अमूमन ऐसा होता है कि दूसरों का ख्याल रखते हुए हम खुद को कहीं भूल जाते हैं। यह हमारी सोच होती है कि दूसरों के लिए जब कुछ करें तो बेस्ट चीजें खरीदें। लेकिन बात जब खुद की आती है, तो हमारा व्यवहार काम चलाऊ हो जाता है, जबकि खुद को पैम्पर करना भी एक कला है और हम सभी लड़कियों को इस कला में माहिर होना ही चाहिए। आइए जानें विस्तार से।
महंगी चीजें भी कभी-कभी खुद के लिए
किसी दूसरे को तोहफे देते हुए आप गौर करेंगी कि आपके जेहन में यही बात आती है कि आप कुछ ऐसा तोहफा दें, जो महंगा हो, कई बार अपनी बजट से भी आगे जाकर आप महंगी चीजें खरीद कर देती हैं, लेकिन उसी चीज को जब खुद पर इस्तेमाल करने की बात आती है, तो लगता है कि अरे इसकी जरूरत है, मैं तो कम में काम चला लेती हूं। आपको इस बर्ताव को खुद के लिए बदलने की जरूरत है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि आप अपना बजट महंगी चीजें खरीद कर बिगाड़ लें, लेकिन वन्स इन अ ब्लू अगर आप अपने आप को कुछ महंगा गिफ्ट दे देंगी, तो इसमें दुखी होने या आत्म-ग्लानि होने की जरूरत नहीं है कि अरे, मैंने तो इतना खर्च कर दिया। कई बार जो पसंद आएं, वे चीजें ले लेनी चाहिए और अधिक सोचना नहीं चाहिए, क्योंकि जब तक आप खुद से प्यार करना नहीं सीखेंगी, सामने वाला भी आपको तवज्जो नहीं देगा, इसलिए कभी-कभी खुद पर प्यार जताने का ये हुनर भी आना चाहिए।
ब्यूटी केयर ही समझ लें
अक्सर जब हमारी बारी पार्लर में जाने की होती है कि तब हममें से अधिकतर लड़कियां या महिलाएं यही सोचती हैं कि किस तरह से थोड़े पैसे बचा लिए जाएं और किसी साधारण से पार्लर में आप चली जाती हैं और फिर कई बार बिना ट्रेनिंग वाली ब्यूटिशियन से कुछ सर्विस करवा कर लौट आते हैं, लेकिन बाद में हमें एहसास होता है कि फील गुड और रिलैक्स वाली फीलिंग तो आई ही नहीं, क्योंकि वे आपको सिर्फ बेसिक सर्विस ही देती हैं, ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि खुद को पैम्पर करने की सोच के लिए यह रवैया भी बदल दिया जाये, कभी-कभी स्किन केयर के लिए अच्छे पार्लर में जाने की जरूरत है, आप कम जाएं, लेकिन जब जाएं अच्छी जगह से सर्विस लें। कभी-कभी अच्छा पेडिक्योर और मैनीक्योर भी आपको रिलैक्स कर देता है, तो कभी एक हेयर कट भी, तो कोशिश करें कि खुद को ये लग्जरी दें, बाकी समय अगर आप घर में स्किन केयर करना चाहती हैं, तो करें, इसमें कोई बुराई नहीं है।
घर का बासी खाना हरगिज नहीं
यह काम जो अमूमन घर की हर महिलाएं करती हैं कि घर के पुरुषों को खिलाने के चक्कर में और बच्चों को प्यार से पूरे नाज से खाने की थाली सजा कर खिलाने के चक्कर में, खुद को ढंग से खाना खिलाना भूल जाती हैं, अगर घर में कोई भी स्पेशल चीजें बनें, तब भी वह बचा हुआ खाना खाकर और सबसे आखिरी में खाकर भी संतोष कर लेती हैं, उन्हें लगता है कि घर वालों का पेट भरा न, वो जरूरी है, ऐसे में वह अपनी सेहत को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाती हैं, इस बात का उन्हें अंदाजा भी नहीं होता है, कई बार तो वह उस थाली का भी ख्याल नहीं रखतीं, जिसमें उन्हें खाना परोसा जाता है, बस जैसे-तैसे खाना खा लेने के लिहाज से ही वह खा लेती हैं, जबकि यह पूरी तरह से गलत रवैया, खाना एक ऐसी चीज हैं, जिसे जितने अच्छे से परोसा और खाया जाए, उतनी वह सेहत के लिए अच्छी होती है। कभी सुकून के पल निकाल कर एक कप चाय लेकर आराम से चाय पी लें, घर के बाकी कामों को छोड़ते हुए, इसमें कोई बुराई नहीं है। कभी मन करे, तो अकेली कॉफी डेट्स पर जाइए, खुद के लिए कॉफी डेट्स तय करें। कुछ ऐसा करने में भी आपको एक अलग ही किक मिलेगी।
लोगों की बातों की परवाह न करें
अमूमन जिन महिलाओं को खुद को पैम्पर करने की आदत होती है, उनके बारे में दूसरे लोग उन्हें ताने, खासतौर से घर की महिलाएं ही ताने मारने में पीछे नहीं रहती हैं, वे यही कहती रहती हैं कि देख लो इस लड़की को, खुद को किसी परी, राजकुमारी, महारानी, क्वीन से कम नहीं समझ रही है, ऐसे लोगों को बातें बोलने दें, अपना काम करें। खुद के लिए, खुद के कम्फर्ट के लिए जो भी ऊर्जा लगानी है, लगाइए, इसमें कोई हर्ज नहीं है, खुद के बारे में सोचना एक कला है और लड़की को इसमें माहिर होना ही चाहिए।
बिना किसी को बताये, अनुमति लिए बगैर बस निकल जाएं
साल में ऐसे कुछ दिन तो जरूर तय करें, जिसमें आप केवल अपने लिए जिएं, दूसरों के लिए नहीं। साल में एक बार सोलो ट्रिप करें, किसी दोस्त से मिलने दूसरे शहर को जाएं। कोई फिल्म देख आएं, शॉपिंग कर लें, खाना खा लें किसी अच्छे रेस्टॉरेंट में, लेकिन कुछ तो समय अपने साथ गुजारें और खुद को लग्जरी देने की कोशिश करें, इसमें कोई बुराई नहीं है, आप कोई पाप नहीं कर रही हैं, क्योंकि अगर आप खुद को तवज्जो देना छोड़ेंगी, तो सामने वाले लोग भी वही बर्ताव करते हैं। इसलिए खुद को इज्जत देना बेहद जरूरी है।