माता-पिता के तौर पर आप अपने बच्चे के लिए सब कुछ अच्छा चाहते हैं। फूड्स से लेकर पढाई और कपड़ों तक। हम सबसे अच्छे की तलाश में रहते हैं। जब कपड़ों की बात आती है, तो ऐसे विकल्प को अपनाएं, जो न केवल अच्छे दिखें, बल्कि टिकाऊ भी हों। हाल के वर्षों में, फैशन उद्योग सस्टेंबिलिटी और पर्यावरण के प्रति जागरूकता की ओर देख रहा है। इसमें बच्चों के कपड़े कोई अपवाद नहीं हैं। आइये जानते हैं बच्चों के वार्डरोब में कैसे सस्टेनेबल कपड़े को कैसे जोड़ें।
टाइमलेस स्टाइल चुनें
ट्रेंड आते-जाते रहते हैं।जिसका सबसे बड़ा खामियाजा यह होता है कि आप आपको अपने बच्चों के लिए ज्यादा से ज्यादा कपड़े खरीदने और पुराने कपड़े को आपके वार्डरोब से हटाने और घर से फेंकने के लिए प्रेरित करता है। नए कपड़े ऐसे ही खरीदते रहे और पुराने फेंकते रहे तो वह सीधे तौर पर मदर नेचर को ही प्रभावित करते हैं। ऐसे में पर्यावरण पर अपने प्रभाव को कम करने के लिए, ऐसे टाइमलेस स्टाइल को चुनें जिन्हें कई मौसमों तक पहना जा सके।टाइमलेस फैशन की बात करें तो जींस ,जॉगर्स, प्रिंटेड शर्ट, हुडी टाइम लेस फैशन को दर्शाते हैं।इसको आप कभी भी पहन सकते हैं।
नेचुरल फैब्रिक भी है जरूरी
सस्टेनेबल फैशन में कपड़ों को चुनते हुए हमेशा नेचुरल फैब्रिक को प्राथमिकता दें। अपने बच्चों के कपड़ों में आर्गेनिक कॉटन,लिनन, हेम्प और ऊन जैसे प्राकृतिक रेशों का इस्तेमाल को महत्व दें। ये फैब्रिक पॉलिएस्टर और नायलॉन जैसी सिंथेटिक की तुलना में पर्यावरण के लिए बेहतर है. जानकारों की मानें तो सिंथेटिक फैब्रिक के अस्तित्व को खत्म होने में कम से कम 20 साल और अधिक से अधिक 200 साल लगते हैं।जिस वजह से अपने बच्चों के कपड़े में नेचुरल फैब्रिक को हमेशा चुनें।
क्वांटिटी नहीं, क्वालिटी चुनें
सस्टेनेबल फैशन को प्रोमोट करते हुए आपको अपने बच्चों के लिए खरीदारी करते हुए इस बात का भी ख्याल रखना है कि इस तरह के कपड़ों की खरीददारी करें जो लंबे समय तक चल सकें। इसके लिए अच्छी क्वॉलिटी के कपड़ों की जरुरत होगी। इससे आपको बार-बार नए कपड़ों की आवश्यकता अपने बच्चों के लिए नहीं होगी। वैसे अपने बच्चों के लिए कपडे खरीदते हुए सबसे पहले इस बात को सुनिश्चित करें कि आपने अपने बच्चे के वार्डरोब में रखे हर कपड़े का इस्तेमाल किया है।अगर अभी भी नए कपडे उसके वार्डरोब में हैं, तो नयी खरीदारी करने से बचें।
उचित देखभाल करें
कपडे अच्छे फैब्रिक के हैं.दिखने में भी अच्छे हैं लेकिन जो कपड़े लंबे समय तक चलते हैं। उन कपड़ों की उचित देखभाल करना जरुरी है। हमेशा बच्चों के कपड़ों को धोते हुए कपड़ों पर लगे देखभाल लेबल को पढ़ें और निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करें। कपड़ों को ठंडे पानी में धोएं , प्राकृतिक डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें और उनकी उम्र बढ़ाने के लिए उन्हें हवा में सुखाएं।इससे कपड़ों की चमक बरकरार रहती है और आप कपड़ों का लम्बे समय तक अपने बच्चों को पहनाने में इस्तेमाल कर सकती हैं।
कपड़े दूसरों को दें:
अक्सर यह बातें सुनने को मिलती है कि बच्चे बहुत जल्दी ही बड़े हो जाते हैं। जिस वजह से दिक्कत ये होती है कि कपड़े नए ही रह जाते हैं,लेकिन अब वह बच्चों की साइज में फिट नहीं आते हैं।ऐसे में कपड़ों को वार्डरोब से फेंकना आसान हो जाता है,लेकिन वे अक्सर अच्छी स्थिति में होते हैं। ऐसे में उन्हें फेंकने के बजाय, उन्हें बच्चों के छोटे भाई-बहनों को देने या किसी चैरिटेबल ट्रस्ट को दें दे ताकि वह जरूरतमंदों तक पहुंचने के साथ -साथ पर्यावरण को भी हेल्थी रखने में मदद करें। अगर आप खुद भी चाहें तो सेकेंड हैंड कपड़ों को अपने बच्चों के लिए खरीदकर सस्टेंबिलिटी को बढ़ा सकती हैं।बच्चों के लिए ऑनलाइन इस्तेमाल किए गए कपड़ों की अच्छे खासे ऑप्शन आपको मिल जाएंगी। इसमें से अपने बच्चों के कपड़ों को चुनकर आप सस्टेंबिलिटी को बढ़ा सकती हैं।
सबसे ज्यादा पूछे जानेवाले सवाल
सस्टेनेबल फैशन का मूल कांसेप्ट क्या है ?
इस फैशन का मानना है कि कपड़ा कंपनियों को प्रबंधन के एजेंडे में पर्यावरण, सामाजिक और नैतिक सुधारों को शामिल करना चाहिए। इसमें स्थानीय उत्पादन और उत्पादों का मूल्य बढ़ाना,कपड़ों के जीवन चक्र को लम्बा करना और वेस्ट को कम करना शामिल होता है।
क्या सस्टेनेबल फैशन क्या फास्ट फैशन के मुकाबले महंगा होता है ?
जी हां अपने अलग-अलग प्रिंसिपल्स और प्रक्टिसेस के कारण सस्टेनेबल फैशन की कीमत फास्ट फैशन से ज़्यादा होती है, लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि फास्ट फैशन के कपड़ों में वह गुणवत्ता होती है, जो वह पर्यावरण के साथ -साथ शरीर के लिए भी अच्छे होते हैं. सिर्फ यही नहीं वह इतनी अच्छी क्वालिटी से बने होते हैं कि फ़ास्ट फैशन के मुकाबले वह कपड़े सालों साल तक चलते हैं।
सस्टेनेबल फैशन में क्या स्टाइलिश कपड़े भी होते है ?
सस्टेनेबल शब्द से इको फ्रेंडली शब्द जुड़ा है,इसका मतलब ये नहीं है कि उससे कूल, स्टाइलिश कपड़े मौजूद नहीं होंगे। हर तरह की स्टाइल और डिजाइन में आप अपने बच्चों के वार्डरोब में सस्टेनेबल फैशन को प्रोमोट करते कपड़े जोड़ सकती हैं। कई बड़ी कंपनियां इससे जुड़ी हुई हैं। ऑनलाइन से स्टोर तक में आपको अपने बच्चे के लिए हर डिजाइन और स्टाइल में कपडे मिल जाएंगे।
सस्टेनेबल फैशन में 30 वियर्स कैम्पेन का मतलब क्या है ?
एक कपडे के ब्रांड द्वारा शुरू हुआ अभियान '30 वियर्स' टेस्ट एक स्थायी फैशन मंत्र का बन चुका है। जब आप कुछ नया खरीदने जा रहे हों, तो खुद से पूछें कि क्या आप इसे 30 बार या उससे ज़्यादा पहनेंगी या पहनाएंगी। इसका उद्देश्य खरीदारी के पीछे की सोच को को बदलना है।
क्या कुछ कपड़े बच्चों के लिए नुकसान देह भी हो सकते हैं ?
जी हां ,एक रिसर्च की मानें तो फैशन इंडस्ट्री में 8000 से ज्यादा सिंथेटिक रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कार्सिनोजेन्स और हार्मोन डिसरप्टर्स, फ्लेम रिटार्डेंट्स, क्रोमियम और फॉर्मेल्डिहाइड जैसे रसायन शामिल होते हैं.जानकारों की मानें तो यह त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं और एलर्जी को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में उन शिशुओं और बच्चों के लिए यह बेहद नुकसानदेह शामिल हो सकता है, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। सिर्फ त्वचा ही नहीं जानकारों की मानें तो यह रेस्पिरेटरी रिलेटेड समस्याओं को भी बढ़ा सकता है।
क्या सस्टेनबेल फैशन पर्यावरण के साथ सोशल जस्टिस को बढ़ावा देता है ?
कई रिपोर्ट्स में यह बात सामने आयी है कि फैशन इंडस्ट्री में श्रम शोषण एक गंभीर समस्या है। कई फैक्ट्रियों में श्रमिकों को कम मजदूरी दी जाती है, लंबे समय तक काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, और खतरनाक काम करने की स्थिति में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है। सस्टेनेबल फैशन कपड़ों के उत्पादन में श्रम शोषण को कम करने का प्रयास करता है और उनके काम के माहौल को भी अच्छा बनाता है।