स्वस्थ जीवनशैली के लिए दिनचर्या के तरीके को सही तरीके से अपनाना जरूरी है। अक्सर लोग यह गलती कर बैठते हैं कि अपनी दिनचर्या में या तो खान-पान के तरीकों को बदलते हैं या फिर योग और एक्सरसाइज को शामिल करते हैं, लेकिन इसके बाद भी वह स्वस्थ जीवनशैली से दूर रहते हैं। इसकी वजह यह है कि आप अपने हर दिन के रूटीन की योजना सही तरीके से नहीं बनाते हैं, जिसका असर यह होता है कि आप कई सारी कोशिशों के बावजूद भी खुद को सेहतमंद दिनचर्या से दूर रखते हैं और आपकी खुद पर की गई मेहनत बेकार हो जाती है। दिनचर्या के लिए कुछ जरूरी नियम ऐसे हैं, जिनका आपको पालन जरूर करना चाहिए। आइए जानते हैं विस्तार से।
आयुर्वेद के अनुसार ऐसी हो दिनचर्या
आयुर्वेद के हिसाब से आप कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखते हुए अपनी दिनचर्या की योजना बना सकती हैं। इसकी शुरुआत प्रात काल से होती है। आयुर्वेद में सुबह उठने की प्रक्रिया को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। ब्रह्म मुहूर्त का मतलब यह होता है कि सुबह सूरज निकलने से पहले उठना। माना गया है कि सूर्योदय से डेढ़ घंटे पहले उठने से वातावरण में मौजूद ऊर्जा की गति शरीर को मिलती है।
उषापान( सुबह उठ कर की गई क्रिया) और खान-पान
सुबह उठने के बाद गर्म पानी का सेवन करना चाहिए। इससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। सुबह का वातावरण शांत, शुद्ध और सुखदायक माना गया है। इसके बाद आप सुबह उठने के साथ बी अपने हाथों की हथेलियों को एक दूसरे के साथ घिसे और अपने हाथों में मौजूद ऊर्जा को अपने चेहरे, सिर, कंधे, हाथ और पैरों पर से घुमाए। शरीर की सफाई भी आपके दिनचर्या का प्रमुख हिस्सा है। ध्यान और व्यायाम को भी अपने दिनचर्या में शामिल करें। आप कब और कितना खाती हैं, यह भी आपकी दिनचर्या का प्रमुख हिस्सा है। दोपहर को 12 से 1 बजे के बीच में भोजन करने का सही समय माना गया है। इसके बाद रात को 6 से 7 के बीच भोजन करना चाहिए। भोजन के बाद 15 मिनट तक चलना भी जरूरी है। साथ ही रात को 10.30 बजे तक सो जाना चाहिए।
जरूरी है नींद
स्वस्थ रहने के लिए सबसे जरूरी नींद भी है। अगर आपकी नींद पूरी नहीं होगी, तो आप पूरे दिन थकावट महसूस करेंगे। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सुबह जल्दी उठना चाहिए। जल्दी उठने के लिए सोना चाहिए। जरूरी है कि आफ 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी लें। कोशिश करें कि आप अपना काम खत्म करके जल्दी सो जाएं। आप देखेंगी तो पाएंगी कि जल्दी सोने के बाद सुबह आपकी नींद पूरी होती है और आप एक अच्छी सुबह का स्वागत करती हैं।
स्वस्थ आहार भी जरूरी
आप किस चीज का कितना और कब सेवन कर रही हैं, यह भी आपकी दिनचर्या के लिए सबसे अहम माना गया है। इसे आप नजरअंदाज नहीं कर सकती हैं कि आपके खान-पान का सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए आप हर दिन किस चीज का सेवन कर रही हैं, इसे जरूर ध्यान दें। ऐसे पदार्थ का सेवन न करें जिससे शरीर में वसा बढ़ जाए, यानी कि जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करें। अपने आहार में हरी सब्जियां, मछली,अंडे, दूध और चिकित्सक की सलाह पर अन्य जरूर पौष्टिक चीजों का सेवन करें। पौष्टिक पदार्थों का सेवन करने से लंबे समय तक कई गंभीर बीमारियों से दूर रहा जा सकता है। अपने खान-पान में संतुलित मात्रा में प्रोटीन और विटामिन को शामिल करें।
नाश्ता करना न भूलें
कई लोग ऐसे होते हैं कि जो कि सुबह खाली पेट चाय या कॉफी का सेवन करते हैं और नाश्ता नहीं करते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक नहीं माना गया है। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए नाश्ता करने की आदत होनी चाहिए। एक रिसर्च में भी यह माना गया है कि जो लोग अपनी दिनचर्या में नाश्ता शामिल करते हैं, उन्हें पूरे दिन ताजगी महसूस होती है। एनर्जी मिलती है, लेकिन आपके लिए यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि आप नाश्ते में किस चीज का सेवन कर रही हैं। आप नाश्ते वक्त दूध, मक्खन, पराठा, पोहा, उपमा और अंडे के साथ अन्य पौष्टिक पदार्थों का सेवन कर सकती है। आप इसके लिए किसी डायटिशियन की भी मदद ले सकती हैं।
याद रखें जल से है जीवन
जल का महत्व जीवन के लिए जरूरी है। स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त जल का सेवन जरूरी है। सुबह उठकर खाली पेट गर्म पानी का सेवन करना चाहिए। साथ ही रात में सोने से पहले पानी पीने को भी चिकित्सक सही मानते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार एक व्यक्ति को लगभग 5 से 6 लीटर पानी का सेवन करना चाहिए। पर्याप्त जल पीने से शरीर में जल की आपूर्ति सही तरीके से होती है। पानी के सेवन से शरीर में मौजूद कई गैर जरूरी तत्वों को शरीर से बाहर निकालने का माध्यम मिलता है। पानी की कमी को पूरा करने के लिए सब्जी के जूस का सेवन कर सकती हैं।ष आप अपनी पसंद के फल का भी सेवन कर सकती हैं। फल और सब्जियों में काफी मात्रा में पानी मौजूद होता है। फल और सब्जियों का सेवन करने से पानी के साथ विटामिन भी मिलता है।
वर्कआउट भी आएगा काम
हर दिन वर्कआउट करना आपकी सेहत के लिए जरूरी है। जरूरी नहीं है कि आप पूरे दिन में 2 से 3 घंटे वर्कआउट करें। आप खुद को मिलने वाले समय के अनुसार खुद के लिए जरूरी वर्कआउट की योजना बना सकती हैं। कई लोग ऐसे हैं, जो कि रात में एक्सपर्ट की निगरानी में वर्कआउट जिम जाकर करते हैं। आप भी ऐसा कर सकती हैं, लेकिन समय न होने पर आप एक्सपर्ट की सलाह पर खुद के लिए वर्क आउट प्लान कर सकती हैं। आप वर्कआउट एक्सपर्ट से बात करके ये बता सकती हैं कि आपके पास पूरे दिन में कितना समय है, जब आप एक्सरसाइज कर सकती हैं और उसी के हिसाब से एक्सपर्ट आपको यह बताएंगे कि कौन सी एक्सरसाइज आपकी सेहत के लिए जरूरी होगी। वर्कआउट के साथ आप योग और ध्यान को भी अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना सकती हैं। केवल इतना ध्यान रखें कि बिना किसी एक्सपर्ट एक्सरसाइज न करें।
प्रकृति से जुड़ाव
जरूरी है कि सप्ताह में एक बार या फिर सुबह समय मिलने पर प्रकृति के बीच मॉर्निंग वॉक जरूर करें। पार्क और बगीचे में घूमना आपकी सेहत के लिए प्लस पॉइंट हो सकता है। ताजी हवा और पर्यावरण का असर हमारे शरीर को सकारात्मकता से भर देता है। इसके साथ मानसिक स्वास्थ्य भी दुरुस्त रहता है। इसलिए हर दिन आधे घंटे के लिए ही सही, लेकिन माॅर्निंग वाॅक जरूर करें।
स्वस्थ रखने के लिए याद रखें जरूरी बातें
- दांतों की सेहत का ध्यान रखना न भूलें। रात को सोने से पहले दांतों को जरूर साफ करें। पूरे दिन में दांतों की सफाई 2 से 3 बार जरूर करनी चाहिए। खाना खाने के बाद पानी से दांतों को साफ जरूर करना चाहिए।
-खाना खाते वक्त अधिक पानी नहीं पीना चाहिए। याद रखें कि खाना खाने के आधे घंटे बाद पानी पिएं।
- फ्रिज में रखें ठंडे पानी और खाने का सेवन न करें। रात के बचे हुए खाने का सेवन अगले दिन न करें। हो सके तो, ताजा खाने का सेवन करें।
- शरीर को विटामिन डी की भी जरूरत होती है। कोशिश करें कि शरीर को दो से तीन घंटे की धूप जरूर मिले।
- विटामिन सी के लिए संतरा, अंगूर, नींबू और अमरूद का सेवन करें। इन सभी फलों में विटामिन सी की मात्रा अधिक पाई जाती है।
- मानसिक और शारीरिक तौर पर खुद को स्वस्थ रखने के लिए योग और मेडिटेशन को अपनी जीवनशैली में जरूर शामिल करें।
- सकारात्मक लोगों के साथ संबंध बनाए। उन लोगों से दूर रखें जो आपकी मानसिक सेहत के लिए हानिकारक हैं।
- संगीत को अपने जीवन में शामिल करें या फिर अपनी हॉबी के लिए पूरे दिन में 1 घंटे का समय जरूर निकालें।
- बिना भूख के खाना नहीं खाएं। असमय खाने का सेवन करने से बचें।
- जरूरी है कि खुद को मोबाइल से दूर रखें। काम के बाद परिवार को समय दें। परिवार से दूर रहने पर सकारात्मक किताबों को पढ़ें। इससे आपकी मानसिक सेहत अच्छी रहती है।
- ऐसे काम में खुद को व्यस्त करें, जहां से आपको खुशी मिलती है।
- साल में 2 बाहर यात्रा पर जाएं। अगर आपके पास यात्रा करने का समय नहीं है, तो अपने शहर में ही ऐसे स्थानों पर जाएं, जहां पर पहाड़ और पानी हो। इससे आपको प्रकृति के करीब रहने का अवसर मिलेगा और सकारात्मक एनर्जी भी मिलेगी।