पीरियड्स के दौरान दर्द होना आम बात है, जिसकी शिकायत अधिकतर महिलाएं करती हैं, किंतु कुछ महिलाओं को इतना ज्यादा दर्द होता है कि बिस्तर पर पड़े रहने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं बचता। आइए जानते हैं पीरियड्स के दिनों में दर्द से कैसे राहत पाएं।
पीरियड्स में तेज दर्द से राहत
पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से के साथ कमर और पैरों में दर्द, पीठ दर्द, ऐंठन और चिड़चिड़ापन आम बात है, लेकिन कुछ महिलाएं इस दर्द से इस कदर पीड़ित रहती हैं कि उनके लिए रोजमर्रा के छोटे-मोटे काम भी पहाड़ जैसे हो जाते हैं। डॉक्टरी भाषा में पीरियड्स के दौरान होनेवाले तेज दर्द को डिसमैनरिया कहते हैं। विशेष रूप से 25 वर्ष से कम आयु की लड़कियों में डिसमैनरिया का प्रमाण अधिक देखने को मिलता है। हालांकि ऐसा माना जाता है कि बढ़ती उम्र के साथ दर्द में कमी आ जाती है, लेकिन सभी के साथ ऐसा नहीं होता। हो सकता है तरह-तरह की दवाइयों के साथ आप भी हरसंभव कोशिश करती हों, पीरियड्स में मुस्कुराने की, लेकिन सफल नहीं हो पा रही हैं, तो हमें यकीन है इन उपायों से पीरियड्स के दौरान तेज दर्द से आपको राहत जरूर मिलेगी।
पीरियड्स में भी न छोड़ें एक्सरसाइज का साथ
अक्सर देखा गया है आम दिनों में महिलाएं अपनी फिटनेस का पूरा ध्यान रखती हैं, लेकिन पीरियड्स के दौरान दर्द के कारण वे अपनी फिटनेस को ठंडे बस्ते में डाल देती हैं। यदि आप भी ऐसा करती हैं, तो न करें क्योंकि इन मुश्किल दिनों में एक्सरसाइज ही है, जो आपको दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकती है। याद रखिए, आपको ज्यादा हैवी एक्सरसाइज नहीं करनी है, सिर्फ हल्की जॉगिंग, वॉकिंग और स्ट्रेचिंग भी काफी होगा। दरअसल, एक्सरसाइज से हमारा शरीर एंडोर्फिन छोड़ता है, जो हमारे मूड को खुशनुमा बनाने के साथ ऐंठन को भी कम करता है। इनके अलावा, आप योग का सहारा भी ले सकती हैं, क्योंकि देखा गया है, जो महिलाएं नियमित रूप से योग का अभ्यास करती हैं, उन्हें पीरियड्स का दर्द कम होता है।
हीट से कर लें दोस्ती
वैसे पीरियड्स के दौरान बिलकुल दर्द ना हो, ये तो संभव नहीं है, लेकिन हां, इसे कम जरूर किया जा सकता है। फिलहाल हॉट वॉटर बैग या बोतल के साथ हीटिंग पैड दर्द में कारगर साबित हो सकता है। आप चाहें तो गर्म पानी से स्नान भी कर सकती हैं। इससे आपको ताजगी के साथ ब्लड सर्कुलेशन में भी मदद मिलेगी और आपका ब्लड प्रेशर स्थिर रहेगा। इसके अलावा, आप सरसों के तेल को हल्का गर्म करके अपने पेट की मालिश भी कर सकती हैं। पीरियड्स में दर्द की कई वजहों में से एक वजह आपका कम पानी पीना भी हो सकता है, इसलिए कोशिश करें कि अपने आपको हाइड्रेट रखने के साथ दर्द से छुटकारा पाने के लिए दिन में कम से कम दो लीटर पानी जरूर पिएं।
जंक फूड और मीठे से रहें दूर
पीरियड्स के दौरान जंक फ़ूड के साथ कुछ मीठा खाने की क्रेविंग होना आम बात है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ये सभी चीजें आपके पीरियड्स के दर्द को और बढ़ा सकती हैं। विशेष रूप से ब्रेड, पास्ता और मीठे से शरीर में सूजन बढ़ जाता है और इससे ऐंठन शुरू हो जाती है। इसके अलावा फ्राइड आयटम और आइसक्रीम भी पीरियड्स के दिनों में आपके शरीर के लिए बहुत हानिकारक होते हैं। ऐसे में पीरियड्स के दौरान या पीरियड्स शुरू होने से ठीक पहले, हो सके तो इन्हें न खाएं। हां, मीठे की बहुत ज्यादा क्रेविंग हो रही हो तो आप डार्क चॉकलेट खा सकती हैं, लेकिन कम मात्रा में। डार्क चॉकलेट में मैग्नीशियम होता है, जो ऐंठन से छुटकारा दिलाता है।
बैलेंस्ड डाइट के साथ हर्बल चाय पियें
एक अध्ययन के अनुसार ये पाया गया है कि कम फैट वाला शाकाहारी भोजन पीरियड्स के दर्द में काफी सहायक होता है। डॉक्टर्स भी ये मानते हैं कि अनबैलेंस्ड डायट लेनेवाली महिलाओं को बैलेंस्ड डायट लेनेवाली महिलाओं की तुलना में पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द होता है। इसलिए कोशिश करें कि आप अपनी डायट में हेल्दी फैट के साथ ड्राईफ्रूट भी शामिल करें। इसके अलावा कैफीन युक्त चाय-कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक और सोडे की बजाय हर्बल चाय, जैसे पुदीने, अदरक, दालचीनी और लौंग की चाय पिएं, जो आपके उन दिनों के लिए फायदेमंद है। विशेष रूप से पुदीने की चाय से ऐंठन में, अदरक या सौंफ की चाय से तेज दर्द में और कैमोमाइल चाय से ब्लड सर्कुलेशन में मदद मिलती है।
कुछ घरेलू उपाय
पीरियड्स के दर्द में कमी लाने के लिए इनके साथ आप कुछ घरेलू उपाय भी अपना सकती हैं, जिनसे आपको तुरंत राहत मिल जाएगी। ऊपर बताए गए हर्बल चाय के अलावा आप हल्दी की चाय भी पी सकती हैं। पीरियड्स के दौरान रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने और दर्द से राहत दिलाने में मददगार है हल्दी की चाय, लेकिन कोशिश करें कि इसका सेवन आप सिमित मात्रा में करें, क्योंकि इसके अपने साइड इफेक्ट्स हैं। हल्दी की चाय के साथ आप अदरक और तुलसी को भी पानी में उबालकर चाय की तरह पी सकती हैं। पीरियड्स के दौरान गैस की समस्या आम बात है, जो दर्द का एक बड़ा कारण है। तो बेहतर डाइजेशन के लिए पपीता और अजवाइन खाना न भूलें।