प्रेग्नेंसी के दौरान खुजली की समस्या प्रेग्नेंसी बहुत ही खूबसूरत एहसास है, लेकिन इससे जुड़ी परेशानियां भी कम नहीं होती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसी ही एक समस्या है खुजली की, जिससे हर दूसरी महिला को गुजरना पड़ता है, लेकिन घरेलू उपचारों की मदद से इस परेशानी को बहुत हद तक काम किया जा सकता है। आइए जानते हैं खुजली की समस्या को किचन में मौजूद चीजों के इस्तेमाल से कैसे काम किया जा सकता है।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा जेल त्वचा की कई समस्याओं और संक्रमणों के इलाज के लिए एलोवेरा बहुत फायदेमंद है। फाइटो कम्पाउंड से भरपूर एलोवेरा जेल खुजली और ड्राई त्वचा को बेहतर बनाने के अलावा सूजन-रोधी होने के साथ- साथ खुजली की जलन में ठंडक पहुंचाने में भी कारगर होता है।
ऐसे करें इस्तेमाल
इसके लिए आपको अधिक मेहनत नहीं करनी है, बस प्रभावित क्षेत्रों पर एलोवेरा जेल से धीरे-धीरे मालिश करना है, इसके लिए 30 मिनट तक इसे लगा रहने दें और फिर पानी से धो लें। बेस्ट नतीजे के लिए इस प्रक्रिया को सप्ताह में 2-3 बार दोहराएं।
एसेंशियल ऑयल
अगर बात एसेंशियल ऑयल की करें, तो गुलाब जेरेनियम और जुनिपर तेल जैसे एसेंशियल ऑयल खुजली-रोधी और सूजन-रोधी गुणों के कारण खुजली वाली त्वचा के इलाज में मूल्यवान हैं। ये तेल जलन और सूजन को कम करने में भी सहायता करते हैं।
कैसे बनाएं
इसके लिए आपको एक मिक्सिंग बाउल में 2 बड़े चम्मच नारियल तेल के साथ एसेंशियल तेल के मिश्रण में से किसी एक की लगभग 10-12 बूंदें डाल लेनी है। इस मिश्रण को प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं और धोने से पहले एक घंटे तक लगा रहने दें। खुजली से राहत पाने के लिए इसे दिन में दो बार करें।
ओटमील दलिया
बात अगर ओटमील दलिया की करें तो, प्राकृतिक सूजनरोधी और खुजली रोधी गुण इसके जो गुण हैं, त्वचा की खुजली और सूजन से निपटने में मदद करते हैं। ओट्स में मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट कम्पाउंड एवेंथ्रामाइड्स होते हैं, जो खुजली और चिड़चिड़ी त्वचा को शांत करने के लिए बेहद कारगर होते हैं।
ऐसे करें इस्तेमाल
लगभग 1 कप ओटमील लें और इसे पानी से भरे टब में डालें, इस टब में 20 मिनट तक नहाएं। खुजली से राहत पाने के लिए इस प्रक्रिया को रोजाना एक बार दोहराएं।
नारियल का तेल
नारियल का तेल नारियल के तेल में लॉरिक एसिड एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट के रूप में काम करता है, जो खुजली वाली त्वचा को ठीक करने में मददगार होता है। इसके अलावा, एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर होने के नाते, नारियल का तेल शुष्क त्वचा, सोरायसिस और एक्जिमा जैसी सामान्य त्वचा समस्याओं को ठीक करने में अद्भुत तौर पर काम करता है।
ऐसे करें इस्तेमाल
अपनी हथेली में थोड़ा सा नारियल का तेल लें और शरीर के प्रभावित क्षेत्रों पर धीरे-धीरे तेल से मालिश करें। इसे 30-40 मिनट तक अच्छी तरह से भीगने दें या धोने से पहले इसे रात भर लगा रहने दें। खुजली और जलन वाली त्वचा से राहत पाने के लिए इस प्रक्रिया को दिन में एक बार करें।
नींबू का रस
नींबू के रस में ऐसे गुण होते हैं, जो खुजली वाली त्वचा की समस्याओं को कम करने में फायदेमंद होते हैं। यह एक अच्छा रोगाणुरोधी एजेंट भी है, जो त्वचा की सतह पर मौजूद किसी भी कीटाणु को दूर करता है। इनके अलावा, नींबू के रस की अम्लीय प्रकृति त्वचा के पीएच को संतुलित करने में मदद करती है, जिससे त्वचा की सूजन भी कम हो जाती है।
ऐसे करें इस्तेमाल
सबसे पहले लगभग 1 बड़े चम्मच में नींबू का रस लें। नींबू के रस को एक चौथाई कप पानी के साथ अच्छी तरह मिलाएं, इस घोल में एक कॉटन पैड डुबोएं और इसे प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। इसे धोने से पहले इसे 30 मिनट तक लगा रहने दें।उसके बाद नॉर्मल पानी से धो लें। नीम्बू के रस का इस्तेमाल बेसन का आटा त्वचा और सौंदर्य संबंधी सभी समस्याओं के इलाज के लिए बेसन का आटा सबसे अच्छे प्राकृतिक उपचारों में से एक है। यह साधारण-सी रसोई में पाए जाने वाली सामग्री त्वचा की जलन, सूजन और खुजली से तुरंत राहत प्रदान करने में अद्भुत रूप से काम करती है।
ऐसे करें इस्तेमाल
लगभग 1 बड़ा चम्मच बेसन लें, इसे दही के साथ अच्छी तरह मिलाकर बारीक पेस्ट बना लें। इसे शरीर की उन जगहों पर लगाएं, जहां पर परेशानी है। इसे सूखने दें और फिर 30 मिनट के बाद अच्छे से धो लें। सर्वोत्तम परिणामों के लिए इसे प्रतिदिन एक बार लगाएं ।
बेकिंग सोडा
शोध से पता चलता है कि बेकिंग सोडा में रोगाणुरोधी, एंटीफंगल और खुजली रोधी गुण होते हैं। इसके साथ ही यह त्वचा के पीएच लेवल को भी बरकरार रखता है।
ऐसे करें इस्तेमाल
एक कप में दो चम्मच बेकिंग सोडा का पानी के साथ एक गाढ़ा पेस्ट बनाएं और इसे प्रभावित जगह पर लगाएं। जब पेस्ट सूख जाए तो इसे ठंडे पानी से धो लें। यह पेस्ट त्वचा के पीएच स्तर को बहाल करने और आठवें महीने में गर्भावस्था के दौरान होने वाली खुजली को कम करने के लिए जाना जाता है।
आइस पैक
आइस पैक सूजन और जलन के लिए हमेशा ही सबसे बेहतरीन उपचारों में से एक माना जाता है।
ऐसे करें इस्तेमाल
आइस पैक खुजली जैसी परेशानी में हमेशा काम करता है। आपको वास्तव में बस एक पैक लेना है और इसे प्रभावित क्षेत्र पर रखना है। इससे आपको गर्भावस्था के दौरान होने वाली खुजली से तुरंत राहत मिल जाएगी और सूजन, यदि कोई हो भी तो कम हो जाएगी। गर्भावस्था के दौरान खुजली के लिए यह सबसे सरल और आसान उपचारों में से एक है।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल
गर्भावस्था के दौरान अत्यधिक खुजली का क्या कारण है?
गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का बढ़ा हुआ स्तर आपके लिवर की पित्त परिवहन करने की क्षमता को प्रभावित करता है। इसका मतलब है कि आपका पित्त आपके शरीर में नहीं बहता है, जिससे यह आपके लिवर में ही जमा हो जाता है और आपके ब्लड स्ट्रीम में प्रवेश कर जाता है। आपके रक्त में पित्त के प्रवेश से आपको अत्यधिक खुजली महसूस हो सकती है। घरेलू उपचार के अलावा और क्या रूटीन या आदतों
खुजली से बचने के लिए क्या आदत अपनाने की जरूरत है ?
त्वचा को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड और नमीयुक्त बनाए रखें, खासकर यदि आपकी त्वचा शुष्क है माइल्ड साबुन और लोशन का उपयोग करें, क्योंकि तेज सुगंध वाले साबुन और लोशन परेशानी को बढ़ा सकते हैं। गर्म पानी से नहाने से बचें, क्योंकि इससे त्वचा शुष्क हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक खुजली होती है। नहाने के बाद मुलायम तौलिये से थपथपाकर सुखा लें। हमेशा ढीले और हल्के फिटिंग वाले कपड़े पहनें। नहाते हुए लूफा का अधिक प्रयोग न करें। अपने कपड़े साफ करने के लिए हल्के डिटर्जेंट का प्रयोग करें। खूब सारा पानी पीएं। साथ ही लंबे समय तक गीले कपड़े या स्विमिंग कॉस्ट्यूम को न पहनें, क्योंकि वे फंगल विकास को बढ़ावा दे सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान सबसे ज्यादा खुजली किस भाग में होती है और वह नुकसानदेह भी नहीं है ? गर्भावस्था के दौरान आपको पेट और स्तनों के आस-पास थोड़ी खुजली हो सकती है। यह आपकी त्वचा है, जो आपके बढ़ते बच्चे के चारों ओर खिंच रही होती है।
क्या गर्भावस्था के दौरान खुजली बच्चे के लिए हानिकारक है?
प्रेग्नेंसी के दौरान खुजली की समस्या आम है। कई बार खुजलीदार दाने भी हो जाते हैं, जो आमतौर आपके या आपके बच्चे के लिए हानिकारक नहीं होता है और आपके बच्चे के जन्म के बाद ठीक हो जाता है।
गर्भावस्था के दौरान क्या खुजली कई बार बहुत बड़ी परेशानी का भी सबब बन जाती है?
गर्भावस्था के दौरान हल्की खुजली होना सामान्य बात है। जैसे-जैसे आपका बच्चा बढ़ता है, आपके पेट की त्वचा खिंचती है और उसमें खुजली होना आम बात है। प्रत्येक 100 गर्भवती महिलाओं में से लगभग हर 2 को अपनी त्वचा पर खुजली महसूस होती है। कभी-कभी खुजली गर्भावस्था की स्वास्थ्य स्थिति का लक्षण हो सकती है, यदि आपके वजिना में खुजली महसूस होती है, तो यह संक्रमण का संकेत है। इसमें आप अपने डॉक्टर की तुरंत सलाह लें।