गर्मी के मौसम में लू या हीट स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा होता है। कई बार हीट स्ट्रोक जीवन को खतरे में डालने वाला कारण भी बन जाता है। यह आमतौर पर अत्यधिक गर्म और ह्यूमिड मौसम में बाहर रहने के कारण होता है, लेकिन कई बार बहुत ज्यादा गर्म इनडोर स्थानों में रहने के कारण भी हो सकता है। आपके शरीर में तरल पदार्थ के कम स्तर या गंभीर डिहाइड्रेशन के परिणामस्वरूप हीट स्ट्रोक आपको प्रभावित कर सकता है। यदि आप पसीने के माध्यम से खो गए तरल पदार्थों की पूर्ति के लिए पर्याप्त पानी नहीं पी रही हैं, तो आप खुद को जोखिम में डाल रही हैं। लू से बचने के लिए आपके शरीर को हर समय हाइड्रेटेड रहने की आवश्यकता होती है। आइए जानते हैं लू से बचने के घरेलू उपाय।
घर पर बना यह घोल कर सकता है समाधान
गर्मियों के दौरान, आपके लिए अपने शरीर में इलेक्ट्रोलाइट और तरल पदार्थ के स्तर को बनाये रखना बहुत महत्वपूर्ण है। गर्मी से बचने के लिए, सुनिश्चित करें कि आप बाहर निकलने से पहले खूब सारा पानी पिएं या नींबू पानी जैसा कुछ लें। वास्तव में आप अपने लिए एक ओरल रिहाइड्रेशन का घोल बना सकती हैं, जिसका सेवन आपको लंबे समय तक बाहर रहने की योजना बनाते समय करना चाहिए। एक चम्मच चीनी, दो चुटकी नमक और एक चुटकी बेकिंग सोडा या सोडियम बाइकार्बोनेट मिलाएं। इसे लगभग 200 से 300 मिलीलीटर पानी के साथ लें।
प्याज है सबसे असरदार
यह हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए सबसे अच्छे उपचारों में से एक है। कई आयुर्वेदिक चिकित्सकों का यह सुझाव है कि यह पहली चीज होनी चाहिए जिस तक आपको पहुंचना चाहिए। कान के पीछे और छाती पर प्याज का रस लगाने से आपके शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही प्याज को जीरा और शहद के साथ भूनकर इसका लेप लगाने से भी फायदा मिलता हैं। खान-पान में शामिल करना भी फायदेमंद रहता है। चटनी या सलाद में कच्चा प्याज आपके सिस्टम को ठंडा कर सकता है।
आम पन्ना देगा बेहतर परिणाम
गर्मियों में आम का मौसम होता है और गर्म हवा और लू से बचाने में कच्चे आम से बेहतर और कुछ नहीं है। ताजा कच्चे आम का पन्ना आपके शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करेगा। कच्चे आम और काली मिर्च और काला नमक जैसे मसालों से बना आम पन्ना शरीर के इलेक्ट्रोलाइट स्तर को संतुलित करने के लिए जाना जाता है। बेहतर परिणाम के लिए दिन में कम से कम दो बार इस पेय का सेवन करें।
बेस्ट है बेल का रस
लू से बचने के लिए सबसे बेस्ट घरेलू उपाय यह है कि बेल का रस पीना शुरू कर दें। गर्मी के मौसम में बेल का जूस सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह आपके शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम करती है साथ ही लू से बचाती भी है।
छाछ भी है बढ़िया
छाछ, जिसे बटर मिल्क भी कहा जाता है, खनिज और विटामिन से भरपूर होता है। गर्मियों में यह आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। गर्मियों का यह स्वादिष्ट पेय न केवल आपके दोपहर के भोजन और रात के खाने के साथ अच्छा लगता है, बल्कि अकेले पीने के लिए भी बढ़िया है।
पुदीना और धनिया का जूस
गर्मी से लू से बचना है तो पुदीना और धनिया का जूस पीना शुरू कर दें, क्योंकि दोनों की तासीर ठंडी होती है, जो लू से बचाने का काम करती है।
सेब का सिरका का फायदेमंद
लू लगने पर शरीर में मिनरल और इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है, खासतौर पर पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी मिनरल की मात्रा काफी कम हो जाती है। ऐसे में सेब के सिरके का सेवन करने से ये खोए हुए मिनरल वापस मिल जाते हैं और शरीर में इनका संतुलन बना रहता है।
चंदन और मुल्तानी मिट्टी है मददगार
चंदन और यहां तक कि मुल्तानी मिट्टी भी शरीर की गर्मी को कम करने में मदद कर सकती है। यह बाजारों और ऑनलाइन विभिन्न रूपों में उपलब्ध है जैसे साबुन, बॉडी वॉश और कच्चे चंदन पाउडर में भी। आप इसे अपने शरीर या चेहरे पर लगा सकती हैं। आयुर्वेद के अनुसार, चंदन आपके शरीर की गर्मी को शांत करने का एक प्रभावी तरीका है। इसमें मौजूद कुकिंग एजेंट मुंहासों और तेलीय त्वचा से छुटकारा दिलाने और आंतरिक और बाहरी गर्मी से राहत दिलाने में भी मदद कर सकते हैं।
एलोवेरा दे गर्मी में ठंडी का एहसास
एलोवेरा का उपयोग बालों की देखभाल, त्वचा की देखभाल और कई स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है। इसके खाना पकाने के गुणों के कारण आप इस जड़ी बूटी का उपयोग अपने शरीर के तापमान को ठंडा करने के लिए भी कर सकती हैं। पत्तियां और आंतरिक जेल आपके शरीर के तापमान को कम करने में मदद कर सकती हैं। यह आपके शरीर का आंतरिक और बाह्य उपचार कर सकता है। आप इस उद्देश्य के लिए प्रतिदिन दो बड़े चम्मच एलोवेरा का सेवन कर सकती हैं या इसे अपने पूरे शरीर पर लगा सकती हैं।
तुलसी भी है वरदान
हीट स्ट्रोक से पीड़ित लोग स्थिति से राहत पाने के लिए तुलसी के पत्तों से निकाले गए रस का भी सेवन कर सकते हैं। 2 चम्मच जूस में एक चुटकी चीनी मिलाकर पीने का प्रयास करें। इससे बहुत आराम मिलेगा।
इमली है पॉवरफुल रेमेडी
हीट स्ट्रोक से बचने में इमली भी बहुत पॉवरफुल है। इमली के कुछ टुकड़े लें और उन्हें कुछ मिनट तक उबालें। तरल को छान लें, स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें चुटकी भर चीनी या शहद मिलाएं और पी लें। ऐसा माना जाता है कि इमली शरीर को आवश्यक पोषक तत्व और इलेक्ट्रोलाइट्स प्रदान करते हुए शरीर को ठंडा करने में मदद कर सकती है, जो डिहाइड्रेशन की वजह से खत्म हो गया है।
वर्कआउट करते हुए ये सावधानी बरतें
गर्मियों के मौसम में वर्कआउट करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें। खासकर पानी को लेकर। एक्सरसाइज से दो घंटे पहले पानी पीना जरूरी है। एक्सरसाइज के दौरान आपको हर 20 मिनट में पीना चाहिए, भले ही आपको प्यास न लगे। इससे शरीर में पानी की मात्रा बरकरार रहेगी।
स्वस्थ आहार की भूमिका भी है खास
गर्मी के तनाव को कम करने का एक और प्राकृतिक उपाय हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थों का सेवन है। खट्टे फल (उच्च पानी सामग्री) और हाइड्रेटिंग फल और सब्जियां जैसे ककड़ी, तरबूज, संतरे, नींबू, अंगूर और करेला आदि खाने से भी शरीर की गर्मी कम करने में मदद मिल सकती है। जिन खाद्य पदार्थों में पानी की मात्रा अधिक होती है, वे ऐसी स्थितियों के लिए बेहद प्रभावी होते हैं। इसलिए, स्वस्थ आहार भी आपके शरीर को नियंत्रित और सामान्य तापमान पर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जंक फूड, शराब और कैफीनयुक्त पेय पदार्थ स्थिति को और खराब कर सकते हैं, क्योंकि वे आपके शरीर की तापमान को नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं, इसलिए गर्मियों में इनसे दूरी जरूरी है।
कपड़ों का भी रखें ख्याल
हल्के रंग के ढीले-ढाले कपड़े ही पहनें। फैब्रिक में कॉटन और लिनेन को प्राथमिकता दें। इसके अलावा, घर से निकलते हुए अपने सिर को टोपी या स्कार्फ से कवर करके निकलें। आंखों पर धूप का चश्मा पहनना भी न भूलें।
दादी मां का नुस्खा भी अपनाएं
गर्म पानी से नहाने पर लू लगने पर शरीर में होने वाले दर्द और तापमान में कमी भी आती है, लेकिन गर्म पानी इस तरह से गर्म होना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले एक बाल्टी पानी को दिनभर के लिए धूप में छोड़ दें। जब शाम हो जाए तो इसी पानी से नहा लें, इस नुस्खे को दादी मां का बेजोड़ नुस्खा माना जाता है।
सबसे ज्यादा पूछे जानेवाले सवाल
लू लगने पर क्या समस्याएं आम हैं ?
लू लगने पर सिर में तेज दर्द होना, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं होने लगती हैं। शुरुआत में इन लक्षणों की तीव्रता काफी कम होती है, लेकिन समय के साथ-साथ ये बढ़ते जाते हैं। लू लगने पर अचानक से तेज बुखार होने लगता है और शरीर में गर्मी बढ़ती जाती है। शरीर में गर्मी बढ़ने के बावजूद भी लू लगने के दौरान शरीर से पसीना नहीं निकलता है। लू लगने पर उल्टी आना और शरीर में तेज दर्द होना आम बात है। कमजोर इम्यूनिटी वाले या शारीरिक रूप से कमजोर लोग लू लगने से बेहोश भी हो जाते हैं।
क्या लू का असर शरीर के अंगों पर भी होता है ?
हां, कई बार लू का असर ब्रेन, किडनी और लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है। शरीर में पानी की कमी होने से किडनी काम करना बंद कर देती है और बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ा देता है।