एक हेल्दी रिलेशनशिप की नींव ‘साथ देना’ होती है। रिश्ता शुरु होते ही पहला वादा अक्सर यही होता है, ‘हम एक दूसरे का हमेशा साथ देंगे’। लेकिन जिंदगी की हवा चलती है और बुरे वक्त भी आते हैं और ऐसे में यह वादा हम भूल जाते हैं। हम अपनी-अपनी जिंदगी में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि एक दूसरे की असल जिंदगी में क्या चल रहा है, हमें ध्यान ही नहीं होता। कोई है जो आपका ध्यान रख रहा है, आपकी सहूलियत के लिए अपना टाइम एडजस्ट कर रहा है, कोशिश कर रहा है इस रिश्ते को बनाए रखने का लेकिन आप, आप हमेशा साथ निभाने वाला वादा तो दूर, अपने पार्टनर द्वारा लिए गए एफर्ट्स को भी नजर अंदाज कर देते हैं। अनजाने में सही, अगर आप भी ऐसा ही कर रहे हैं, तो इस व्यवहार को तुरंत रोकने की जरूरत है।
यहां जानिए क्यों और कैसे अपने पार्टनर की हौसला अफजाई करना जरूरी है।
‘अपना लेना’,आपके पार्टनर में बहुत अच्छाइयां और बहुत बुराइयां भी होंगी और आपको इसे अपनाना ही है। आप दोनों मिलकर इस बारे में बात कर सकते हैं लेकिन कुछ चीजें होंगी जो आपके पार्टनर नहीं बदल पा रहे होंगे। ऐसे में आपको यह अपना लेने की जरुरत है कि वो ऐसे ही हैं। उनकी अच्छाइयों की तरफ ध्यान देते हुए आपको खुशहाल जीवन जीना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपके पार्टनर को आपके इस एडजस्टमेंट के बारे में जरूर पता चल जाएगा और यकीन कीजिए रिश्ते को लेकर आपकी इस समझ को वह जरूर सराहना करेंगे।
सबसे पहले जानें कि अपने पार्टनर की हौसला अफजाई करना जरूरी क्यों है?
किसी के लिए भी बिना सराहना किये लगातार काम करते जाना मुमकिन नहीं है। अगर वह कुछ ऐसा करने जा रहे हैं, जहां उन्हें आपकी जरूरत है तो वो काम छोटा या बड़ा जो हो, आपको उनका साथ जरूर देना चाहिए। हो सकता है कि वह काम आपको सही न भी लगे, लेकिन ‘साथ देने’ का वादा जरूर याद रखें। हौसला बढ़ाना आपके रिश्ते को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना सकता है और आपके रिश्ते में विश्वास भी पहले से ज्यादा बढ़ सकता है। सिर्फ प्यार ही नहीं एक दूसरे के लिए किये गए छोटे-बड़े काम भी हौसला अफजाई का ही हिस्सा हैं।
जानिए कैसे आपकी छोटी-छोटी चीजें आपके पार्टनर का हौसला बढ़ा सकती हैं
शब्दों का कमाल
हम सभी कभी न कभी ऐसे सिचुएशन में होते हैं जिसमें हम असुरक्षित महसूस करते हैं और यह अक्सर हमें उन सकारात्मक चीजों को पूरा करने से रोकता है, जो हम करना चाहते हैं। ऐसे में आपके जीवनसाथी के भीतर छिपी क्षमता आपके उत्साहजनक शब्दों की प्रतीक्षा कर रही हो सकती है। ऐसे शब्द चुनें जो उन्हें सुनने में सही लगे और सिचुएशन में उन्हें वे सकारात्मक चीजें दिखने लगे, जिसकी उन्हें जरूरत है।
अपने रिश्ते को समय दें
अपने रिश्ते को पहले से ज्यादा समय दें। अपने साथी के दिनचर्या के बारे में पूछें और कहीं भी आपको मौका मिले उसमें शामिल हो जाएं। अपने साथी को अपना प्यार दिखाने के लिए कुछ करें। उन गतिविधियों के बारे में सोचें जो आपने पहली बार मिलने पर एक साथ की थीं। अपने साथी के साथ अपने सुखद समय के बारे में बात करें।
कहें कम, सुनें ज्यादा
जब आप अपने साथी के साथ बात कर रहे हों तो ज्यादा सुनने की कोशिश करें। याद रखें कि कभी-कभी यह समझाना मुश्किल हो सकता है कि वह क्या चाहते हैं, इसलिए शायद वो हमेशा की तुलना में ज्यादा बोलें। ऐसे में आपको बस शांति रखते हुए सुनना चाहिए। यदि आप समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या कहा जा रहा है, तो अपने साथी को समझाने या अधिक जानकारी देने के लिए कहें। अपने साथी की बात को स्वीकार करें, भले ही आप सहमत न हों। अपने साथी पर दोषारोपण या आलोचना करने से बचें।
यदि आप और आपके साथी को एक-दूसरे के मतभेदों को स्वीकार करने में कठिनाई हो रही है या आप अपने साथी के व्यवहार के बारे में चिंतित हैं, तो सहायता लेना महत्वपूर्ण है। आप किसी भरोसेमंद दोस्त, डॉक्टर या पेशेवर सलाहकार से बात कर सकते हैं। कपल के रूप में एक दूसरे से सहायता प्राप्त करना आपके और आपके साथी के लिए काफी अच्छा विकल्प है।