अंग्रेज़ी की एक प्रसिद्ध लाइन है "लाइफ इज आल अबाउट सेकेंड चांस" जिसका इस्तेमाल हम अक्सर अपने कैरियर के लिए करते हैं लेकिन शादी में इस सोच को अपनाने में हम हिचकती हैं क्योंकि महिलाएं समाज क्या कहेगा के बारे में ज़्यादा सोचती हैं ऐसे में वह अपनी दिल की आवाज़ सुनना भूल जाती हैं.
पुराने रिश्तों की बुरी यादों में रहने से बेहतर नई शुरुआत करना है या फिर किसी हादसे में आपने अपने पार्टनर को खो देने के बाद भी डिप्रेशन में पूरी ज़िंदगी नहीं निकाल सकते हैं. नए सिरे से अपने भविष्य के बारे में सोचना ज़रूरी है. दूसरी शादी जिंदगी की राहों को आसान बनाती है. महिलाएं भावानात्मक रूप से और अधिक मजबूत होती हैं. कुल मिलाकर अगर आप फिर से शादी के बंधन में बंधना चाहती हैं तो खुद को दूसरा मौका ज़रूर दीजिए. अपने दिल की सुनिए समाज की नहीं.
टीवी भी है रीमैरिज के प्रोग्रेसिव सोच का हिमायती
हमारी बॉलीवुड फिल्में रीमैरिज को हमेशा अपनी कहानियों में अहमियत देता रहा है. प्रेम रोग से बाबुल तक समय समय पर कई फिल्में बनी हैं. आमतौर पर भारतीय टेलीविज़न को रेग्रेसिव कहा जाता है लेकिन पुनर्विवाह के मसले पर टेलीविज़न हमेशा ही प्रोग्रेसिव सोच अपनाता नज़र आया है. ना बोले तुम ना मैंने कुछ कहा, पुनर्विवाह, बालिका वधू ,ब्याह हमारी बहू का, इश्क़ का रंग सफेद, मेरे डैड की दुल्हन जैसे शोज इसके बेहतरीन उदाहरण बनें हैं. मौजूदा समय में टीआरपी की दौड़ में नंबर वन रहने वाले शो अनुपमा की बात करें तो इस शो में पति वनराज शाह की बेवफाई के बाद बुरी तरह से टूट चुकी अनुपमा , जिस तरह से जिंदगी में आगे बढ़ती है. वह प्यार में भी आगे बढ़ती हैं और अनुज के किरदार के ज़रिए, वहजिंदगी में प्यार को फिर से मौका देती है. इस ट्रैक को आम दर्शकों का भी जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. शो की अभिनेत्री रुपाली गांगुली कहती हैं कि मनोरंजन के माध्यम से सामाजिक जागरूकता लाने की यह हमारी कोशिश है. भारतीय दर्शक टेलीविजन से मजबूती से जुड़ते हैं और उनमें से अधिकतर इन किरदारों के साथ अपना एक रिश्ता- सा बना लेते हैं, इसलिए हमारे शो में जो प्रचार किया जाता हैं, उसे निजी जिंदगी में भी वह स्वीकारने लगते हैं. पुनर्विवाह हमारे समाज में अब टैबू नहीं है लेकिन दादी बनने वाली एक महिला क्या रीमैरिज कर सकती है? हमारा सीरियल अनुपमा इस ट्रैक को बखूबी उठा रहा है. ज़िन्दगी के किसी भी मोड़ पर हम नयी शुरुआत कर सकते हैं आखिरकार सच्चा प्यार सभी की ज़रूरत होता है.
कई सेलेब्स बने हैं उदाहरण
बॉलीवुड और टेलीविज़न इंडस्ट्री में कई महिला अभिनेत्रियों ने प्यार में खुद को दूसरी बार मौका दिया है और रीमैरिज कर अपनी ज़िंदगी को खुशियों से जोड़ा है.योगिता बाली,किरण खेर,तनाज ईरानी,दीपशिखा नागपाल,अर्चना पूरण सिंह,नीलम कोठारी, जैसे कई नाम इस फेहरिस्त में शामिल हैं. बनूं मैं तेरी दुल्हन, शक्ति अस्तित्व के एहसास जैसे का हिस्सा रहीं अभिनेत्री काम्या पंजाबी ने दूसरी बार शलभ डांग के साथ शादी की. अभिनेत्री ने इससे पहले बंटी नेगी से शादी की थी, जिनसे उनकी एक 10 साल की बेटी आरा है. दूसरी शादी करना काम्या के लिए आसान नहीं था. वह बताती हैं कि मुझे सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाता है कि 'हमारे परिवारों में, अलगाव और तलाक नहीं होता है.तलाक एक बहुत ही दर्दनाक शब्द है, भगवान न करे किसी के साथ हो'. हमारा समाज उस शब्द को दुरुपयोग के तौर पर इस्तेमाल करता है. अगर कोई तलाकशुदा है या सिंगल पेरेंट है, या नई जिंदगी शुरू करना चाहता है, तो सोशल मीडिया पर उनकी ट्रोलिंग आम है. मैं भी इससे गुजरी हूं लेकिन यह सब मुझे मजबूत बनाता है. मैंने आवाज उठाई, डर के नहीं बैठी. मैंने ज़िन्दगी को दूसरा मौका देने का फैसला किया. लोग क्या कहेंगे या क्या सोचेंगे से ज़्यादा मैंने अपनी खुशी को महत्व दिया और मैं आज बहुत खुश हूं.
दूसरी शादी से पहले कुछ कानूनों को जान लें
अगर आप दूसरी शादी करने जा रही हैं तो कुछ कानूनी बातों को पहले से जान लेना ज़रूरी है. पहली शादी को अदालत द्वारा अमान्य घोषित होना ज़रूरी है या फिर आपके पार्टनर का कम से कम पिछले 7 सालों से कोई अता पता ना हो, जिसके जीवित होने के बारे में कोई भी जानकारी ना हो. ऐसे में दूसरा पार्टनर अपनी ज़िंदगी की नयी शुरुआत कर सकता है. बशर्ते अपनी पिछली शादी की जानकारी अपने मौजूदा पार्टनर को आपको देनी होगी.इसके साथ ही क्या दूसरी शादी के बाद भी आपको आपके पहले पति की संपत्ति से हिस्सा मिलेगा अगर आप उसकी विधवा रही हैं तो . इन सभी बातों पर कानून के सलाहकारों से फैसला करके कदम आगे बढ़ाने में ही समझदारी है.
फाइनेंशियल प्लानिंग
दूसरी शादी करने से पहले आपको फाइनेंशियल प्लानिंग भी करनी ज़रूरी है. यदि आपके पिछले साथी से बच्चे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका वर्तमान साथी आप सभी की देखभाल में आर्थिक तौर पर भी योगदान देना चाहता है या उसकी कुछ और जिम्मेदारियां हैं. सबकुछ पहले से स्पष्ट या क्लियर करके रखना सबसे अच्छा होगा. दूसरी शादी से पहले आप दोनों अपने आर्थिक मामलों से जुड़े सभी पेपर्स को अपडेट कर लें. घरेलू खर्चों के अलावा भविष्य की सेविंग और इन्वेस्टमेंट इन सभी पहलुओं पर आप दोनों को मिलकर निर्णय लेना होगा.
बोझ ना बनाएं, दूसरी शादी को
आमतौर पर जब तलाकशुदा महिलाएं दूसरी शादी के बंधन में बंधती हैं तो उस शादी को कामयाब बनाने के लिए वह एक्स्ट्रा एफर्ट लेने लगती हैं.उनके मन में यह डर रहता है कि अगर यह शादी भी नहीं टिकी तो समाज फिर से उन्हें ही दोषी ठहराएगा. उनमें ही कमी है.यह गॉसिप शुरू हो जाएगी . दूसरी शादी के वक़्त इस बोझ को बिल्कुल भी ना ढोये. आपने मैरिज को सेकेंड चांस अपनी खुशियों के लिए दिया है,बोझ बनाने के लिए नहीं. छोटे परदे की पॉपुलर अभिनेत्री श्वेता तिवारी दूसरी बार शादी टूटने के दर्द से गुज़र चुकी हैं. उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि लोगों के लिए यह कहना आसान होता है कि लड़की ने ही कुछ किया होगा या उसमें ही कोई खामी होगी तभी दूसरी शादी भी नहीं चल पायी . मैं लोगों की बातों को अपने दिमाग पर हावी नहीं होने देती, मैं इस बात की भी परवाह नहीं करती कि मेरा खानदान क्या सोचेगा, क्योंकि पांच सालों में एक बार वो मुझसे पूछते हैं कि मैं कैसी हूं. मैं केवल अपने ऊपर, अपने बच्चों और अपने परिवार पर ध्यान देती हूं. अगर कोई मेरे परिवार को नुकसान पहुंचाएगा तो मेरी लाइफ में उसके लिए कोई जगह नहीं है.