नवरात्रि के बाद दिवाली आती है। हम अपने घर की साफ-सफाई करते हैं और घर के डेकोरेशन के लिए कुछ सामान लाते हैं। ठीक इसी तरह नवरात्रि के बाद भी सेहत के लिए जो नुकसानदायक चीजें हैं, उसका शरीर से निकालना जरूरी है। इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि डिटॉक्स करना आवश्यक है। इसके साथ सेहत से जुड़ी जो अच्छी चीजें हैं, जिससे स्वास्थ्य निखरता है, ऐसी चीजों को खाने में शामिल करना चाहिए। यह कहना है डायटीशियन अमिता तांबेकर का। आइए विस्तार से जानते हैं कि डायटीशियन अमिता नवरात्रि के बाद डिटॉक्स के कौन से टिप्स बताती हैं।
जंक फूड का सेवन अधिक न हो
अमिता कहती हैं कि नवरात्रि के दौरान कई बार अच्छे खान-पान को शामिल कर एक सही जीवन शैली को जीवन में शामिल किया जा सकता है। लेकिन कई बार त्योहार के कारण मीठा-नमकीन और तेलीय पदार्थों का सेवन भी बढ़ जाता है। नवरात्रि के दिनों में कुछ ऐसा ही होता है, गरबा और डांडिया खेलने के साथ रिफ्रेशमेंट के नाम पर कई बार जंक फूड का सेवन हो जाता है। जरूरी है कि त्योहार के बाद शरीर को एक उचित जीवन शैली में लाने के लिए डिटॉक्स अच्छा पर्याय माना गया है।
करें पानी का इस्तेमाल
डिटॉक्स के जरिए शरीर के अंदर खाने के लोड को अपने पाचन क्रिया पर मुख्य रूप से काम करना चाहिए। डिटॉक्स के कारण हमारे शरीर के सभी अंग और रोग प्रतिरोधक क्षमता में तेजी आती है। बीमारियों से लड़ने में आसानी होती है। इसके लिए सबसे जरूरी है पानी का सेवन। डिटॉक्स करने के लिए पानी का सेवन सबसे बेहतरीन तरीका है। पानी हमारे शरीर से खराब टॉक्सिन को बाहर करने में सहायक होता है।
रंगीन सब्जियां और फल
अमिता बताती हैं कि खाने में रंगीन सब्जियां पाचन तंत्र और इम्युनिटी के लिए सही तरीके से काम करती हैं। उनका कहना है कि नवरात्रि में जैसे हर दिन अलग-अलग रंग का महत्व है, ठीक इसी तरह नवरात्रि के बाद 9 दिनों तक भिन्न रंगों की सब्जियां और फलों का सेवन करना चाहिए। इससे आपको कई सारे पोषक तत्व मिल जाते हैं, जो हमारे पाचन प्रक्रिया, त्वचा और दिल को स्वस्थ रखता है।
पैकेज फूड को अलविदा
अमिता कहती हैं कि पैकेज फूड वैसे भी सेहत के लिए सही पर्याय नहीं है। डिटॉक्स में इसके इस्तेमाल पर उन्होंने पूरी तरह से इंकार करते हुए कहा है कि नवरात्रि के दौरान भी पैकेट फूड में चिप्स, समोसा जैसी चीजों का इस्तेमाल अधिक बढ़ जाता है। डिटॉक्स के दौरान ऐसी कोई चीज का सेवन नहीं करना है, जो कि पैकेट में उपलब्ध होती है। पैकेज फूड में शुगर, सॉल्ट(नमक) और कई तरह के हानिकारक फैट्स होते हैं, उससे शरीर को सबसे अधिक नुकसान होता है। ऐसे में पैकेज फूड से पूरी तरह से अलविदा कहना चाहिए।
मिलेट्स के फायदे
डिटॉक्स में मिलेट्स को शामिल करने का फैसला भी अमिता ने सही बताया है। उन्होंने कहा है कि मिलेट्स पचाने में हल्के और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। मिलेट्स में मौजूद तत्व हमारे शरीर को सुचारू रूप से कार्य करने में सहायक होते हैं। साथ ही इससे हमारी सेहत भी सही रहती है।