गर्भावस्था के दौरान सुबह से लेकर रात तक के खान-पान का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। आप जिस भी प्रकार का भोजन करती हैं,उसका सीधा असर मां और गर्भ में पल रहे बच्चे पर होता है। गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं, कई बार इससे महिलाओं को थकान होने लगती है। थकान के कारण महिलाओं को सुबह उठने में भी दिक्कत होती है। ऐसे में अगर आप अपने खान-पान का पूरी तरह से ध्यान रखती हैं, तो आपको किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि कैसे आप गर्भावस्था में अपने सुबह के रूटीन की योजना बना सकती हैं।
सकारात्मक दिन की करें कामना
गर्भावस्था के दौरान यह बहुत जरूरी है कि आप सकारात्मक रहकर अपने हर दिन की शुरुआत करें। सुबह उठने के साथ कुछ देर अपनी जगह पर बैठे और गर्भ के बच्चे को महसूस करने की कोशिश करें और यह प्रार्थना करें कि आप और आपका बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और इस गर्भावस्था की प्रक्रिया के सुखद रखने की कामना करती हैं। हर दिन एक निश्चित समय पर सोने और उठने का प्रयास करें। आज के दिन के बेहतर होने की कामना के साथ खुद को सकारात्मक ऊर्जा से भर दें।
पानी का सेवन न भूलें
देखा जाए, हम सभी को पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान पानी की अहमियत और भी बढ़ जाती है। क्योंकि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। इसलिए गर्भावस्था के दौरान पानी का सेवन आपकी डिलीवरी में अहम भूमिका निभाता है। सुबह उठने के बाद खाली पेट गुनगुने पानी का सेवन करें( डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही)। फ्रिज के पानी का सेवन न करें, इससे आपको सर्दी और खांसी की समस्या हो सकती है। खाली पेट चाय और कॉफी का सेवन न करें। सबसे पहले एक गिलास गुनगुना पानी जरूर पीएं। इससे आपकी पाचन क्रिया अच्छी रहेगी और कब्ज के साथ पेट से जुड़ीं समस्याएं नहीं होंगी।
ध्यान और योग भी है जरूरी
गर्भावस्था में सुबह ध्यान और योग करना भी जरूरी है। योग और ध्यान आपकी मानसिक और शारीरिक गतिविधियों को ठीक रखता है। योग करने से आपको मानसिक तनाव भी कम करने में सहायता मिलेगी। जानकारों का मानना है कि हर दिन गर्भवती महिला को प्राणायाम जरूर करना चाहिए, हालांकि किसी भी तरह का योगासन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह जरूर लें। योग एक्सपर्ट की सलाह के बाद ही गर्भावस्था में हल्के योगासन करें। अगर आप दफ्तर जाती हैं, तो यात्रा के दौरान बस या फिर ट्रेन में बैठकर आंख बंद करके 5 मिनट ध्यान करें। आप अपने मोबाइल फोन में शांत संगीत लगाकर उसे सुनें। इससे भी आपके अंदर सकारात्मकता का प्रवाह होगा।
सुबह का नाश्ता न करें मिस
सुबह का नाश्ता आपके लिए सबसे अहम है। आप अपने नाश्ते की शुरुआत नारियल पानी से भी कर सकती हैं। नारियल पानी पीने के एक घंटे बाद आप अपनी पसंद से पोहा, इडली, दलिया, ओट्स, उपमा, अंकुरित दालें और सीड्स को भी अपने आहार में शामिल कर सकती हैं। आप फलों का जूस पीने की बजाय फलों को काटकर खाएं। अगर आप दूध पीना चाहती हैं, तो फल खाने के 1 घंटे बाद दूध का सेवन करें। ध्यान रखें कि खाना इतना अधिक न खाएं कि आपके पेट में दर्द होने लगे और यह सोच कर कभी न खाएं कि आपको दो लोगों के लिए खाना नहीं खाना है। आपको अपनी भूख के हिसाब से पौष्टिक खाने पर फोकस करना है।
सुबह की धूप से मिलेगा विटामिन डी
गर्भावस्था में विटामिन डी का लाभ आपके बच्चे के विकास के लिए बहुत जरूरी है। ठंड के मौसम में सुबह की धूप आपको सर्दी से भी सुरक्षित रखती है। शरीर को प्राकृतिक तौर पर विटामिन डी देने के लिए आपको सुबह धूप में चलना या फिर कुछ देर बैठना जरूर चाहिए। आप अपने घर के पास मौजूद किसी पार्क में या फिर ऐसे रास्ते पर टहल सकती हैं, जहां पर गाड़ियों की आवाजाही न हो। ध्यान रखें कि सुबह अकेले न टहलें। किसी के साथ ही सुबह टहलें।
खुद को रखें क्रिएटिव काम में व्यस्त
क्रिएटिव काम करना इस वक्त आपके बच्चे के दिमाग के विकास के लिए बहुत जरूरी है। आप सुबह नाश्ता करने के बाद किसी न किसी क्रिएटिव काम को अपना हिस्सा बनाएं। आप किताबें पढ़ सकती हैं या फिर लिखने का काम कर सकती हैं। पेंटिंग कर सकती हैं या फिर आप किसी तरह का कोई क्रिएटिव काम भी इस समय सीख सकती हैं। आप अपना कोई पसंदीदा गेम खेल सकती हैं, लेकिन ध्यान रखें कि यह खेल ऐसा न हो जिसमें आपको शारीरिक मेहनत अधिक करनी पड़े। आपको जिस चीज में रुचि होगी वो काम आप करें इससे आपको सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी और आपका पूरा दिन अच्छे से बीतेगा।