होली के त्यौहार का सबसे अधिक आनंद रंग खेलने और ढेर सारे पकवान खाने में आता है। होली के दिन घर के किचन से लेकर लिविंग रूम तक पकवानों की लंबी कतार लगी होती है और इस त्यौहार की खूबी यह है कि यह जितने उल्लास से रंगों को खेलने का मौका देती है, ठीक उतनी ही बेफिक्री से लजीज खाने के दरवाजे भी खोल देती हैं। ऐसे में स्वादिष्ट पकवानों को खाने के बाद अगर आप डिटॉक्स करने की योजना बना रही हैं, तो हमारी यह जानकारी आपकी सहायता कर सकती है। ज्ञात हो कि किसी भी त्यौहार के बाद डिटॉक्स करना इसलिए जरूरी होता है, क्योंकि शरीर में मौजूद खराब तत्व आसानी से बाहर निकल जाएं। होली के दिन जमकर दही भल्ले, गुझिया, ठंडाई और जंक फूड खाने के बाद अंदरूनी तौर पर खुद को ताजा और हेल्दी महसूस करने के लिए डिटॉक्सिफिकेशन जरूरी माना गया है। आइए जानते हैं विस्तार से कि डिटॉक्स के लिए किन तरीकों को अपनाया जा सकता है।
नींबू और पुदीना पानी या नारियल पानी
होली के मौके पर तले हुए पकवान खाने के बाद पेट भारी सा लगने लगता है। होली के अगले दिन सुबह खाली पेट आप नींबू पानी का सेवन कर सकती हैं। नींबू पानी बनाने के लिए गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़ कर डाल दें। पुदीना का पानी भी पाचन के लिए सही विकल्प है। आप चाहें तो गुनगुने पानी में नींबू का रस और पुदीना की पत्ती को तोड़कर डाल दें, फिर पानी की बोतल में इसे भर लें। पूरे दिन इसका सेवन प्यास लगने पर करती रहें। आप चाहें तो नारियल पानी भी पेट को ठंडक पहुंचाने के लिए पी सकती हैं।
ढेर सारी हरी सब्जियां
खाने में हरी सब्जियों का इस्तेमाल अधिक करें। हरी सब्जियों में जरूरी पोषक तत्व के साथ फाइबर मौजूद होते हैं। पालक, मेथी, सहजन और पत्ते वाली अन्य सब्जियां स्वास्थ्य के लिए लाभदायक मानी गई हैं। माना जाता है कि हरी सब्जियों में कार्बोहाइड्रेट भी होता है, जो शरीर को ऊर्जा देता है। हरी सब्जियां से शरीर की इम्युनिटी सिस्टम (प्रतिरोधक क्षमता) भी मजबूत होती है। हरी सब्जियों को खाने से लंबे समय तक पेट भरा हुआ लगता है।
रात को हल्का खाना
शाम को हल्का खाना खाएं। सूप या फिर जूस भी आप ले सकती हैं। सलाद और अपने पसंद की खिचड़ी भी बेहतर पर्याय है। गर्मी के मौसम में दोपहर और रात के खाने में छाछ को शामिल करने आपके पेट की सेहत की सही ड्रिंक है। कोशिश यह करें कि रात के समय पौष्टिक और अच्छा आहार लें।
टहलना और व्यायाम
होली के मौके पर आपने जमकर नाच-गाना किया होगा। खुद में यही उत्साह होली के बाद भी जारी रखने की कोशिश करें। आपको अगर डांस का शौक है , तो अपने समय अनुसार इसे जारी रखें। या फिर सुबह और शाम को टहलें। आप किसी अनुभवी का मार्गदर्शन लेकर व्यायाम भी कर सकती हैं। माना जाता है कि टहलने से शरीर एक्टिव हो जाता है। समय निकालकर सुबह-शाम टहलने के लिए जाएं। डिटॉक्स का एक तरीका यह भी है कि आप अपने घर के कामों को खुद करें। इससे शरीर का काफी व्यायाम हो जाता है।
डिटॉक्स चाय
अगर आप चाय पीने की शौकीन हैं, तो आपके लिए यह डिटॉक्स चाय अच्छा विकल्प हो सकता है। इसे बनाना बेहद आसान है। डिटॉक्स चाय बेहद कम सामानों के साथ आपके लिए होली के बाद सही ड्रिंक साबित हो सकती है। इसे बनाने के लिए 1 लीटर पानी लें। पानी में जीरा, धनिया, और सौंफ डालने के बाद 10 मिनट तक पकाएं। इसे फिर किसी थर्मस में निकालें। इसका सेवन आप पूरे दिन कर सकती हैं।
घर का खाना, पैकेट फूड या ड्रिंक नहीं
अपने डिटॉक्स की योजना में केवल घर के खाने को शामिल करें। घर का सादा दाल-चावल हो या फिर आपके पसंद का कोई खाना, यह आपके लिए डिटॉक्स का अच्छा विकल्प है। केवल इतना याद रखें कि अधिक तेल वाले खाने का सेवन ना करें। पैकेट फूड, जंक फूड और पैकेट ड्रिक से खुद को दूर रखें। पैकेट फूड में रंग और स्वाद के लिए कई सारी आर्टिफिशियल चीजें शामिल की जाती हैं। माना गया है कि यह आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में पैकेटबंद जूस और फूड से परहेज करें।
मेडिटेशन रखेगा तनाव से दूर
जानकारों का कहना है कि मेडिटेशन से आप तनाव को कम कर सकते हैं। मेडिटेशन करने से आप खुद को भीतर से स्वस्थ रख सकते हैं। इससे आपका भावनात्मक स्वास्थ्य संतुलित रहता है।साथ ही एकाग्रता भी बढ़ती है। होली की छुट्टी के बाद काम का बोझ ज्यादा हो जाता है,खुद को भीतरी तौर पर शांत रखने के लिए मेडिटेशन भी डिटॉक्स का कारगार तरीका है।