बेटियां घर की आईना होती हैं। यही वजह है कि घर पर आने वाली सारी जिम्मेदारी और सारी तकलीफों की झलक उनके चेहरे पर भी दिखाई देती हैं। जब घर में बड़ी बेटी होती हैं, तो जाहिर सी बात है कि जिम्मेदारियां भी कई बार उनके कांधे पर आ जाती है। कई बार समय से पहले घर की बड़ी बेटी पर समय से पहले जिम्मेदारी आ जाए, तो उनको पैम्पर करना न भूलें। आइए विस्तार से जानते हैं कि आप कैसे अपने घर की बड़ी बेटी को पैम्पर कर सकती हैं।
बेटी के फैसले का सम्मान करें
कई बार घर की बेटी पर आर्थिक जिम्मेदारी वक्त से पहले आ जाती है, इसलिए जरूरी है कि आप उनकी भावनाओं का सम्मान करें। अगर जिम्मेदारी के कारण आपकी बेटी कभी कोई फैसला करती हैं, तो उसे भी समझने की कोशिश करें। अगर आपको अपनी बात समझानी है, तो उसे भी प्यार से समझाने की कोशिश करें। कभी-भी किसी भी बात को लेकर बेटी पर हावी न हो, उन्हें ऐसा न लगें कि वक्त से पहले जिम्मेदारी के बोझ ने उनके लिए बड़ी परेशानी लेकर आया है। इसलिए उनके हर फैसले के सम्मान के साथ समझें और अपनाएं।
खास दिनों पर करें खास तैयारी
कई बार ऐसा होता है, जब वक्त से पहले जिम्मेदारियों के चलते कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अपने खुद के खास दिनों जैसे जन्मदिन और किसी स्पेशल दिन के लिए समय नहीं मिलता है। ऐसे में आप अपनी बेटी के लिए कुछ खास तैयारी कर सकती हैं, उनके पसंद की कोई डिश बनाकर या फिर उनके लिए कोई तोहफा लेकर, आप उन्हें यह याद दिला सकती हैं कि बेटी आपको लिए सबसे स्पेशल है।
बेटी के सपनों को भी दें महत्व
ऐसा न हो कि जिम्मेदारी के चलते आप यह भूल जाएं कि बेटी के भी सपने हैं। वक्त से पहले जिम्मेदारी सपनों को भी दूर कर देती है। इसलिए अपनी जिम्मेदारी समझते हुए बेटी को यह याद जरूर दिलाएं कि उसके सपनों का भी महत्व है। उसे अपनी जिम्मेदारी के साथ खुद के सपने भी पूरे करने की कोशिश करनी चाहिए। अपनी बेटी को पैंपर करने के लिए उसके सपनों को भी महत्व दें।
किसी के सामने न करें टांग खिंचाई
घर पर आए हुए मेहमानों के सामने या फिर रिश्तेदारों के सामने कभी भी अपनी बेटी की टांग खिंचाई न करें। उसे किसी भी हालात में नीचा दिखाने की कोशिश न करें और उसका किसी भी तरह से मजाक न बनाएं। मजाक में भी की हुई बात, आपकी बेटी के दिल को दर्द दे सकती है। यह ध्यान रखें कि कभी-भी उनके बर्ताव, कपड़े और रंग-रूप का मजाक किसी तीसरे व्यक्ति के सामने न बनाएं।
बेटी के गुस्से में करें प्यार की तलाश
मुमकिन है कि जिम्मेदारी के कारण कई बार बेटी आपके सामने अपनी तकलीफ और परेशानी को गुस्से में जाहिर करती हैं, तो उनकी बातों को बुरा न मानें, बल्कि यह समझने की कोशिश करें कि उनके इस गुस्से की वजह क्या है, और एक बार गुस्सा शांत हो जाने के बाद उनके साथ मिलकर उनसे बात करें, ताकि बेटी अपना दर्द आपके सामने जाहिर कर सकें। इससे बेटी को भी अहसास होगा कि चाहे कितनी भी परेशानी या फिर जिम्मेदारी का बोझ क्यों न हो, माता-पिता का साथ और प्यार हर कदम पर उसके साथ है।