अब भोजन के बाद तेज ब्रिक्स वॉक पर जाना हाजमा को ठीक करने में बढ़ावा दे सकती है और पाचन संबंधी असुविधा को जल्द से जल्द खत्म कर सकती है।
स्ट्रेस मैनेजमेंट टेक्निक को भी शामिल करें
त्योहारों का मौसम व्यस्त होता है। अधिक व्यस्तता का मतलब अधिक तनाव और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए तनाव कई बार अहम् भूमिका निभाता है। जानकार तनाव के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए गहरी सांस लेने, ध्यान या योग जैसी स्ट्रेस मैनेजमेंट तकनीक को शामिल करने का सुझाव देते हैं।
इंटरमीडिएट फास्टिंग
कई रिसर्च के दौरान यह बात सामने आयी है कि उपवास यानी फास्टिंग माइक्रोबियल डाइवर्सिटी को बढ़ाकर शरीर को आवश्यक फैटी एसिड का प्रोड्यूस करने के लिए प्रेरित करता है, जो गट के लिए एक हेल्दी माहौल बनाता है। अपने पाचन तंत्र को आराम देने और उसकी रिकवरी में सहायता के लिए पूरे दिन उपवास ना कर आप इंटरमीडिएट फास्टिंग करने पर विचार कर सकती हैं, जो डिटॉक्सीफिकेशन में बेहद अहम भूमिका निभाता है।
भरपूर नींद लें
फेस्टिव सीजन में अपने दोस्तों और परिवार के साथ मेलजोल बढ़ाने और जुड़ने का बहुत अच्छा समय माना जाता है, जिस वजह से इस अच्छे समय के दौरान समय का ख्याल भी नहीं रहता है, लेकिन इस सब में आपका शरीर जरूर थक सकता है। आपकी नींद के शेड्यूल में अड़चन का मतलब आपकी हेल्थ में अड़चन।यह बात कई रिसर्च में भी सामने आयी है कि नींद पूरी नहीं होने पर इसका साइड इफेक्ट्स हमारे पाचन पर भी होता है। हाजमे को दुरुस्त करना है, तो अब अपनी नींद से किसी भी तरह का कोई समझौता ना करें।इससे आपकी बॉडी और हाजमे को रिकवर करने में पूरी मदद मिलेगी।
पत्तेदार सब्जियां और फल खाएं
फेस्टिवल के उत्सव में आपने जमकर मीठा,नमकीन और तली भुनी हुई चीजें खायी हैं। अब सब्जियों को आपका आहार का हिस्सा बनाना जरुरी होगा। पत्तेदार सब्जियां मैग्नीशियम और आयरन सहित खनिजों से भरपूर होती हैं, जो तनाव को कम करने में मदद करती हैं। वे पूरे शरीर में ऑक्सीजन भी पहुंचाते हैं और वजन घटाने में सहायता करते हैं। फाइबर से भरपूर होने के कारण, यह पेट को ज्यादा देर तक भरा हुआ रखता है। इस दौरान आपको कुछ और खाने की इच्छा नहीं होती है।फलों की बात करें तो ब्रोमेलैन और पपेन जैसे एंजाइम युक्त अनानास और पपीता खाएं। ब्लोटिंग, कब्ज और गट हेल्थ सुधार के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल
कौन सा डिटॉक्स वॉटर सबसे ज्यादा फायदा पहुंचा सकता है ?
अगर आप दिवाली के दौरान खानपान की वजह से ब्लोटिंग और कब्ज की समस्या से लगातार जूझ रही हैं और छुटकारा पाने के लिए कोई सरल घरेलू उपचार खोज रही हैं, तो दिवाली या त्योहारी सीजन के बाद डिटॉक्स करने का एक प्रभावी तरीका अदरक और तुलसी का वॉटर हो सकता है।इसके लिए आपको 2 कप पानी में 1/2 चम्मच ताजा कसा हुआ अदरक, 4 -5 ताजी तुलसी की पत्तियां डालकर पानी को उबाल लें।इसे 5-10 मिनट तक पकाएं। इसके बाद अदरक और तुलसी की पत्तियों को छानकर इस पानी को पी लें। कुछ ही दिनों में आप फर्क देख पाएंगी। इसके अलावा अजवाइन या जीरा वाटर भी बहुत फायदेमंद होता है। बहुत से लोग एसिडिटी और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए जीरा या अजवाइन का पानी पीते हैं। अजवाइन में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो गैस, पेट फूलना और अपच जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का इलाज करते हैं। नियमित रूप से जीरा पानी पीने से पेट साफ करने, पाचन में सुधार और गैस को कम करने में मदद मिल सकती है, यह डिटॉक्स ड्रिंक के रूप में भी काम करता है और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
इस दौरान कौन सा बीज खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद हो सकता है?
चिया बीज फाइबर का एक बड़ा स्रोत हैं, जिसका सेवन करने पर यह आपके पेट में एक चिपचिपा पदार्थ बनाती हैं। वे आपके पेट में लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देकर प्रोबायोटिक्स के समान कार्य करते हैं, जो बदले में पाचन को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, उनमें मौजूद फाइबर इंटेस्टाइन की सफाई के लिए भी प्रोत्साहित करता है। इसे रात भर पानी में भिगोकर नाश्ते के साथ सेवन करके अपने आहार में शामिल करें।