क्या आपने कभी सोचा है कि घर से अधिक समय आप अपने दफ्तर में बिताते हैं। इस दौरान आपके लिए यह जरूरी हो जाता है कि कलीग के साथ रिश्ता बनाए रखना। क्योंकि ऑफिस में हुई जरा सी भी खटपट आपके व्यक्तित्व पर नकारात्मक असर करती है। ऑफिस में आपके लिए माहौल तब और खराब हो जाता है, जब कॉलीग्स के साथ आपके रिश्ते में उतार चढ़ाव आते रहते हैं। यह मुश्किल तब और अधिक हो जाती है, जब आप अपनी कॉलीग्स की हर बात पर टांग अड़ाने लगते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि आपको कॉलीग्स की हर बात पर कैसे टांग नहीं अड़ाना चाहिए।
बातें ध्यान से सुनें
अपने कॉलीग्स के साथ रिश्ता बनाने के लिए यह जरूरी है कि आप उनकी बातों को ध्यान से सुनें। रिश्ता ऑफिस का हो या फिर निजी क्यों न हो, कम्युनिकेशन होना बेहद जरूरी होता है। कई बार ऐसा होता है कि हम बोलते हैं और सामने वाले व्यक्ति की बातों को अनसुना कर देते हैं। लेकिन ऐसा करना सबसे पहले निशानी है कि आप अपने कॉलीग्स की बात और काम दोनों में टांग अड़ा रही हैं। जरूर है कि आप प्रवक्ता बनने से पहले वक्ता बनें। अपने कॉलीग्स की बातों को ध्यान से सुनें।
बोलने का दे मौका
आपको कॉलीग्स के साथ अपना कम्युनिकेशन बढ़ाना होगा। कम्युनिकेशन को बढ़ाते हुए आपको अपने कॉलीग्स की बातों को भी सुनना होगा। जब आप बोलने का मौका देती हैं, तो इससे आप अपने कॉलीग्स की बातों को निष्पक्ष रूप से सामने प्रस्तुत करने का अवसर देती हैं। बोलने का मौका देने से आपके कॉलीग्स को लगेगा कि उनकी बातों की भी अहमियत है और उनकी राय भी मायने रखती है।
शो ऑफ करने से बचें
दिखावा करना किसी भी रिश्ते को खाई में पहुंचा सकता है। दिखाया करना यानी कि खुद के बारे में या फिर खुद के काम के बारे में शो ऑफ करना। कई बार शो ऑफ करने के चक्कर में हम चीजों को बढ़ा-चढ़ाकर दूसरों के सामने पेश करते हैं। खासकर कॉलीग्स के सामने ऐसा करना सामने वाले व्यक्ति को यह महसूस करा सकता है कि आपको दूसरों की नजर में छोटा दिखा रहे हैं। ऐसे लोगों के साथ कोई भी रहना पसंद नहीं करता। कॉलीग्स को कई बार ऐसा भी लग सकता है कि आप शो ऑफ करने के साथ दूसरों के सामने उन्हें नीचा दिखा रही हैं। इसलिए जरूरी है कि अपने कॉलीग्स के सामने बड़ी- बड़ी बातों को चढ़ाकर न बोले। अपनी किसी भी बात को कॉलीग्स के सामने सीधे तौर पर रखें और किसी भी बड़े- छोटे मामले पर बनावटी बातों को करने और शो ऑफ करने से बचें।
हर बात पर राय न दें
कॉलीग्स की बातों के बीच किसी भी तरह का राय न दें। कई बार ऐसा होता है कि आप सामने वाले व्यक्ति को सही राय देते हैं, लेकिन राय देने का वक्त सही नहीं होता है। ऐसे में आपकी सही राय कॉलीग्स को अड़चन लग सकती है। हर बात पर राय देना आपकी इमेज को पूरी तरह से कॉलीग्स के सामने नकारात्मक भी कर सकता है।
खुद को साबित करने का मौका दें
अगर कोई मीटिंग होती या फिर कोई जरूरी प्रोजेक्ट पर आप दोनों साथ में काम कर रही हैं, तो अपने कॉलीग्स को खुद को साबित करने का मौका दें। आप अपना काम करें और कॉलीग्स को उसका काम करने दे। आप किसी भी तरह से अपने कॉलीग्स के काम के बीच में न आएं।