अमूमन हम कभी अपनों से मिलते हैं, तो यह बरबस ही हो जाता है कि हम उन्हें गले लगा या मिल लेते हैं। है न ! लेकिन क्या आप जानती हैं, गले मिलने या लगाने के भी अपने तरीके होते हैं और उनके अलग-अलग अर्थ भी। विज्ञान मानता है कि गले लगाने की क्रिया पिट्यूटरी ग्रंथि में मौजूद ऑक्सीटोसिन भी जारी करता है, जिसे अक्सर प्यार से 'लव हार्मोन' कहा जाता है, क्योंकि यह हमें अपने नवजात शिशुओं के साथ बंधने में मदद करता है। अमूमन प्यार, अपनेपन और संगति की भावना के कारण ही हम अपने बच्चों, अपने माता-पिता और अपने दोस्तों को गले लगाने की प्रवृत्ति रखते हैं। सेरोटोनिन के साथ ऑक्सीटोसिन का बाहर आना , शरीर में कोर्टिसोल1 को डी-एस्केलेट करके तनाव को कम करने में मदद करती है। इस अर्थ में, गले मिलने से तनाव में कमी आती है। आप जब किसी दर्द में होते हैं और किसी से गले मिलते हैं, तब भी आपको काफी राहत मिलती है। तो आइए, आपको बताते हैं कि गले लगाने या मिलने के हर तरीकों के पीछे सामने वाली की कौन-सी मनसा छुपी रहती है।
जब आप साइड से मिलें गले
अमूमन साइड से गले मिलने का प्रचलन प्रोफेशनल माना जाता है। साइड हग का मतलब होता है, जब दो लोग एक -दूसरे व्यक्ति की कमर या कंधे के चारों ओर अपनी बाहों के साथ एक दूसरे को गले लगा रहे होते हैं। आम तौर पर वे कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होते हैं, एक बाएं हाथ का इस्तेमाल करता है और दूसरा दाएं हाथ का इस्तेमाल करता है। इसका मतलब होता है कि आप पूर्ण रूप से इस रिश्ते में नहीं हैं और आप एक दूसरे के बेहद करीब नहीं हैं। कई बार इसका मतलब एक दूसरे की तारीफ करना भी होता है। मतलब मान लीजिए यह एक तरह का प्रोफेशनल मिलन ही माना जाता है।
पीछे की तरफ से गले मिलना या लगना
जब आप किसी से पूर्ण रूप से प्रेम में होते हैं और काफी रूमानी मूड में होते हैं या फिर अगर आप किसी से बेहद मोहब्बत करते हैं, तब भी आप अमूमन उन्हें पूर्ण रूप से अपने आगोश में लेना चाहते हैं। रूमानी जोड़ियां या कई बार आप अपने प्रिय बच्चे को भी, खिलखिलाते हुए कुछ इसी अंदाज में गले मिलते हैं। बच्चे से इस तरह से गले मिलते हुए आप उन्हें यह दर्शाने की कोशिश करती हैं कि आप उनकी कवच हैं, तो रोमांटिक जोड़ी की कोशिश बस यह दर्शाने की होती है कि पूरी दुनिया उन दोनों के बीच समा गई है।
दोस्ती वाली बात
दोस्ती वाली बात भी आपको आपके गले लगने या मिलने के अंदाज से समझ आ सकती है। जी हां, दोस्ती में गले लगते हुए अमूमन दो लोग सामने से एक दूसरे से मिलते हैं, जब दो लोगों के सीने जरूर मिलते हैं। यहां रिश्ता पूर्ण रूप से प्यार पर ही निर्भर होता है, लेकिन वह रोमांस वाला नहीं होता है और न ही उसमें कोई और इरादे छुपे होते हैं। जब काफी सालों से आप दोस्तों से नहीं मिले होते हैंम या मिली होती हैं, तो यह स्वाभाविक रूप से अपने दोस्तों को देखते हुए आप जरूर करती हैं।
बेयर हग, टाइट हग
जी हां, बेयर हग अमूमन खड़े होकर किये जाते हैं। यह सामान्य रूप से गले मिलना है, लेकिन अधिक करीब होते हुए, कस कर या टाइट हग के रूप में किया जाता है। बेयर हग वैसे बहुत इत्मीनान से रहते हुए भी लेते हैं। एक तरह से इसे लव ब्लैंकेट यानी किसी प्यार की चादर के रूप वाला हग या गले मिलना मान सकती हैं, जिसमें एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति पर पूर्ण रूप से खुद को समर्पित कर चुका होता है।
दिल से दिल मिलते हुए गले मिलना
जब किसी से आपके दिल से दिल मिल जाते हैं, तो दो लोग एक दूसरे की बायीं ओर से गले लगने लगते हैं। इसलिए माना जाता है कि इस दौरान दोनों एक दूसरे के करीब आ जाते हैं। दिलों को छू लेते हैं। इस तरह से गले मिलने से दो लोग एक दूसरे के करीब लगातार आते जाते हैं।