पीरियड्स की प्रक्रिया आमतौर पर किशोरावस्था से पहले शुरू हो जाती है। कई महिलाओं के लिए पीरियड्स उनके दैनिक जीवन को बाधित कर सकता है और दिन-प्रतिदिन के कार्यों को करने में असुविधा पैदा कर सकता है। जबकि पेट में ऐंठन, दर्द, सामान्य थकान और मुहांसे मासिक धर्म चक्र का एक नियमित हिस्सा है, यह एक खतरनाक मोड़ भी ले सकता है, अगर आपने पीरियड्स के दौरान स्वच्छता का पालन नहीं किया तो। पीरियड्स के दौरान इन्फेक्शन और बीमारियों से सुरक्षित रहने के लिए यहां हमने स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ सुनिधि मिश्रा से बात की और बहुत सी जानकारियां हासिल की जो आपको भी जाननी चाहिए।
बदलते रहें पैड
चाहे आप किसी भी पैड या टैम्पोन का इस्तेमाल कर रही हो, उन्हें बार-बार बदलना पीरियड्स के दौरान स्वच्छता के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। डॉ.सुनिधि ने कहा, ‘मेरी सलाह यह है कि पीरियड्स के शुरू के दिन हर 3 या 4 घंटों ,में पैड बदलना चाहिए। दिन के दौरान आप काफी एक्टिविटी करते हैं, इसलिए रक्त प्रवाह अधिक होता है। रात के दौरान कम एक्टिविटी के कारण रक्त का प्रवाह कम होता है, इसलिए इसे अपनी जरूरत या रात भर भी पहना जा सकता है। लंबे समय तक उपयोग से रैशेज और हानिकारक बैक्टीरिया का खतरा हो स्काट है, जो इन्फेक्शन फैला सकता हैं।”
हाथों को बचाएं बैक्टीरिया से
यह भी पीरियड्स के दौरान स्वच्छता के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है और इसका सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। पैड के इस्तेमाल के बाद इसे ठीक से लपेटा जाना चाहिए। डॉ.सुनिधि ने कहा, “इसे सुरक्षित रूप से खत्म करना चाहिए और किसी भी हालत में फ्लश नहीं किया जाना चाहिए। खुद की स्वच्छता भी इसीसे जुड़ी हुई है। आपके हाथों पर बैक्टीरिया और खून न लगा हो, इसका भी पूरा ध्यान दें। पैड के फेंकने के बाद अच्छी तरह से हाथ धोना चाहिए। ऐसा न करने से न केवल आपको, बल्कि आपके आस-पास के लोगों को भी इन्फेक्शन होने का खतरा हो सकता है।”
आरामदायक और हल्के कपड़े पहनें
पीरियड्स के दौरान आरामदायक कपड़े पहनना न केवल आपको आराम दे सकता है, बल्कि पीरियड्स के दौरान स्वच्छता को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। डॉ. सुनिधि बताती हैं कि दौरान कम्फर्ट को सबसे आगे रखें। तंग कपड़े शरीर पर अनावश्यक तनाव पैदा कर सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप पसीना आ सकता है और आपकी इंटिमेट जगहों पर इन्फेक्शन बढ़ सकता है। बड़े-बूढ़े इसलिए कहा करते थे कि पीरियड्स के दौरान कॉटन के हल्के कपड़े पहनने चाहिए।”
इंटिमेट हाइजीन के लिए कोई भी प्रोडक्ट या साबुन का प्रयोग न करें
पीरियड्स के दौरान आपकी इंटिमेट हाइजीन भी महत्वपूर्ण है। आप टीवी पर विज्ञापन देखकर प्रेरित न हो, पहले से बात करें फिर ही किसी इंटिमेट हाइजीन के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। डॉ. सुनिधि ने कहा, “आप गुनगुने पानी से अपने इंटिमेट एरिया को साफ करें। पीरियड्स के दौरान दिन में तीन-चार बार सफाई करें। बाजार में मिलने वाले प्रोडक्ट इंटिमेट हाइजीन का दावा करते हैं लेकिन, इसे अपने डॉक्टर की सलाह पर ही इस्तेमाल करें। बिना सोचे समझे प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से ये इंटिमेट एरिया में जलन या रैशेज पैदा कर सकते हैं। वेट वाइप्स और अन्य सॉफ्ट केमिकल मुक्त प्रोडक्ट इंटिमेट हाइजीन के लिए बढ़िया विकल्प हैं, लेकिन इसे भी अपने डॉक्टर से पूछ कर ही इस्तेमाल करें।”
एक समय में केवल एक मोड अपनाएं
डॉ. सुनिधि ने कहा कि मैं ऐसी कई महिलाओं को जानती हूं जो हैवी ब्लीडिंग के दौरान एक से ज्यादा प्रोडक्ट का इस्तेमाल करती हैं। वे पैड भी इस्तेमाल करती हैं और उसी समय टैम्पोंन भी। अब ऐसे में वो यह नहीं समझती कि इससे बैक्टीरिया और भी बढ़ सकते हैं। किस प्रोडक्ट को कब बदलना है, उसका ट्रैक भी वे नहीं रख पाती हैं। मेरा सुझाव है कि एक समय में दो अलग-अलग प्रोड्कट का इस्तेमाल करने से अच्छा है कि एक ही प्रोडक्ट को बार-बार बदलना।