हाथ-पैरों में झुनझुनी आना, चुभन होना या फिर सुन्न हो जाना, ये कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जिन्हें आम तौर पर इग्नोर किया जाता है, लेकिन लंबे समय में ये आपके स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी बन सकती हैं। आइए डॉक्टर सुमन पॉल से जानते हैं कि आखिर किन वजहों से होती हैं ये समस्याएं और उनके उपाय।
विटामिंस की कमी से होती है शरीर में झुनझुनाहट

आम तौर पर हाथ-पैरों में झुनझुनी का एहसास नसों की समस्या का संकेत हो सकता है, जिसे मेडिकल की भाषा में पैरस्थेसिया कहते हैं। कई बार एक ही स्थिति में बैठे, सोए या लगातार खड़े रहने से भी हमारे हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं, जो आम बात है, लेकिन यदि ऐसा बार-बार हो रहा हो तो इसे गंभीरता से लेना बेहद जरूरी है। संभव है कि ये कई गंभीर बीमारियों का संकेत होने के साथ-साथ आपके शरीर में कई विटामिन की कमी का भी संकेत हो। विशेष रूप से शरीर में विटामिन बी और ई की कमी से न सिर्फ आपके नर्व सिस्टम पर बुरा परिणाम होता है, बल्कि ये आपके शरीर के अन्य भागों को भी प्रभावित करते हैं। हालांकि यह भी हो सकता है कि नर्व से जुड़ी परेशानियां, आपके द्वारा खाई गई किसी दवाई का साइड इफेक्ट हो।
बीमारियां भी हो सकती हैं झुनझुनाहट की वजह
दवाइयों के साइड इफेक्ट्स के अलावा कई बार गंभीर बीमारियां, जैसे ट्यूबरक्लोसिस, हाई ब्लड प्रेशर, एचआईवी के कारण भी आपको हाथ-पैरों में झुनझुनी की शिकायत हो सकती है। विशेष रूप से थायरॉइड से पीड़ित महिलाओं को यह समस्याएं आम तौर पर होती हैं। अधिक मात्रा में एल्कोहल का सेवन करनेवाले भी इससे काफी परेशान रहते हैं, क्योंकि शराब पिने से शरीर में विटामिन बी 12 और फोलेट की मात्रा कम हो जाती है, जिससे आपके नर्व सिस्टम और टिश्यूज पर बुरा प्रभाव पड़ता है। हालांकि इसके अलावा अन्य वजहें हैं, जिनसे आपको ये परेशानी हो सकती है, उनमें जानवरों और कीड़े-मकोड़ों के काटने के साथ सीफूड्स के टॉक्सिन्स शामिल हैं। साथ ही यदि आप किसी बीमारी के कारण रेडिएशन नर्व थेरेपी करवा रही हैं, तब भी आपको ये समस्याएं हो सकती हैं।
भोजन में शामिल करें सभी पोषक तत्व

आपके हाथ-पैरों में झुनझुनाहट के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इसका प्रमुख कारण है आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी। विशेष रूप से विटामिन बी12 के साथ विटामिन बी1, विटामिन बी6, मैग्नीशियम और कैल्शियम की कमी से आपको यह परेशानी हो सकती है। ऐसे में आप अपने भोजन में ऐसी चीजों को शामिल करें, जिससे इनकी पूर्ती हो सके। इसके लिए आप अपने आहार में चिकन, फिश और डेयरी प्रोडक्ट्स के साथ साबुत अनाज, फलियां, ड्राइफ्रूट्स, सीड्स और अपने डॉक्टर्स के द्वारा बताए गए हेल्थ सप्लीमेंट्स जरूर शामिल करें। जो लोग डायबिटीज से पीड़ित होते हैं, उनमें ये परेशानी कैल्शियम की कमी के कारण होती है। इसके अलावा विटामिन बी1 यानी थायमिन आपके नर्व सेल्स के लिए बहुत जरूरी है। इसकी कमी से आपके हाथ-पैरों में झुनझुनाहट के साथ मसल वीकनेस और दिल से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं।
झुनझुनाहट से निपटने के अन्य उपाय
यदि आपको लगता है कि यह सामान्य झुनझुनी है तो शरीर के जिस भाग में झुनझुनी है, उसे रिलैक्स रखने की कोशिश करें, जिससे ब्लड फ्लो वापस शुरू हो जाए। नर्व्ज़ में ऑक्सीजन के साथ हेल्दी ब्लड सप्लाई बेहद जरूरी है। इसके अलावा जब झुनझुनाहट होने लगे तो आस-पास टहलने की कोशिश करें। हाथों में झुनझुनाहट हो तो हथेलियों को बार-बार खोलने और बंद करने के साथ प्रॉपर मूवमेंट बनाए रखें। आप चाहें तो ब्लड फ्लो इम्प्रूव करने के लिए हाथ-पैरों की मालिश भी कर सकती हैं। कई लोगों में ये भी देखा गया है कि शरीर में गर्मी बढ़ने से भी उनमें झुनझुनाहट की समस्या हो जाती है। ऐसे में ठंडी तासीरवाली खाने-पिने की चीजें अपने भोजन में शामिल करें और गर्म पानी से शॉवर अवॉयड करें। विशेष रूप से गर्मियों के मौसम में टाइट कपड़े पहनने से बचें और पर्याप्त नींद लें।
समय पर लें डॉक्टर की सलाह

यदि आपकी यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, तो आप योगा और मेडिटेशन का सहारा भी ले सकती हैं। मेडिटेशन से न सिर्फ ब्लड सर्कुलेशन इंप्रूव होता है, बल्कि नर्व सिस्टम भी हेल्दी रहता है और आप झुनझुनाहट से दूर रहती हैं। हालांकि काफी जतन करने के बावजूद यदि आपको कोई फर्क नजर न आए तो आपको बिना देर किए किसी अच्छे न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए। इससे पहले कि आपकी समस्या, गंभीर बीमारी बन जाए, उसका समय पर इलाज होना बेहद जरूरी है।