पिछले 7 महीनों से धारावी के 15 बच्चों के साथ एक हिप-हॉप शो के जरिए सुर्खियां बटोर रहीं थियेटर आर्टिस्ट नेहा सिंह किसी परिचय की मोहताज नही हैं। थियेटर जगत में डायरेक्शन, राइटिंग और एक्टिंग के अलावा वे बच्चों के लिए 19 किताबें भी लिख चुकी हैं। इन किताबों के लिए उन्हें कई अवार्ड्स भी मिल चुके हैं। नेहा का मानना है कि बच्चों के लिए लिखना या फिल्में और शोज बनाना बेहद मुश्किल काम है, क्योंकि वे छोटी-छोटी बातों को भी बेहद संजीदगी के साथ समझते हैं। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों के लिए लिखते समय मजेदार और छोटा लिखें, जिससे उन्हें एंगेज रखना आसान हो। विशेष रूप से सिर्फ बच्चों के लिए राइटिंग को महत्व देनेवाली नेहा पिछले 14 वर्षों से बच्चों के लिए हिंदी और अंग्रेजी भाषा में कहानियां और कविताएं लिख रही हैं। वे बड़ों की बजाय बच्चों के लिए राइटिंग को इसलिए महत्व देती हैं क्योंकि उनके अनुसार बड़ों के मुकाबले बच्चे हर बात को अच्छी तरह समझते हैं और क़्वेश्चन करना जानते हैं। विशेष रूप से आज के दौर में जब डिजिटल क्रान्ति के जरिए बच्चे हर सब्जेक्ट से वाकिफ हैं, ऐसे में उन्हें किसी टॉपिक से बचाए रखना नेहा फिजूल मानती हैं। इसके अलावा उनका यह भी मानना है कि गिने-चुने या सुविधा संपन्न बच्चों की बजाय सभी को उन बच्चों के साथ भी काम करना चाहिए जिनके पास अवसर की कमी है। वे दूसरे आर्टिस्ट से भी इस बात की गुहार लगाती हैं कि वे चुनिंदा लोगों की बजाय अपना दायरा बढ़ाते हुए अलग-अलग कम्युनिटीज और उन सभी के साथ काम करें, जिन्हें उनके आर्ट की वाकई जरूरत है।