हमारे हर दिन की जीवनशैली का प्रभाव हमारी सेहत पर पड़ता है। खासतौर पर पाचन तंत्र यानी कि डाइजेशन सिस्टम को ठीक करना कई बार हमारी लिए बड़ी पहेली बन जाता है। बाहर का खाना, देरी से खाना और तले हुए खाने के कारण कई बार हमें अपच की समस्या हो जाती है। दवाई और कई सारे घरेलू उपचार के बाद भी पाचन तंत्र की समस्या लौट कर वापस आ जाती है। ऐसे में हमें यह समझ नहीं आता कि ऐसा क्या किया जाए कि पाचन तंत्र हमेशा ठीक रहे। आज हम इसी बारे में बात करने जा रहे हैं कि कैसे आप अपने पाचन तंत्र की समस्याओं का समाधान कर सकती हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
पाचन तंत्र कमजोर होने की कई वजह
कई सारे अध्ययन इस बारे में हो चुके हैं कि पाचन तंत्र के कमजोर होने की वजह कौन-सी हो सकती है। माना गया है कि पाचन तंत्र के कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण गलत खान-पान होता है। इसके साथ ही खराब लाइफस्टाइल और एक्सरसाइज की कमी और नींद न पूरी होने पर देरी से खाना जैसी कई सारी प्रतिदिन की दिक्कतें हैं, जो कि हमारे पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव करती हैं। इसकी वजह से पाचन तंत्र काफी कमजोर हो जाता है और फिर हमें अपच,गैस, बदहजमी, पेट में जलन के साथ कब्ज, उल्टी, खराब पेट के साथ सिरदर्द जैसी समस्याओं का गंभीर तौर पर सामना करना पड़ता है। पेट में खाना नहीं पचने की पीछे की सबसे बड़ी वजह कई सारी हो सकती हैं। कई बार खराब डायट, बिगड़ता हुआ लाइफस्टाइल और किसी भी समय पर खा लेना आपके पाचन तंत्र को परेशानी में पहुंचा देता है। पाचन तंत्र खराब होने से एसिडिटी, गैस और शरीर में दर्द होने की भी शिकायत हो जाती है। कई बार घर के खाने में ज्यादा तेल और घी का इस्तेमाल भी आपके पाचन तंत्र को अच्छे तरीके से कार्य करने नहीं देता है। कम पानी का सेवन और ज्यादा चाय और कॅाफी का इस्तेमाल भी आपके पाचन तंत्र को मुुश्किल हालात तक पहुंचा देता है।
जीवनशैली में लाएं सुधार
पाचनतंत्र को सही करने के लिए जीवन शैली में सुधार लाना बहुत जरूरी है। इसके लिए आपको अपने आहार को संतुलित और पौष्टिक बनाना होगा। कुछ भी खाने से पहले यह सोचना होगा कि खाई हुई वस्तु आपके पाचन तंत्र के लिए लाभ लेकर आएगी या हानि। अगर आपको लगातार पाचन तंत्र से जुड़ी समस्या हो रही है, तो इसके लिए आपको चिकित्सक से संपर्क करना भी जरूरी है। साथ ही अपने खाने की थाली में मौजूद सही आहार पर भी ध्यान केंद्रीत करना होगा।
फाइबर युक्त आहार
पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए आपको अपने आहार में फाइबर युक्त आहार को शामिल करना चाहिए। पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए फाइबर सहसे अहम माना गया है। जौ, साबुत अनाज, नट्स और सीड्स में फाइबर की मात्रा सबसे अधिक होती है। इसके साथ मौसम के हिसाब से फल और हरी सब्जियों में भी फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। इसलिए फाइबर युक्त आहार को हमेशा से ही अपने खाने की थाली का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए। पाचन स्वास्थ्य के लिए फाइबर से बना हुआ पदार्थ हमेशा से ही आपके लिए एक सही और जरूरी पर्याय बन जाता है।
खाने के लिए हेल्दी फैट्स भी है जरूरी
चिकिस्तक भी यह जरूरी मानते हैं कि खाने के लिए फैट्स जरूरी होते हैं। अच्छे पाचन के लिए हेल्दी फैट्स का सेवन जरूरी हो जाता है। हेल्दी फैट्स का यह फायदा होता है कि खाने के बाद यह आपके पेट को भरा रखने में मदद करता है और आपको खाने के बाद वाली छोटी-छोटी भूख नहीं लगती है और भूख न लगने पर आप ऐसी चीजों का सेवन नहीं करते हैं, जो कि पाचन तंत्र के लिए हानिकारक होती है। हेल्दी फैट्स में विटामिन ए, डी, ई, और के जैसे कई सारे पोषक तत्व होते हैं, उदाहरण के तौर पर एवाकॅाडो, आलिव आयल, दही,नारियल और अंडा पाचन तंत्र की सेहत के लिए सही माना गया है, लेकिन इन सभी पदार्थों का सेवन उचित मात्रा में करें। जरूरत से ज्यादा किसी भी खाने की चीज का दबाव सीधे पाचन तंत्र पर पड़ता है। इसलिए जो भी खाएं, उचित मात्रा में खाएं।
पाचन तंत्र के लिए पानी भी जरूरी
ठंड के मौसम में अक्सर हम पानी को अनदेखा कर देते हैं, वहीं गर्मी के मौसम में पानी कई बार जीने का सहारा बन जाती है, लेकिन क्या आप जानती हैं कि जरूरत से ज्यादा और कम पानी पीना पाचन तंत्र पर सीधे तौर पर असर करता है। कम मात्रा में पानी पीने से कब्ज की समस्या हो जाती है। एक अध्ययन में पाया गया है कि स्वस्थ शरीर के लिए हर किसी को हर दिन 3 से 4 लीटर पानी का सेवन जरूर करना चाहिए। माना गया है कि पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है। साथ ही शरीर से अतिरिक्त सोडियम भी निकल जाता है। इससे पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं दस्तक नहीं दे पाती हैं।
तनाव का भी होता है पाचन तंत्र पर असर
अगर आप यह सोचती हैं कि केवल खान-पान का असर पाचन तंत्र पर होता है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। बल्कि आप क्या सोचती है और खुद को कितना मानसिक तनाव में डालती हैं, तो इसका असर भी आपके पाचन तंत्र भी पड़ता है। जानकार बताते हैं कि तनाव सीधे तौर पर हार्मोन पर असर करता है और पाचन स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। यह भी माना गया है कि तनाव के कारण पेट के अल्सर, दस्त, कब्ज और आईबीएस जैसी बीमारियों के विकसित होने का खतरा हो सकता है। पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए तनाव पर नियंत्रण करना बेहद जरूरी होता है। अपनी प्रोफेशनल जिंदगी में काम का दबाव और निजी जिंदगी के काम के दबाव को संतुलित करने के लिए आपको अपनी हॅाबी से जुड़ी चीजों पर काम करना चाहिए। इसके लिए संगीत सुनना, डांस करना या फिर सप्ताह में एक दिन अकेले में किसी शांत स्थान पर जाकर खुद के लिए समय निकालें। इससे आप खुद को मानसिक तनाव से दूर रखने में सहायता करेंगे।
शरीर के लिए व्यायाम भी जरूरी
पाचन तंत्र का व्यायाम से भी नाता है। जाहिर सी बात है कि अगर आप नियमित व्यायाम करती हैं, तो इससे आपका पाचन तंत्र पहले की अपेक्षा और भी अच्छे तरीके से काम करता है। जानकारों का मानना है कि नियमित योग और एक्सरसाइज आपके पाचन तंत्र को सुचारू रूप से कार्य करने में सहायता करती है। साथ ही योग और व्यायाम से अपच की समस्या भी नहीं होती है और आप अपने वजन पर भी नियंत्रण रखने में सफल होते हैं।
पाचन तंत्र के लिए जरूरी टिप्स
पाचन तंत्र के सही तरीके से कार्य करने के लिए कुछ जरूरी टिप्स ऐसे हैं, जिनका ध्यान आपको अवश्य रखना चाहिए। सबसे पहले जरूरी है कि आप खाने के सेवन में किसी भी तरह की जल्दबाजी न करें। खाने के सेवन के समय आराम से बैठकर खाने को पूरी तरह से चबा कर खाएं। आयुर्वेद भी हमेशा एकाग्र होकर खाने का सेवन करने की सलाह देता है। ऐसा करने से हमारे दिमाग को हमारे खाने के बारे में सही जानकारी मिलती है। आप चाहे नाश्ता करें या फिर दोपहर या फिर रात के खाने को भी पूरी तरह से चबा कर खाएं। साथ ही खाने के साथ पानी का सेवन न करें। कोल्ड ड्रिंक्स और तले हुए पदार्थों का सेवन न करें। खाने के सेवन से 1 घंटे पहले पानी पीएं और खाना खाने के 1 घंटे बाद पानी पीएं। खाने के साथ पानी का सेवन आपके खाने को पचने नहीं देता है।साथ ही यह भी ध्यान रखें कि ज्यादा सोना भी आपके पाचन तंत्र के लिए सही माना नहीं गया है। ज्यादा खाना भी आपके पाचन तंत्र के लिए मुसीबत ला सकता है।
खाने का समय करें तय
भागदौड़ से भरी हुई जिंदगी में यह करना मुश्किल हो सकता है कि आपको अपने खाने का समय तय करना पड़े, लेकिन आपको यह कोशिश करनी चाहिए कि एक तय समय पर ही खाने का सेवन करना चाहिए,हालांकि इस आदत को अपनाना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन आप एक बार जरूर कोशिश करके देखिए। खासतौर पर रात के समय के खाने का सबसे बड़ा असक पाचन तंत्र पर पड़ता है। दिन के खाने को पचने के लिए समय मिलता है, लेकिन रात को 10 बजे के बाद आप जो भी खाते हैं, उसे पचने में मुश्किल होती है, क्योंकि दिन के मुकाबले आप रात में एक्टिव नहीं रहते हैं। रात के खाने के बाद सीधे सोने की योजना बनती है। इसलिए हो सके, तो सोने से 3 से 4 घंटे पहले खाने का सेवन करें। रात का खाना हमेशा हल्का रखें, जैसे सूप, सलाद, रोटी सब्जी, दाल-चावल या खिचड़ी। तेल या फिर मसाले वाले खाने का सेवन रात के समय न करें। रोज एक ही समय पर खाना आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को सही तरीके से कार्य करने में सहायता करता है।