कहते हैं कि ‘ईट ए एप्पल ए डे कीप्स डॉक्टर अवे’( East a apple a day Keeps Doctor away) इस अंग्रेजी कहावत का यह अर्थ है कि अर आप हर दिन एक सेब खाती हैं, तो इससे आप डॉक्टर से यानी कि दवाई से दूर रह सकती हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ग्रीन एप्पल के बारे में ऐसा कहा जा सकता है या नहीं। जी हां, सेब लाल हो या हरा, इसके फायदे एक नहीं अनेक हैं, लेकिन सेब का सेवन कब और कैसे करना है, आपको इसकी जानकारी भी होनी चाहिए। आइए विस्तार से जानते हैं ग्रीन एप्पल के फायदे और नुकसान।
जानिए क्या है ग्रीन एप्पल
ग्रीन एप्पल यानी कि हरा सेब अन्य तरह की सेब की तुलना में इसमें पोषक तत्व अधिक पाए जाते हैं। इसमें बायोएक्टिव और फ्लेवोनोइड काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। यह भी जान लें कि ग्रीन एप्पल की खेती की शुरुआत सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया में हुई थी। यह फल अन्य प्रकार की सेबों की तुलना में रसदार और कुरकुरा स्वाद वाला होता है। साथ ही दिखने में हरा होने के कारण यह सारे फलों के बीच एक स्वस्थ और सेहतमंद फल माना जाता है। उल्लेखनीय है कि कम कैलोरी और प्रचुर मात्रा में आहार में पोटेशियम और फाइबर की उपस्थिति के कारण इसे सेहत के लिए ऐसा फल माना जाता है, जो आपके शरीर को काफी अधिक मात्रा में एक्टिव रखने के साथ एक स्वस्थ जीवनशैली भी देता है। यह जान लें कि ग्रीन एप्पल में एंटीऑक्सीडेंट और डिटॉक्सीफाई एजेंट काफी अधिक मात्रा में मौजूद रहते हैं। इसकी वजह से शरीर में मौजूद ऐसे तत्व को बाहर निकाला जाता है, जो कि हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है। साथ ही ग्रीन एप्पल की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह लिवर को स्वस्थ रखने में सारे फलों की तुलना में सबसे अधिक लाभदायक माना गया है।
ग्रीन एप्पल के सेवन के अनेक फायदे
जैसा कि हम बता चुके हैं कि ग्रीन एप्पल का फायदा सेहत की दृष्टि से काफी लाभदायक होता है। ग्रीन एप्पल में एंटीऑक्सीडेंट और डिटॉक्सिफाइंग एजेंट के अलावा विटामिन-सी , विटामिन-के, फाइबर और खनिज के साथ कई सारे अन्य भी पोषक तत्व होते हैं, जो कि शरीर को भरपूर पोषण देने का काम सुचारू तौर पर करते हैं। कई बार चिकित्सक भी इस बात की सलाह देते हैं कि लाल सेब की तुलना में ग्रीन एप्पल यानी कि हरा सेब सेहत के लिए सबसे अधिक फायदेमंद होता है, हालांकि हम अपनी जीवनशैली में खान-पान के नजरिए से कई सारे फलों को शामिल करते हैं, लेकिन अक्सर ग्रीन एप्पल के सेवन के फायदे को अनदेखा कर देते हैं। कई जानकारों का यह भी मानना है कि लाल सेब की तुलना में ग्रीन एप्पल ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि हरे सेब में लाल सेब की तुलना में चीनी की मात्रा काफी कम होती है। साथ ही हरे सेब में सौंदर्य और स्वास्थ्य के लिहाज से भी कई सारे लाभ होते हैं। यही वजह है कि लाल सेब की तुलना में हरा सेब मीठे से अधिक खट्टा होता है। कई रिसर्च में यह भी सामने आया है कि ग्रीन एप्पल का सेवन कई बड़ी बीमारी जैसे डायबिटीज के लिए भी लाल सेब की तुलना में अधिक लाभदायक होता है।
जानें ग्रीन एप्पल की खूबी
ग्रीन एप्पल सेहत को 360 डिग्री स्तर पर फायदा पहुंचाता है। इसमें फाइबर की मात्रा सबसे अधिक होती है, इस वजह से हरे सेब में मौजूद फाइबर शरीर को आसानी से डिटॉक्स करता है और पाचन प्रक्रिया को भी मजबूत बनाता है। जाहिर सी बात है कि अगर आपकी पाचन प्रक्रिया सही तरीके से कार्य करती है, तो आप अपने शरीर को कई तरह के रोगों से दूर रख सकते हैं। जानकारों का यह मानना है कि हम क्या खाते हैं और कितना खाते हैं और हमारी पाचन क्रिया कैसी है, इस पर हमारी सेहत पूरी तरह से निर्भर होती है। अगर हमारा खान-पान सही नहीं होगा, तो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। ग्रीन एप्पल शरीर में मेटाबॉलिज्म रेट को भी बढ़ाता है और आपके वजन को भी स्थिर रखता है। एक अध्ययन में यह भी बात सामने आयी है कि ग्रीन एप्पल का हर दिन सेवन करने से फेफड़ों से जुड़ी समस्या को 20 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। साथ ही ग्रीन एप्पल का सेवन करने से कोई भी व्यक्ति फेफड़ों से जुड़ी बीमारी से सुरक्षित रहने के साथ इसका सेवन फेफड़ों को भी मजबूत बनाता है। कुल मिलाकर देखा जाए, तो ग्रीन एप्पल फेफड़ों के लिए सुरक्षा कवच माना गया है।
महिलाओं के लिए सबसे अधिक लाभदायक
जानकारों का कहना यह भी है कि ग्रीव एप्पल कई तरह से महिलाओं की सेहत को सुरक्षा कवच प्रदान करता है। खास तौर पर महिलाओं में होने वाली हड्डियों से जुड़ी समस्या से निजात दिलाने में ग्रीन एप्पल का बड़ा योगदान माना गया है। इसकी वजह यह है कि ग्रीन एप्पल में कैल्शियम और बोन डेंसिटी पाया जाता है, जो कि हड्डियों को मजबूत रखने का कार्य करती हैं। अक्सर महिलाएं अपने निजी और प्रोफेशनल जिंदगी को संतुलित करने के दौरान अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देती हैं, जिसका सीधा असर उनकी हड्डियों पर होता है। अपनी सेहत को अनदेखा करने के कारण महिलाओं की हड्डियां पतली होने के साथ काफी कमजोर होने लगती हैं। 30 की उम्र के बाद महिलाओं में यह समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है। इसलिए जरूरी है कि महिलाएं अपने खान-पान में ग्रीन एप्पल को जरूर शामिल करें। जिन भी महिलाओं को हड्डियों से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्याएं हैं, उन्हें जरूर विटामिन और कैल्शियम से भरपूर ग्रीन एप्पल का सेवन करना चाहिए।
आंखों की सेहत का भी रखता है ध्यान
ग्रीन एप्पल की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें हर तरह के ऐसे विटामिन पाए जाते हैं, जो कि शरीर के लगभग सभी अंगों को पोषण देने का कार्य सही तरीके से करता है। ग्रीन एप्पल में विटामिन-ए भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जिसे आंखों के लिए वरदान माना गया है। ग्रीन एप्पल आपके आंखों की देखने की क्षमता में सुधार लाता है और आंखों की कोशिकाओं को भी स्वस्थ बनाता है। यह भी माना गया है कि आप ग्रीन एप्पल का सलाद बनाकर या फिर उसका जूस बनाकर भी इसका सेवन कर सकती हैं, जो कि आंखों की सेहत के लिए सुपर फूड माना गया है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन के अनुसार ग्रीन एप्पल के सेवन से शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काफी हद तक कम किया जाता है। यह भी जान लें कि आंखों की सेहत के साथ शरीर की त्वचा को साफ रखने में भी ग्रीन एप्पल मददगार माना गया है। यही वजह है कि कई सारे ऐसे स्किनकेयर उत्पाद मौजूद हैं, जहां पर ग्रीन एप्पल का इस्तेमाल किया जाता है। आप खुद ग्रीन एप्पल को अपनी डायट में प्रतिदिन शामिर कर खुद के सेहतमंद तोहफा दे सकती हैं। साथ ही ग्रीन एप्पल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट चेहरे की त्वचा को अंदरूनी तौर पर पोषण देते हैं। चेहरे की त्वचा को विटामिन-ए और विटामिन-सी का भी फायदा मिलता है और बालों को भी सेहतमंद बनाए रखने में ग्रीन एप्पल बड़ी भूमिका निभाता है।
मानसिक विकास के लिए भी लाभदायक
जान लें कि ग्रीन एप्पल में जूस का नियमित इस्तेमाल करने से मानसिक विकास भी होता है। एक शोध में यह भी पाया गया है कि ग्रीन एप्पल का सेवन करने से शरीर को फाइबर की मात्रा अच्छे अनुपात में मिलती है, इसकी वजह से मस्तिष्क से जुड़े रोगों से लड़ने के लिए शक्ति मिलती है। दिमाग मजबूत होता है। हालांकि आपको ग्रीन एप्पल का सेवन कब और कितना करना चाहिए, इस बारे में आपको अपने चिकित्सक से जरूर सलाह लेनी चाहिए। एक तरह के अध्ययन में यह भी पाया गया है कि दिन में एक बार ग्रीन एप्पल का सेवन करने से टाइप 2 की डायबिटीज के जोखिम को कम करने में सहायता भी मिलती है, लेकिन डायबिटीज से ग्रसित मरीज इस संबंध में डॉक्टर की सलाह लें उसके बाद ही ग्रीन एप्पल को अपनी डायट में शामिल करें।
जानें कैसे करें हरे सेब का सेवन
ग्रीन एप्पल का सेवन करने के कई सारे तरीके हैं। इसी में से कुछ तरीके हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं। आप इस तरह ग्रीन एप्पल का सेवन कर सकती हैं। सबसे पहला और आसान तरीका है कि आप ग्रीन एप्पल को ताजे फल के तौर पर सेवन कर सकती हैं। आप सलाद के तौर पर भी इसका सेवन कर सकती हैं या फिर आप किसी अन्य फल के साथ सेब को मिलाकर इसका जूस निकालकर भी इसका सेवन आसानी से कर सकती हैं।
ग्रीन एप्पल के सेवन के नुकसान
ग्रीन एप्पल सेहत की दृष्टि से फायदेमंद होने के साथ कई स्तर पर नुकसानदायक भी माना गया है। जानकारों का मानना है कि ग्रीन एप्पल का सेवन दांतों से संबंधित भी कई तरह की समस्याओं को जन्म दे सकता है। ग्रीन एप्पल में खट्टापन अधिक होता है, जिसके कारण दांतों की समस्या उत्पन्न हो सकती है। कई लोगों को ग्रीन एप्पल के सेवन से एलर्जी की भी समस्या होती है। ऐसे में ग्रीन एप्पल का कितना सेवन करना है, इसके लिए डॉक्टरों की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।