शिक्षा की तरफ बढ़ने की पहली सीढ़ी होती है, पढ़ना। बचपन से ही आप अपने बच्चों को कुछ न कुछ पढ़ाने में लगे रहते हैं। ए फॉर एप्पल, बी फॉर बॉल, क,ख, ग, घ, ड़…लेकिन धीरे-धीरे जब वे यह सब पढ़कर, समझकर आगे बढ़ने लगते हैं तो उनके हाथ लग जाती है स्कूल्स की किताबें और फिर वे बस उसे ही पढ़ते हैं और कुछ नहीं। मॉडर्न पेरेंट्स भी इस बात से सहमत हो जाते हैं कि वे पढ़ाई तो कर ही रहे हैं, लेकिन ‘गुड रीड’ भी उनके लिए जरूरी है। ऐसी किताबें, जो उन्हें स्कूल में नहीं पढ़ाई रुचि बढ़ाने के लिए आपको उन्हें बचपन से ही पढ़ने की इच्छा पैदा करनी होगी। धीरे-धीरे ही सही और नीचे दिए गए कुछ आसान तरीकों को फॉलो करके आप बचपन से ही बच्चों में किताबें पढ़ने की हॉबी को पैदा कर सकती हैं।
घर पर बनाएं रीडिंग कॉर्नर
किताबों के लिए घर में एक छोटी सी लाइब्रेरी बनानी चाहिए। एक शांत कोना होना चाहिए, जहां बच्चे और बड़े दोनों एक साथ बैठकर पढ़ सकें। यहां बच्चों के लिए बैठने की अलग जगह, उनकी किताबों का अलग सेक्शन भी होना चाहिए, ताकि वे अपनी पसंद की किताबें चुन सकें और उन्हें आराम से पढ़ सकें।
रोजाना पढ़ने का समय निर्धारित करें
यदि आप वास्तव में अपने बच्चों में पढ़ने के लिए प्यार विकसित करना चाहते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप उन्हें दिन के एक विशिष्ट समय पर हर दिन पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। दोपहर का समय हो, सोने से आधा घंटा पहले, रात के खाने के ठीक बाद, या जो भी समय आपके लिए सबसे अच्छा काम करता है, अपने बच्चे के लिए एक आरामदायक पढ़ने का समय निर्धारित करें और उसका सख्ती से पालन करें। इस तरह आपका बच्चा पढ़ने को एक महत्वपूर्ण दैनिक कार्य के रूप में मानेगा।
चुनौतियां और इनाम तय रखें
अपने बच्चों के लिए पढ़ने का लक्ष्य निर्धारित करें और यदि वह लक्ष्य प्राप्त करते है, तो उन्हें उनके पसंदीदा चीज गिफ्ट या इनाम ,के तौर पर दें। हर चुनौतियां पूरी होने पर कुछ भी ऐसा गिफ्ट दें,,जिससे आपके बच्चे और अधिक पढ़ने के लिए प्रेरित हों। उदाहरण के लिए, यदि आपका छोटा बच्चा प्रतिदिन आधा घंटा पढ़ता है, तो उसे उसका पसंदीदा स्नैक दें।
किताबों से अच्छा गिफ्ट नहीं
कुछ स्पेशल दिन हो या आपके बच्चों का जन्मदिन, कोशिश करें उन्हें किताबें ही गिफ्ट करें। उनके किसी दोस्त का जन्मदिन हो तब भी उन्हें बताएं कि किताब ही गिफ्ट की जानी चाहिए। इससे वे किताबों की वैल्यू करेंगे और किताबों जरिये दूसरों की रुचि भी जानने की कोशिश करेंगे।
उन्हें स्टोरी रीडिंग सेशन पर ले जाएं
उन्हें स्टोरी रीडिंग सेशन में ले जाने से आपके बच्चे को समान रुचियों वाले अन्य बच्चों का साथ मिलेगा और अन्य जॉनर की किताबों में भी बढ़ेगी। इसके साथ आप उन्हें किताबों पर आधारित बच्चों की फिल्में भी दिखा सकती हैं। हैरी पॉटर और लॉर्ड ऑफ द रिंग्स जैसी फिल्में और किताबें बच्चों के लिए काफी उत्साहित मानी जाती हैं।
बच्चों की रुचि को समझें
पढ़ने को बढ़ावा देने के लिए बच्चों के इंट्रेस्ट को खुलने का समय दें। कुछ बच्चे आसानी से इसकी आदत डाल लेते हैं और कुछ को समय लग सकता है। अपने बच्चे की रुचियों को ध्यान से देखें, चर्चा करें कि उन्हें क्या उत्साहित करता है, और उसके अनुसार एक योजना तैयार करें। उदाहरण के लिए, जो बच्चे गेम्स खेलना पसंद करते हैं उन्हें किताबों में इस्तेमाल किये गए कुछ शब्दों को खोजने की लिस्ट दें। सबसे अधिक शब्द खोजने में सबसे पहले आने वाले बच्चे को प्राइज दें, इससे उनके शब्दों का ज्ञान भी बढ़ेगा। आप बच्चे को उनकी विश लिस्ट या उन किताबों की लिस्ट बनाने के लिए भी कह सकते हैं, जिन्हें वे पढ़ना चाहते हैं।