सेसेंटिव यानी की संवेदनशील लोग दिल के नजरिए से अपना जीवन जीते हैं। ऐसे लोग अपने जीवन में एक कपड़ा खरीदने से लेकर दोस्त चयन करने के दौरान तक सारे फैसले दिल के रास्ते से गुजर कर लेते हैं। यही वजह है कि संवेदनशील लोगों अपने जीवन में कमजोर रिश्ते का सामना सतत करते रहते हैं। अगर आप खुद संवेदनशील हैं या फिर आपके दोस्तों की फेहरिस्त में कोई एक व्यक्ति ऐसा है, जो कि अधिक संवेदनशील है, आइए जानते हैं विस्तार से कि कैसे आप उनके साथ डील कर सकती हैं।
बोलने से पहले सोचें
सेसेंटिव लोग काफी भावुक होते हैं। ऐसे लोग दिल के बेहद साफ होते हैं। इसलिए कई दफा इन लोगों को छोटी-छोटी बातें बुरी लग जाती हैं। संवेदनशील लोग किसी भी छोटी सी बात को लेकर तुरंत आहत हो जाते हैं, लेकिन जितनी जल्दी इन लोगों को बुरा लगता है, उतने ही जल्दी वह सामने वाले की बातों को अनदेखा कर आगे भी बढ़ जाते है, हालांकि संवेदनशील लोगों को जब भी कोई बात अधिक बुरी लगती है, तो वे इसे कायम के लिए याद जरूर रखते है।
लोगों के सामने न समझाएं
अगर आपको अपने दोस्त को उसकी किसी गलती को समझाना हो या फिर कोई बात समझनी या बतानी है, तो इसके लिए आप अपने दोस्त को अकेले में समझाएं। चार लोगों के सामने या फिर ऊंची आवाज में बात न करें। ऐसा करना उन्हें सबसे अधिक दुखी कर सकता है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि जब भी आपको कोई निजी बात करनी है, तो उसके लिए एकांत की तलाश करें। संवेदनशील लोगों के साथ आप जितना प्यार से व्यवहार करेंगे, उनके साथ आपके रिश्ते अधिक मधुर होंगे।
अधिक मजाक न करें
संवेदनशील व्यक्ति लोगों से मजाक कम करना पसंद करते है। ऐसे में वह उन लोगों के साथ अधिक रहते हैं, जो कि उनके साथ ज्यादा मजाक न करें, क्योंकि संवेदनशील लोगों को ऐसे लोगों से दोस्ती करना अधिक पसंद होता है, जो कि उन्हें समझें और उनका मजाक न उड़ाएं।
अधिक समझने की जरूरत
संवेदनशील लोगों की दोस्तों की फेहरिस्त काफी छोटी होती है। उनके पास केवल एक या दो दोस्त होते हैं। इसकी वजह यह होती है कि संवेदनशील लोग दोस्ती हो या कोई भी रिश्ता, ऐसे लोगों की तलाश करते हैं, जो कि उन्हें समझें। बेहद भावुक होने के कारण संवेदनशील लोगों को जीवन के हर पड़ाव पर ऐसे दोस्तों की आवश्यकता होती है, जो कि उन्हें सबसे अधिक समझें। संवेदनशील लोग अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी प्राइवेट होते हैं।
सख्त रवैया न अपनाएं
अगर आपका दोस्त अधिक संवेदनशील है, तो उसके साथ सख्त रवैया अपनाने से पहले सोचना जरूरी है। सख्त रवैया अपनाने पर संवेदनशील व्यक्ति मानसिक तौर पर काफी आहात हो जाते हैं, जो कि उनकी मानसिक सेहत के लिए सही नहीं होता है। अगर आपसे अनजाने में भी कोई गलती हो जाए, तो अपनी बात समझाने की शुरुआत माफी से करें।