प्रोसेस्ड और फास्ट फूड के दौर में भारतीय आयुर्वेदिक आहार पद्धति आज भी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। विशेष रूप से मौसम के करवट लेते ही स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर खान-पान में होनेवाला बदलाव आयुर्वेद की पहचान है। फिलहाल आइए जानते हैं सर्दियों के मौसम में आयुर्वेद के अनुसार किन 5 सुपरफ़ूड को अपनाकर आप स्वस्थ रह सकती हैं।
एक-दूसरे से अलग होती है सबकी स्वास्थ्य प्रकृति
आयुर्वेद के अनुसार लोगों की स्वास्थ्य प्रकृति तीन तरह की होती है, जिनमें वात, पित्त और कफ शामिल हैं। आयुर्वेद के अनुसार ये तत्व आपके शारीरिक स्वभाव के साथ मानसिक स्वभाव का भी निर्माण करते हैं। हालांकि गौर करनेवाली बात यह है कि आयुर्वेद के अनुसार आपके स्वभाव की तरह आपका भोजन भी एक-दूसरे से अलग होता है। हो सकता है, जो चीजें आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हों, वही चीजें दूसरे के लिए नुकसानदेह हों। किंतु आज हम सर्दियों के उन सुपरफूड की बात करेंगे, जो न सिर्फ आसानी से आपके किचन में मिलती हैं, बल्कि सभी के लिए फायदेमंद भी हैं। शहद, अदरक, घी और खजूर के साथ सर्दियों में आंवला बाजार के साथ हर रसोईं का चहिता बना हुआ है। तो आज इन्हीं 5 सुपरफूड की बात होगी, जो सर्दियों में आपकी इम्युनिटी बूस्ट करने में सबसे आगे है।
सर्दियों में सचमुच सुपरफूड है घी
सर्दियों के सबसे पहले और सर्वश्रेष्ठ सुपरफूड घी का इस्तेमाल भारतीय घरों में बरसों से होता आ रहा है। पराठा बनाना हो या दाल में तड़का लगाना हो, चावल में खुशबू लानी हो या सब्जी का स्वाद बढ़ाना हो, सभी के लिए घी स्वाद का खजाना रहा है। गौरतलब है कि स्वाद से भरपूर घी स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बेहद गुणकारी है। जानकारों का मानना है कि घी न सिर्फ आपकी याददाश्त बढ़ाता है, बल्कि वात और पित्त से भी आपको बचाता है। दरअसल घी में ब्यूटिरेट जैसे शॉर्ट-चेन फैटी एसिड होते हैं, जो आपकी पाचन क्रिया को सुचारू रूप से कार्यरत रखने का कार्य करते हैं। यह भी जान लें कि ए डी ई और के जैसे विटामिन के कारण घी न सिर्फ वजन घटाने में उपयोगी है, बल्कि कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में रखती है। विशेष रूप से सर्दियों में त्वचा, बालों और आंखों के लिए घी का इस्तेमाल बहुत जरूरी माना गया है। कुछ शोधों में यह भी पता चला है कि घी के लगातार सेवन से आप कैंसर जैसे खतरनाक रोगों से भी दूर रह सकती हैं।
एंटीऑक्सीडेंट का खजाना है आंवला
भारतीय करौंदे के नाम से मशहूर आंवला कई तरह के फायदों से भरपूर है। ऐसा माना जाता है कि एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आंवला, बड़ी से बड़ी बीमारियों को खत्म करने की ताकत रखता है। यही वजह है कि बाजार में आंवला जूस और उसके टैबलेट हर मौसम में उपलब्ध रहते हैं। आयुर्वेद के अनुसार विटामिन सी से भरपूर आंवला पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के साथ सर्दियों में आपकी इम्युनिटी को भी मजबूत रखता है। सदियों में बालों के लिए गुणकारी आंवला का उपयोग तेल और पाउडर के रूप में भी किया जाता है। भोजन की बात करें, तो जूस के अलावा आंवला का मुरब्बा, अचार और कैंडी सर्दियों में हर भारतीय घर में जरूर मौजूद रहता है। हालांकि दिलचस्प बात यह है कि स्वाद में कसैले आंवला में छह में से पांच स्वाद ऐसे होते हैं, जो आपके पाचन क्रिया को सही रखने में सहायक होता है।
स्किन के साथ पूरे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है खजूर
विटामिन सी और आयरन का नेचुरल सोर्स खजूर भी आपको अपने किचन में आसानी से मिल जाएगा। हालांकि आपको जानकर हैरानी होगी कि कभी-कभार इस्तेमाल में आनेवाली खजूर को प्रतिदिन अपने आहार में शामिल करके आप बहुत सारी समस्याओं से बच सकती हैं। सर्दियों में आम तौर पर सांसों की तकलीफ के साथ त्वचा रूखेपन का शिकार होकर सिकुड़ने लगती है। ऐसे में सर्दियों में आपकी स्किन को स्वस्थ और कोमल बनाए रखने के साथ ये आपको सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी दे सकती है। सिर्फ यही नहीं यूटीआई और सिस्टिटिस से पीड़ित लोगों को तो हर रोज खजूर खाना की सलाह भी जानकारों ने दी है। आयुर्वेद के अनुसार खजूर सात्विक भोजन में आता है, जो मन को शांत करता है। आप चाहें तो खजूर का इस्तेमाल चीनी की जगह भी कर सकती हैं, बस आपको इस बात का ख्याल रखना होगा कि कैलोरी में अधिक खजूर का इस्तेमाल आप सीमित मात्रा में करें।
सर्दियों में होनेवाली एलर्जी से दूर रखता है शहद
अमीनो एसिड के साथ विटामिन, पोषक तत्वों और लिपिड से भरपूर शहद के भी कई लाभ हैं। हाल ही में हुए मेडिकल शोधों के अनुसार हाई एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर शहद का इस्तेमाल करके आप कैंसर और दिल की बीमारयों से सुरक्षित रह सकती हैं। आम तौर पर सर्दियों में यदि आपको एलर्जी हो जाती है, तो आपको अपने आहार में शहद अवश्य शामिल करना चाहिए। मिठास से भरपूर शहद वजन घटाने में भी सहायक है, बशर्ते आप चीनी मिश्रित शहद की जगह ओरिजिनल शहद का इस्तेमाल करें।
सर्दियों में खान-पान की शान है अदरक
आयुर्वेद के अनुसार सात्विक मसाले के तौर पर अदरक को पहचान मिली हुई है, जो हमारे खान-पान की शान है। भोजन में अदरक का इस्तेमाल हो या अदरक वाली चाय हो, सर्दियों के साथ हर मौसम में ये लोगों की पहली पसंद होती है। हालांकि आपके डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए फायदेमंद अदरक औषधीय गुणों से भी भरपूर है। यही वजह है कि विटामिन ए और के, के साथ आयरन, मैग्नीशियम और कॉपर से भरपूर अदरक डाइजेशन से परेशान रोगियों को नियमित रूप से दिया जाता है। गुणकारी अदरक उन मसालों में से है, जिनका इस्तेमाल ताजे और सूखे, दोनों तरह से किया जाता है। विशेष रूप से सर्दियों में जब खांसी और जुकाम की समस्या बढ़ जाती है, तो शहद या गुड़ के साथ उसे मिलाकर खाया या फिर काढ़ा बनाकर पिया जाता है। बड़ों के साथ आप इसे बच्चों को भी दे सकती हैं। वैसे, मौसमी एलर्जी और इंफेक्शन के अलावा यात्रा के दौरान मतली आने पर भी आप सोंठ पाउडर (सूखी अदरक) को काले नमक के साथ फंकी की तरह खा सकती हैं, इससे आप बेहतर महसूस करेंगी।