बच्चों को बढ़ती उम्र में मजबूत और सक्रिय होना जरूरी है और इसके लिए बेहद जरूरी है कि अच्छे से उन्हें वो आहार मिलें, जिससे उन्हें लम्बे समय तक टिके रहने के लिए ऊर्जा मिले, साथ ही मस्तिष्क के विकास में भी मदद मिले, इसके अलावा मांसपेशियों की ताकत बड़े, उनकी त्वचा, दांत और आंखें बेहतर तरीके से रहें, साथ ही हड्डियों का भी बेहतर रहना जरूरी है और बीमारियों को रोकने की क्षमता बढ़नी भी जरूरी है, पाचन तंत्र को भी भोजन ही बेहतर तरीके से रखते हैं, इसलिए बेहद जरूरी है कि आप पौष्टिक आहार जरूर अपने बच्चों को दिया करें।
बच्चों के दिमाग के लिए भोजन
बच्चों के पेरेंट्स इस बात को लेकर हमेशा टेंशन में होते हैं कि आखिर उनको कौन सा भोजन दिया जाए, जो उनके दिमाग के लिए बहुत अच्छा हो, तो आपको बता दें कि आप मूंग दाल को चाट का ट्विस्ट देकर बच्चों को दे सकती हैं, क्योंकि यह काफी स्वादिष्ट प्रोटीन युक्त होता है, इसके अलावा पालक, केला और सेब का जूस भी बच्चों के मस्तिष्क के लिए एंटी ऑक्सीडेंट का काम करता है। साथ ही सेब और शहद की प्राकृतिक मिठास रस को बेहतर बना देता है और बच्चे भी इसे पीना पसंद करते हैं।
बच्चों के लिए कैल्शियम है जरूरी
बच्चों के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे ही हड्डियां उनकी मजबूत होती हैं और कैल्शियम की जरूरत आपको बच्चे की सेहत के लिए प्रारंभिक दिनों में ही चाहिए, इसलिए बच्चों को अगर अच्छे व्यंजन जिसमें कैल्शियम हों, वो लेने की कोशिश करनी चाहिए। आपको बता दें कि ज्यादातर मांएं यह सोचती हैं कि केवल दूध से ही कैल्शियम मिल सकता है, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है, अगर आप चाहें तो बादाम केला स्मूदी और नाचनी पनीर पैनकेक भी बच्चों के लिए बना सकती हैं।
प्रोटीन भी जरूरी है
अच्छी प्रोटीन की बात करें तो दूध, पनीर, दही, पनीर, अंडे और ऐसे कई मांसहारी स्रोत हैं, जिनसे अच्छी प्रोटीन मिल जाती है, इसके अलावा बच्चों को अनाज और दाल भी दिए जाने चाहिए, ताकि इससे शाकाहारी तत्वों में भी प्रोटीन मिल जाए, प्रोटीन की बात करें तो राजमा चावल भी बच्चों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
आयरन के बिना स्वास्थ्य है अधूरा
आयन बच्चों के विकास के लिए बेहद जरूरी होता है, खासतौर से ये ऐसे खनिज हैं, जो शरीर को काफी फायदे पहुंचा देते हैं, आयरन की जरूरत फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न भागों में ले जाता है और मांसपेशियों में ऑक्सीजन को सही तरीके से स्टोर करने में मदद करता है, आहार की बात करें, तो आयरन की कमी होने से आयरन डिफिशिएंसी यानी अनीमिया की परेशानी बन जाती है, साथ ही आपका बच्चा आलसी बन जाएगा और उसका विकास भी रुक जाता है, वह हर समय एक ही जगह पर रहना पसंद करने लगता है, उसको किसी भी शारीरिक काम में या खेलकूद में मजा नहीं आएगा, इसलिए बेहद जरूरी है कि इन चीजों को ध्यान में रखा जाये और बच्चे को स्फूर्ति से भरपूर रखा जाये। बच्चों में आयरन की कमी को फूलगोभी के पत्ते, बेसन मुठिया और ऐसी कई दिलचस्प चीजें बना कर खाया जा सकता है। इसके अलावा ओट्स, पोहा और सूखा हुआ भेल भी बच्चों के लिए अच्छा रहेगा, जिसे वह पसंद से खाएंगे भी और उन्हें सही तरीके से सेहत भी मिल जायेगी।
फाइबर नहीं सेहत नहीं
बच्चों की सेहत के लिए फाइबर की भी बहुत अधिक जरूरत होती है, इसलिए उनकी सेहत को ध्यान में रखते हुए ज्वार- बाजरा वेजिटेबल, अंकुरित मसाला, ओट्स मिलशेक, ओट्स मूंग दाल टिक्की जैसी चीजें शामिल करनी चाहिए।
फल में है स्वास्थ्य का खजाना
फलों में विटामिन, खनिज, फाइबर और काफी कुछ होता है, जो बच्चों की सेहत के लिए बेहद जरूरी होता है और बच्चों को बीमारियों से दूर रखने में भी मदद करता है, आगे भविष्य में उन्हें मधुमेह, दिल की बीमारी या फिर किसी भी और तरह की परेशानी न हो, इसका ध्यान रखना बेहद जरूरी है, इसलिए मौसमी फलों को नाश्ते के रूप में जरूर शामिल करना चाहिए, इसके अलावा इस बात का ख्याल रखें कि फलों के रस की जगह साबुत फल खाया जा सके। कोशिश करें कि बच्चों को सेब और केला, पपीता, अमरूद, खरबूजा, संतरा, अंगूर और सूखा मेवे ( ड्राई फ्रूट्स) भी खिलाने चाहिए।
बच्चों के लिए सही पोषण चार्ट
बच्चों के सही पोषण चार्ट की बात करें, तो बच्चों को विटामिन सी की जरूरत उनके दांतों की रक्षा के लिए देना चाहिए, ताकि उनके दांत हेल्दी रहें, साथ ही घाव भरने में भी उन्हें परेशानी न हो, इसके अलावा ताजे फल और कच्ची सब्जियां भी विटामिन सी की खुराक को पूरा करती है। बात अगर आंखों की करें, तो हरी सब्जियां और दूध उत्पाद और साथ ही अंडे बच्चों को आंखों में होने वाली किसी भी परेशानी से दूर करता है। कैल्शियम के लिए बच्चों को रागी और हरी सब्जियां खानी जरूरी है, इसके अलावा पाचन तंत्र के लिए साबुत अनाज खाना, सब्जियां खाना और फल खाना अच्छा होगा। मैग्नेशियम के लिए मेवा और सी फूड्स भी खिलाना चाहिए।
स्वीट टूथ की आदत न डालें
खाने के बाद मीठा, यह चलन आजकल लगभग हर घर में है, लेकिन बच्चों के साथ यह करना, उनकी सेहत से खिलवाड़ करना ही है, इसलिए ऐसा न करें, उन्हें जितना अधिक मीठे से दूर रखेंगी, उनकी सेहत उतनी बेहतर होती जाएगी, बच्चों को सोडा, चीनी और कोल्ड ड्रिंक्स से जितना दूर रखा जाए, उतना उनकी सेहत के लिए अच्छा होगा।