आइए जानते ऐसे कुछ गेम्स के बारे में जो आपकी भूलने की आदत को खत्म करके आपके दिमाग को शार्प बना सकता है।
माइंड गेम्स से बनाइए अपने दिमाग को शार्प
यह बात कई रिसर्च में सामने आई है कि भाग दौड़ से भरी जिंदगी, और उससे जुड़े स्ट्रेस ने हम सभी के दिमाग पर कैसे डाला है, जिससे हम चीजों को भूलने लगे हैं। वैसे 2014 की एक रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग ब्रायन एक्सरसाइज करने वाले गेम्स या एक्टिविटीज में शामिल रहते हैं। उनकी याददाश्त और तर्क शक्ति किसी अन्य की तुलना में कई अधिक रहती है। यह बात सही है कि कुछ गेम्स ऐसे होते हैं, जो आपका मनोरंजन करने के साथ-साथ आपके दिमाग को शार्प बनाने का काम भी करते हैं। आइए जानते ऐसे कुछ गेम्स के बारे में जो आपकी भूलने की आदत को खत्म करके आपके दिमाग को शार्प बना सकता है।
वैदिक गणित
इस शब्द का सामान्य अर्थ निकलता है – वेदों से मिला गणित, यानी ऐसा गणित या गणितीय विधि जिनके बारे में वैदिक काल के ऋषियों को पता था। मौजूदा दौर में यह कई विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में जोड़ा जा रहा है। जानकारों की मानें तो वैदिक गणित सीखने से कठिन से कठिन नंबर को जोड़ने का आत्मविश्वास विकसित होता है। यह बात भी सामने आयी है कि वैदिक गणित सीखने से मस्तिष्क के बायें और दायें हिस्से के बेहतर कार्य होते हैं और आप तेजी से और सटीक उत्तर दे सकते हैं।
शतरंज का खेल
इनडोर के खेलों में शतरंज काफी प्रसिद्ध है। शतरंज के खेल को दिमागी खेल भी कहा जाता है।यह बात कई शोधों में प्रमाणित हो चुकी है कि शतरंज खेलने से डिमनेशिया जैसी बिमारी के खतरे को कम किया जा सकता है। शतरंज के खेल में खिलाड़ी को आसानी से जीत नहीं मिलती है, बल्कि इसके लिए उसे इन्तजार करना पड़ता है। इसका खिलाडियों के मनोवैज्ञानिक तौर पर भी दिमाग पर प्रभाव पड़ता है। यह आपको मुश्किल काम के दौरान सोच समझकर डटे रहने और अंत तक उसे पूरा करने के लिए प्रेरित करती है। इसके अलावा, शतरंज खिलाड़ियों की याददाश्त के साथ टाइम मैनेजमेंट की स्किल भी बेहतर करने में कारगर है। हालिया एक रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि सिर्फ चार महीने की शतरंज की ट्रेनिंग में आई क्यू लेवल में जबरदस्त वृद्धि हो सकती है।
क्रॉसवर्ड पजल
क्रॉसवर्ड ज्यादातर अखबार और मैगजीन में आते हैं, जिसमें वर्टिकल और होरिजेंटल लाइन में वर्ड्स का मेल मिलाप करवाकर नए वर्ड्स बनाये जाते हैं। आमतौर पर लोग इसे टाइम पास का जरिया मानते हैं, लेकिन असल में यह आपका मनोरंजन करने के साथ - साथ वोकेबलरी बढ़ाने में मदद करता है, जिससे हमारे दिमाग का विकास होता है। 2022 के एक अध्ययन में पाया गया कि क्रॉसवर्ड पजल मेमोरी में सुधार करने और डिमनेशिया की संभावना रखने वाले लोगों में मस्तिष्क के सिकुड़न (ब्रेन श्रिंकेज) को रोकने में विशेष रूप से प्रभावी हैं। कुल मिलाकर इससे याददाश्त बेहतर होती है।
कार्ड गेम
कार्ड गेम खेलने में बहुत अधिक सोच और साथ में स्किल लगती है, जिससे यह दिमाग के लिए बेस्ट एक्सरसाइज बन जाता है। कार्ड गेम का एक प्रमुख पहलू स्ट्रेट्जी होती है, जिसमे खिलाड़ियों को अपनी चालों की पहले से योजना बनानी चाहिए और साथ ही अपने विरोधियों के चालों का भी अनुमान लगाना पड़ता है, जिससे दिमाग को आलोचनात्मक और रचनात्मक दोनों तरह से सोचने के लिए प्रशिक्षित किया जाना पड़ता है। जिससे दिमाग को बेहतर निर्णय लेने और समस्या सुलझाने के कौशल में मदद मिलती है।
अंताक्षरी
हर भारतीय के पसंदीदा गेम्स में से एक अंताक्षरी हैं। इस गेम में आपको कम से कम दो लोग चाहिए। इस गेम में आपको वे गाने गाने होते हैं, जो आपकी प्रतिद्वंदी ने गाए थे। उस गाने के आखिरी शब्द से आपको कोई नया गाना गाना होगा। इस गेम को खेलने से लोगों की याद करने की क्षमता काफी बेहतर होती है, क्योंकि आपका दिमाग उस शब्द के गाने याद करने की कोशिश करता है। इस दौरान आपको यह भी याद रखना पड़ता है कि आपके प्रतिद्वंदी ने कौन सा गाना गए लिया है और उसे फिर से आपको दोहराना नहीं है। इस गेम से वर्ड पॉवर भी बढ़ती है।
जिगसॉ पजल
जिगसॉ पजल, अनियमित आकार के टुकड़ों का कोई भी सेट, जो ठीक से जोड़े जाने पर एक चित्र या मानचित्र या फिर कोई शब्द बनाता है। यह लोगों की याददाश्त, एकाग्रता, शब्दावली और तर्क कौशल में सुधार कर सकती हैं, जिससे आपका आईक्यू बढ़ सकता है। इसके साथ यह विजुअल मेमोरी को भी बढ़ाता है।एक अध्ययन से पता चला है कि प्रतिदिन कम से कम 25 मिनट तक जिगसॉ पजल करने से आईक्यू में 4 अंक की वृद्धि हो सकती है।
स्क्रैबल
यह गेम दिमाग की शक्ति बढ़ाने के लिए बेहतरीन माना जाता है, इसके साथ यह वोकलेबरी (शब्दावली) में सुधारने का भी एक शानदार तरीका हो सकता है। यदि आपको या आपके किसी प्रियजन को पार्किंसंस रोग या आंखो संबंधी समस्याएं हैं, तो स्क्रैबल बोर्ड सबसे बेहतरीन ऑप्शन है क्योंकि यह बहुत बड़े-बड़े अक्षरों वाले संस्करणों में आते हैं। यदि स्क्रैच से शब्द बनाना आपको भी पसंद है, तो आप अपने मोबाइल फोन में भी इस अपलोड कर सकती हैं और जब भी आपको टाइम मिले माइंड को मजबूत करने वाले इस गेम को आप खेल सकती हैं।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल
क्या माइंड गेम सचमुच माइंड को तेज बनाता है ?
कई रिसर्च में ये बात सामने आयी है कि समस्या-समाधान वाले खेलों और गतिविधियों में शामिल होना दिमाग को सक्रिय रखने का एक शानदार तरीका है। माना जाता है कि मानसिक व्यायाम के जरिये अपने माइंड को चुनौती देने से माइंड सेल एक्टिव हो जाता है।
सबसे फायदेमंद कौन सा माइंड गेम है ?
सभी माइंड गेम अपने-अपने स्तर आपके माइंड को एक्टिव बनाता है। उदाहरण के लिए, बोर्ड गेम जबरदस्त पुरानी यादों के साथ-साथ कई रणनीतियां भी प्रदान कर सकते हैं। मेमोरी गेम आपके माइंड को कंसंट्रेशन करने में मदद कर सकते हैं, वर्ड गेम एक इंटरैक्टिव अनुभव देते हैं, और जनरल नॉलेज आपको इतिहास या रुचि के अन्य क्षेत्रों से जानकारी याद करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।
क्या माइंड गेम की मदद से याददाश्त को अच्छी बनाया जा सकता है ?
कई बार बढ़ती उम्र नहीं, बल्कि गलत लाइफस्टाइल के कारण भी ज्यादातर लोगों को भूलने की आदत हो जाती है। अब दिन तारीख तो कभी साल जैसे मामूली चीज भी आसानी से याद नहीं रख पाते हैं। ऐसे में माइंड गेम के अलावा अपने लाइफस्टाइल में भी आपको बदलाव लाने की जरूरत है, क्योंकि उसके बाद ही आपके दिमाग को मजबूती मिल सकती है,जिससे आपकी याददाश्त भी अच्छी हो सकती है। यह बात कही रिसर्च में भी साबित हो गई है कि दिमाग को तेज बनाने के लिए आपको सबसे पहले उसको आराम देने की जरूरत है इसके लिए भरपूर नींद से अच्छी और क्या बात हो सकती हैं। हर दिन काम से कम 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। हम सभी जानते हैं कि हमारे शरीर को मजबूती अच्छे खान पान से मिलती है तो फिर हम क्यों दिमाग को मजबूत बनाते हुए इसकी अनदेखी कर देते हैं। दिमाग को मजबूत बनाना है तो आपको अपनी डाइट में एंटीऑक्सीडेंट और ओमेगा 3 से भरपूर फल सब्जियों को शामिल करना होगा। माइंड गेम के साथ-साथ एक्सरसाइज भी जरूरी है। हर दिन काम से कम 45 मिनट एक्सरसाइज से जरूर निकालें और और 15 मिनट मेडिटेशन को दें।अच्छी आदतों में खुद को नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रखें। नशे की लत सीधा हमारे दिमाग के सेल्स पर असर करती है, जिससे याददाश्त भी कमजोर होने लगती है।