त्योहार के आने के साथ मां शक्ति बन जाती हैं। उन्हें देख ऐसा प्रतीत होता है कि अपने दोनों हाथों से वह घर त्योहार की पूरी तैयारी कर लेंगी। थकावट से चूर होने के बाद भी त्योहार के मौके पर उनके पैर थमना बंद नहीं करते हैं। जाहिर सी बात है कि त्योहार के अवसर पर परिवार के सभी लोग एक दूसरे के और करीब आते हैं, लेकिन इस दौरान मां के साथ भी आप अपने रिश्ते की डोर को पहले से मजबूत कर सकती हैं, वैसे हर बच्चे के साथ उसकी मां का रिश्ता अटूट होता है, हालांकि त्योहार के दौरान आप अपनी मां की हमदर्द और हमसाथी बन सकती हैं। बेटी से अधिक मां के लिए उनकी सबसे खास सहेली भी बन सकती हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कैसे।
शॉपिंग में होगी गपशप
त्योहार की शॉपिंग सबसे मुश्किल और सबसे अधिक समय के साथ आती है। इस दौरान आप अपनी मां के साथ बैठकर त्योहार के सामान की पूरी लिस्ट तैयार कर सकती हैं। साथ ही मां के साथ त्योहार की शॉपिंग करने के लिए बाजार भी जाएं और वहां पर चटपटे चाट और चाय की चुस्की के साथ ढेर सारे गपशप कर सकती हैं। इसके जरिए आपको मां की जिंदगी के पुराने किस्से, उनकी बचपन की सहेली या फिर बचपन के कई अनसुने किस्से भी सुनने को मिल सकते हैं।
पकवान के साथ यादों की मिठास
त्योहार के मौके पर घर पर ही ढेर सारे पकवान बनते हैं। आप इस दौरान रसोई में मां की मदद कर सकती हैं। साथ ही यह जान सकती हैं कि उनके बचपन में त्योहार का माहौल क्या होता था, कैसे उनकी मां यानी कि आपकी नानी से उन्होंवे पकवान बनाने की सीख ली है। आप इस तरह मां के साथ कुछ यादें बटोर कर रख सकती हैं। इसके साथ आपको मां के हाथ की रेसिपी भी देखने को मिलेगी, हालांकि मां के हाथ का स्वाद केवल मां के हाथ में ही आता है।
साफ-सफाई से मां के साथ मी टाइम
त्योहार से पहले घर में साफ-सफाई का जरूरी होती है। इस वक्त घर की साफ-सफाई में मां की सहायता करके आप घर से जुड़ी उन पुरानी यादों को ताजा कर सकती हैं, जो कि आपके बचपन के किस्से लेकर आती है, जैसे पुराने फोटो एल्बम में मां के साथ आपकी बचपन की तस्वीरें और मस्ती भरी यादें। साथ ही आपके बचपन के कपड़े और मां की शादी की साड़ी के कई कलेक्शन भी देखने को मिलेंगे। आप मां की पुरानी, लेकिन अनमोल साड़ी कलेक्शन में से खुद के लिए फेस्टिवल को कोई आउटफिट बना सकती हैं, जो कि हमेशा के लिए आपके पास मां की याद के तौर पर रहेगी।
मेरी मां मेरी परी
जी हां, त्योहार का मौसम ऐसा होता है, जब सारी तैयारी के बीच मां के पास तैयार होने का समय नहीं होता है। जब आप मां की मदद करेंगी, तो उनके पास कुछ वक्त फुर्सत के भी बचेंगे। आप त्योहार के दिन खुद को तैयार करने से पहले मां को अच्छी तरह से तैयार करें और उन्हें अच्छा फील करवाएं। मां की मुलाकात उस महिला से कराएं जिसके पास खुद के लिए वक्त है, जो सबसे पहले खुद से प्यार करती है। मां को यह महसूस कराएं कि वो आपके लिए कीमती हैं।
हंसी-मजाक से मिटेगी थकान
काम की थकावट के बीच मां के आस-पास हंसी मजाक वाला माहौल बनाएं। इसमें आप अपने बहन या भाई की मदद भी ले सकती हैं। अगर कोई नहीं है, तो आप खुद कोई कॉमेडी फिल्म टीवी पर लगाकर या फिर कोई कॉमेडी शो के लिए मां के लिए अच्छा वातावरण बना सकती हैं। आप यह भी कर सकती हैं, मां की पसंद की चीजें कर आप उन्हें अच्छा महसूस करा सकती हैं। इन दिनों पार्लर की सुविधा घर पर मिल रही है। आप मां के लिए एक अच्छा सा बॉडी मसाज की भी योजना बना सकती हैं, जो कि फेस्टिवल से पहले उन्हें थकान से राहत देगा। देखा जाए, तो बेटी का मां के साथ होना भर ही मां के लिए हिम्मत बन जाता है। आपकी मौजूदगी से ही मां की थकान चेहरे पर नजर नहीं आएगी। इसलिए इस त्योहार अपनी मां, सास या फिर बहन की हमसाथी जरूर बनें और अपने रिश्ते में विश्वास, प्यार और दोस्ती की ज्योति जलाएं।