खाने में कोई भी नमक खाना हमेशा से सही नहीं होता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि आपकी सेहत के लिए सबसे जरूरी सेंधा नमक होता है। जी हां, आपके लिए यह जरूरी है कि आप सेंधा नमक को अपने खाने की थाली में शामिल करें। इसके पीछे सेहत से जुड़ी कई सारी जानकारी मौजूद है। हालांकि सेंधा नमक यानी की रॅाक साल्ट को आपको कितनी मात्रा में सेवन करना है, यह भी जानना बेहद जरूरी है। इसलिए बहुत जरूरी है कि आपको किसी भी चीज का सेवन कितना करना इसकी सही जानकारी होना भी आपके लिए बेहद जरूरी है। आयुर्वेद में इसका कई बार जिक्र किया गया है कि सेंधा नमक का इस्तेमाल हर किसी के लिए करना जरूरी होता है। आयुर्वेद में सेंधा नमक जिसे कि पिंक साल्ट भी कहते हैं, इसके बारे में काफी कुछ बताया गया है। जानकारों का मानना है कि सेंधा नमक एक नहीं बल्कि कई सारी बीमारियों को दूर भगा सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से।
सेंधा नमक के फायदे

उल्लेखनीय है कि सेंधा नमक में रेगुलर नमक की तुलना कम सोडियम और ढेर सारा खनिज होता है। सेंधा नमक कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन ,जिंक, कॅापर , सेलेनियम के साथ कई सारे सेहत के लिए जरूरी मिनरल्स इसमें पाए जाते हैं। सेंधा नमक एक तरह से हीडोस्कोपिक होता है, जो कि शरीर को डिटॉक्स करने में सहायता प्रदान करता है। जानकारों का मानना है कि सेंधा नमक शरीर में इलेक्ट्रोलाइट स्तर को भी नियंत्रित करता है, इस वजह से डिहाइड्रेशन को रोका जा सकता है। आयुर्वेद में यह भी कहा गया है कि सेंधा नमक के इस्तेमाल से मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन और दर्द से भी काफी हद तक राहत मिल जाती है। डॅाक्टरों के अनुसार सेंधा नमक का सेवन सबसे पहले आपके ब्लड प्रेशर पर सही तरीके से कार्य करता है। सेंधा नमक एक तरह से शरीर में होने वाले तीन दोषों जैसे वात, पित्त और कफ को संतुलित करने का काम एक दम सही तरीके से कर पाने में सक्षम होता है। आप जब भी खाने में इसका इस्तेमाल करती हैं, तो आप पायेंगी कि हिमालय नमक यानी कि पिंक साल्ट एक तरह से आपके खाने का स्वाद भी बढ़ाता है। साथ ही आपके डाइजेशन को भी बेहतर करता है। यह भी कहा गया है कि सेंधा नमक पेट से जुड़ी सभी समस्याओं से भी आपको दूर रखने का कार्य करता है।
सेंधा नमक के साथ आपकी सेहत, जानें विस्तार से।

गर्मी के मौसम में आपको अधिक गर्मी से बचाने का कार्य भी सेंधा नमक करता है।अगर आप गर्मी के मौसम में सेंधा नमक का इस्तेमाल खाने में करती हैं, तो इससे आपके शरीर में कूलिंग का असर बना रहता है। आयुर्वेद में कई बार इस बात का जिक्र है कि सेंधा नमक को आंखों के लिए फायदेमंद बताया गया है। सेंधा नमक का सेवन आप सीमित मात्रा में करते हुए आप अपने शरीर को कई तरह से आराम दे सकती हैं। आयुर्वेद के अनुसार सेंधा नमक आपके शरीर में विटामिन और मिनरल्स को सुधारने में एक तरह का सपोर्ट देता है। साथ ही आपके शरीर की सक्रियता को भी बढ़ाने का कार्य सेंधा नमक करता है। कई अध्ययन में यह भी पाया गया है कि सेंधा नमक शारीरिक और मानसिक तनाव को भी कम करने में कारगर तरीके से कार्य करता है। कई अध्ययन में यह भी माना गया है कि सेंधा नमक लगातार होने वाली खांसी और सर्दी को भी नियंत्रित करने का काम करता है। हालांकि आपको अगर अधिक समस्या होती है, तो आपके इसके लिए डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए।
सेंधा नमक का करें सीमित इस्तेमाल

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि आपको सेंधा नमक का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करना है। क्योंकि अगर आप इसका अधिक सेवन करती हैं, तो इससे आपको नुकसान भी हो सकता है। बहुत जरूरी है कि आप इस मामले में अपने डॉक्टर की सहायता लें। कई मामलों में यह देखा गया है कि सेंधा नमक का अधिक इस्तेमाल आप में उच्च रक्तचाप की समस्या पैदा करता है। साथ ही अगर आप इसका सेवन अधिक मात्रा में खाने में करती हैं, तो आपको पाचन संबंधी भी कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। कई मामलों में यह भी सामने आया है कि इससे वजन बढ़ने की भी समस्या हो सकती है। इसके लिए जरूरी है कि आप जब भी सेंधा नमक का इस्तेमाल करें, तो चुटकी भर नमक ही डालें। अगर आप इसका ज्यादा इस्तेमाल करती हैं, तो आपके खाने में भी नमक का स्वाद अधिक बढ़ जाता है। साथ ही कई अध्ययन में यह भी दावा किया गया है कि डायबिटीज और किडनी की समस्याएं भी सेंधा नमक के अधिक सेवन से हो सकती है।
जानें नमक का इतिहास

उल्लेखनीय है कि 300 साल पहले सिंघ और पश्चिमी पंजाब की पहाड़ियों से नमक निकाला जाता था। भारत में नमक के आने का समय 1782 बताया जाता है।सेंधा नमक यानी कि पिंक सॉल्ट से हम सभी अवगत हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि नमक के इतिहास में इसे सबसे साफ नमक माना गया है। देश के बाहर सेल्टीक सी सॉल्ट ने अपनी पहचान विदेश में बनाई है, इसे फ्रांस के समुद्र तट पर स्थित ज्वार भाटे से भरने वाले तालाबों से निकाला जाता है। फिर बारी आती है, नमक के फूल यानी कि फ्लिउर दे सेल की, जो कि फ्रांस में बनाया जाता है। नमक के प्रकार की एक लंबी फेहरिस्त है। खास तौर पर काला नमक, फ्लेक सॉल्ट, ब्लैक हवाईयन सॉल्ट, रेड हवाईयन सॉल्ट, स्मोक्ड सॉल्ट, पिकलिंग स्लॅाट का नाम शामिल है।बाकी के नमक के उत्पादन से अलग सेंधा नमक ही ऐसा ही जो केवल हिमाचल प्रदेश की मंडी में निर्माण किया जाता है।गुजरात और तमिलनाडु के अलावा नमक आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, गोवा और दमन में भी नमक का उत्पादन होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर किसी को हर दिन 5 ग्राम नमक से भी कम नमक खाना चाहिए।
ऐसे करें खाने में सेंधा नमक का उपयोग
आप खाने में दाल और सब्जी में खाने की नमक की जगह सेंधा नमक डालकर इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। आप नाश्ते में फलों की प्लेट या फिर रात के खाने की डिनर में मौजूद सलाद की प्लेट पर भी सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकती हैं। साथ ही गर्मी में खुद को ताजा रखने के लिए आप गर्म पानी में सेंधा नमक स्वादानुसार डालकर सेवन कर सकती हैं। माना जाता है कि इससे आपको अंदरूनी तौर पर ताजगी महसूस होगी। आप यह भी कर सकती हैं कि नहाने के पानी में भी सेंधा नमक मिलाकर इससे नहा सकती हैं। सेंधा नमक से नहाने से शरीर में दर्द कम होता है और थकान से भी आराम मिलता है। साथ ही आयुर्वेद में यह भी माना गया है कि आप अगर शिलाजीत को सेंधा नमक के साथ सेवन करती हैं, तो इससे आपकी शारीरिक और मानसिक ताकत भी बढ़ती है।
सेंधा नमक से बनने वाली डिश
सेंधा नमक का उपयोग खासतौर पर व्रत में किया जाता है। सेंधा नमक का उपयोग खासतौर पर व्रत (उपवासी) में किया जाता है, लेकिन आप इसे सामान्य दिनचर्या में भी स्वाद और सेहत के लिए उपयोग कर सकते हैं। यहां कुछ लोकप्रिय सेंधा नमक से बनने वाली डिशेज़ हैं। आप इससे सेंधा नमक और आलू की डिश, सेंधा नमक खिचड़ी भी बना सकती हैं। सेंधा नम की खिचड़ी बनाने के लिए साबूदाना को अच्छे से धोकर रात भर के लिए भिगो दें। कढ़ाई में घी गरम करें, जीरा डालें, और हरी मिर्च डालकर भूनें। इसके बाद मूंगफली के दाने भूनें और फिर इन दानों को मिक्सर में पीस लें और दूसरी तरफ कढ़ाई में तैयार जीरा और हरी मिर्च के बाद उबले हुए आलू काटकर डालें और आलू के पक जाने के बाद साबूदाना और सेंधा नमक के साथ मूंगफली के दाने को मिलाकर इसे अच्छी तरह से धीमी आंच पर पकने दें। कुछ ही समय में आपकी खिचड़ी तैयार हो जाएगी। आप इसमें नींबू का रस और धनिया मिलाकर इसका सेवन कर सकती हैं।
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