सदियों से नारी की खूबसूरती में साड़ियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है, लेकिन बारिश के मौसम में साड़ियों का रख-रखाव बेहद चुनौती भरा काम होता है। आइए जानते हैं इस मौसम में कैसे रखें साड़ियों का ख्याल।
दागों की न करें अनदेखी
बारिश के मौसम में साड़ी पहनना जितना मुश्किल है, उससे कहीं अधिक मुश्किल है उनका रख-रखाव। आपके साथ-साथ ऐसी कई महिलाएं होंगी, जिन्हें ऐसा लगता होगा। किंतु जरा सी समझदारी और जानकारी आपकी इस परेशानी को चुटकियों में हल कर सकती है। विशेष रूप से रेशमी साड़ियों के साथ कॉटन की साड़ियां हर महिला के वार्डरोब में होती ही हैं। इनमें कॉटन की साड़ियां आपके व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाने के साथ-साथ आकर्षक भी बनाती हैं लेकिन बारिश में अगर इन पर दाग लग जाए तो घबराइए मत। कीचड़ या मिटटी के छींटे निकालने के लिए जितनी जल्दी हो उन्हें पानी से धो लें, जिससे दाग गहरा न हो। संभव हो तो आप साबुन भी लगा सकती हैं।
दाग से कैसे पीछा छुड़ाएं?
मौसम चाहे कोई भी हो हम साड़ियों का चाहे जितना ख्याल रखें, लेकिन उन पर दाग लग ही जाता है। बारिश में कीचड़ मिट्टी के, तो आम दिनों में खाने के या लिपस्टिक के। और कभी-कभी अन्य दूसरी चीजों के। इनमें सबसे ज्यादा निराश करती है सफेद कॉटन साड़ियों पर लगे दाग, क्योंकि न चाहते हुए भी इन पर लगे दागों पर नजर चली ही जाती है। विशेष रूप से तेल के दाग इतने जिद्दी होते हैं कि मन खराब हो जाता है। इससे पीछा छुड़ाने का सबसे आसान उपाय है सफेद टूथपेस्ट। ऐसी स्थिति में सफेद कॉटन की साड़ियों को हल्का गीला करके उसके दोनों तरफ सफेद टूथपेस्ट लगा लें और 2 से 3 दिन के लिए सूखने को छोड़ दें। उसके बाद उन्हें हल्के हाथ से मलते हुए साबुन पानी के घोल से धो लें। आप देखेंगी दाग छू मंतर हो चुका होगा। इसके अलावा लिपस्टिक के दागों के लिए आप सफेद टिश्यू का इस्तेमाल कर सकती हैं। लिपस्टिक के दाग लगने की स्थिति में जहां दाग लगा है, उसे फोल्ड किए हुए टिश्यू पेपर पर रखकर उस जगह को साबुन से धोएं और उसे रगड़ने की बजाय सफेद कॉटन के कपड़े से हल्के-हल्के दबाएं। आप देखेंगी लिपस्टिक के दाग साड़ी से निकलकर टिश्यू पेपर पर लग जाएंगे।
कॉटन की साड़ियों के साथ ये जरूर करें
आम तौर पर नई कॉटन की साड़ियों का रंग थोड़ा कच्चा होता है। ऐसे में बारिश के मौसम में उन साड़ियों को पहनने से बचें। अगर किसी फंक्शन में जाने के लिए आपने कॉटन की साड़ियों का चुनाव कर ही लिया है तो उसे पहनने से पहले 20 से 30 मिनट सेंधा नमक के पानी में भिगोकर रख दें। उसके बाद उसे साफ पानी से 2 बार निकालकर कहीं लटका दें। ध्यान रहे, साड़ी से पानी निकालने की जल्दबाजी में उन्हें निचोड़े नहीं। जब पानी निकल जाए तो उसे सूखने के लिए फैला दें। इस बात का भी ध्यान रखें कि कॉटन की साड़ियों को सीधे सूर्य प्रकाश में न सुखाएं, इससे उनका रंग हल्का हो सकता है। साड़ियों को तह करके रखने से पहले इस बात की पुष्टि कर लें कि वो अच्छे से सूख चुकी हैं, क्योंकि जरा-सी नमी आपकी पसंदीदा साड़ी को बर्बाद कर सकती है। संभव हो तो साड़ियों को नमी से बचाने के लिए आप उनमें सिलिका जेल की छोटी-छोटी पाउच भी रख सकती हैं, जो आम तौर पर नए जूते और बैग के साथ आते हैं।
रेशमी साड़ियों के क्या कहने लेकिन इनके नखरे
रेशमी साड़ियां पहनने पर जितनी खूबसूरत लगती हैं, उनका रख-रखाव उससे ज्यादा मुश्किल होता है। ऐसे में अगर ये साड़ियां जरी गोटे वाली हों तो पूछिए ही मत। यही वजह है कि इन्हें खरीदते वक्त ही दुकानदार ताकीद कर देता है कि इसे घर पर धोने की बजाय ड्राई क्लीनिंग करवाएं। ऐसे में होता ये है कि ड्राई क्लीनिंग करवाने के चक्कर में आप उन्हें पहनती ही नहीं हैं। तो अब उसकी चिंता खत्म हुई। रेशमी साड़ियों को आप घर पर भी धो सकती हैं और वो भी जरी गोटे की चिंता किए बगैर। इसके लिए आपको सिर्फ इतना करना है कि आधी बाल्टी पानी में आधा कप विनेगर और एक छोटा सा प्रोटीन शैम्पू का सैशे पैक मिला लें और उसमें अपनी साड़ी को 3 से 5 मिनट तक भिगो दें। उसके बाद साड़ी को 2 से 3 बार साफ पानी से निकाल लें, जिससे उसमें से विनेगर की महक निकल जाए। उसके बाद साफ कॉटन के टॉवल में उसे लपेटकर अतिरिक्त पानी निकल जाने दें। याद रखें उसे निचोड़ें नहीं और न ड्रायर का इस्तेमाल करें। जब आपको लगे कि पानी निकल चुका है, तो किसी साफ जगह लटका दें। सूखने के बाद उन्हें अच्छे से प्रेस करवाकर धूल और नमी से बचाने के लिए पॉलीथिन बैग की जगह कॉटन या मलमल के कपड़े में तह करके रख दें। इससे रेशमी साड़ियों पर लगा जरी गोटा, काला नहीं पड़ेगा और उनकी चमक बरकरार रहेगी।