आमतौर पर हमारे शरीर की बनावट कुछ इस तरह से हुई है कि जागने के आठ घंटे बाद हमारे शरीर में आलस्य होने लगती है. जम्हाईयां लेने से हम खुद को नहीं रोक पाती हैं. खासकर लंच के बाद यह बात आम है. ऐसे में खुद को रिफ्रेश करने के लिए हम कॉफी या चाय का सहारा लेने लगते हैं, लेकिन उस वक़्त हमें सबसे ज़्यादा पॉवर नैप की होती है. कुछ मिनटों का यह पॉवर नैप ना सिर्फ हमारी थकान को भगाकर हमें रिफ्रेश कर देता है बल्कि इसके फायदे और भी हैं. आइए जानें
पॉवर नैप क्या है
पॉवर नैप कुछ मिनटों के उस नींद को कहते हैं, जिससे जागने के बाद आप खुद को रिफ्रेश और एनर्जेटिक महसूस करती हैं.
पॉवर नैप हो इतने मिनट का
जानकारों की मानें तो दोपहर का समय पॉवर नैप लेने के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता है . पॉवर नैप का मतलब है 20 से 30 मिनट हल्की झपकी, अगर आपके पास ज़्यादा समय है, तो आप इसे 45 मिनट से 1 घंटे तक कर सकती हैं, लेकिन उससे ज़्यादा नहीं, क्योंकि फिर यह आपकी रात की नींद पर असर करेगा. पॉवर नैप की वजह से अगर रात की नींद कम हो रही है, तो यह हेल्थ के हिसाब से अच्छा संकेत नहीं है, तो पॉवर नैप उतने ही मिनट का रखिए ,जितने में आपकी रात की नींद पर वह असर ना करे. कई बार घर या ऑफिस में हमारे काम का शेड्यूल इतना हेक्टिक होता है कि दोपहर में मुश्किल से पांच से दस मिनट का ही हमें ब्रेक मिल पाता है, ऐसे में आप उन पांच मिनटों का भी इस्तेमाल खुद को रिलैक्स करने के लिए कर सकती हैं. आप उस पाँच मिनट के लिए अपनी आंखें बंद कर लीजिए. आप पाएंगी कि वे पांच मिनट का आंखों को बंद करना, आपको काफी रिलैक्स कर गया है. गौरतलब है कि एक रिसर्च में यह बात भी सामने आयी है कि सुबह की और 20 मिनट वाली नींद से फायदेमंद यह दोपहर की 20 मिनट वाली पॉवर नैप होती है, क्योंकि हमारे शरीर की बनावट ही ऐसे हुई है कि दोपहर के बाद हम थक जाते हैं.
इफेक्टिव पॉवर नैप के टिप्स
पॉवर नैप का अधिक से अधिक लाभ लेने के लिए कुछ खास बातों का ख्याल रखना ज़रूरी हैं.
-सुबह उठने के सात से आठ घंटे भीतर पॉवर नैप लें.
-कैफीन की मात्रा को अपने खान-पान में कम करें, खासकर पॉवर नैप के पहले, कैफीन का सेवन बिल्कुल भी न करें.
- लंच करने के बाद ही पॉवर नैप लें.
पॉवर नैप एक घंटे से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए, इसके लिए शुरुआत में आप एक अलार्म भी सेट कर सकती हैं, जो आपको समय पर जगा सकें. रोजाना एक ही समय पर पॉवर नैप की आदत हो जाने के बाद, आपको अलार्म की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.
- सही जगह का चुनाव एक परफेक्ट पॉवर नैप के लिए ज़रूरी है. कम रोशनी, कम शोर-शराबे और थोड़ी ठंडी जगह का इसके लिए सबसे बेस्ट रहेगा. अपने घर पर आपको यह जगह आसानी से मिल सकती है, लेकिन अगर आप ऑफिस में हैं, तो कॉन्फ्रेंस रूम या ऑफिस की कोई खाली और शांत जगह अच्छा ऑप्शन हो सकती है.
- पॉवर नैप के वक़्त, किसी भी तरह से स्ट्रेस से खुद को दूर रखें. दिमाग को शांत रख कर कुछ मिनट तक सोने की कोशिश करें
छोटी नैप के हैं फायदे बड़े
नासा द्वारा की गयी रिसर्च में यह जानकारी सामने आई है कि 30 मिनट की पॉवर नैप से काम करने की क्षमता में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. आपको यह क्रिएटिव और अलर्ट बनाता हैं. लगातार काम करते हुए अगर बीच में आप आधे घंटे का यह पावर नैप लेती हैं, तो आपकी थकान इससे कम हो जाती है, जिससे एनर्जी बढ़ती है और फिर आप दोबारा जब उस काम को करती हैं तो ज़्यादा एनर्जी,ज़्यादा फोकस के साथ करती हैं, जो काम को और बेहतरीन बना देता है. खास बात है कि ये छोटी-सी ये नैप आपके काम को ही नहीं बल्कि आपके शरीर और मूड को भी बेहतरीन बनाता है. यह स्ट्रेस बढ़ाने वाले हार्मोन्स को कम करता है और आपके दिल को भी मजबूत बनाता है, क्योंकि यह सेल्स रिपेयर भी करता है. कुल मिलाकर यह आपके मूड़ और दिल दोनों की सेहत ठीक रखता है. इसके ढेर सारे फायदों में एक फायदा ब्लड प्रेशर कंट्रोल करना और यादाश्त बढ़ाना भी शामिल है.
कई ऑफिस में भी मिलते हैं ऑप्शन
ऐसे कई क्रियेटिव स्टूडियो हैं, जहां पॉवर नैप करने के ऑप्शन दिए जाते हैं. जी हां, वहां एक काउच बना होता है, जहां अधिक अवधि के लिए काम करने वाले लोगों को एक नैप के लिए कहा जाता है, कई ऑफिस में इसकी इजाजत होती है कि आप नीचे सिर रख कर भी सो सकती हैं, डेस्क पर ही, थोड़ी देर के लिए लंच ब्रेक के बाद और दरअसल देखा गया है कि ऐसी कंपनीज में बढ़ती है, काम करने वालों की क्षमता.