इस बात का ख्याल रखना बेहद जरूरी है कि सिर्फ शारीरिक रूप से स्वस्थ होना ही काफी नहीं है, आपको मेंटल यानी मानसिक रूप से भी खुद को स्वस्थ रखना जरूरी है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इन दिनों हमारी जीवनशैली हद से अधिक भागदौड़ से भरी हुई है, काम का दबाव, अधिक से अधिक कामयाब होने की चाहत और सबकुछ जल्दी हासिल करने की ख्वाहिश ने दिमागी रूप से लोगों को अस्वस्थ बनाना शुरू कर दिया है। इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि हम इनदिनों जरूरत से ज्यादा सोशल मीडिया पर होते हैं और वहां भी दूसरे लोगों को देख कर खुद को परेशान करने लगते हैं कि हमें ये नहीं मिला, वो नहीं मिला। निश्चित तौर पर मेंटल हेल्थ से जुड़ी कई तरह की परेशानी होती है, जिसके लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेना ही चाहिए, लेकिन अगर नियमित जिंदगी में छोटे-छोटे बदलाव भी करेंगी तो आपको इस परेशानी से छुटकारा मिलने में थोड़ी सी आसानी तो जरूर होगी।
बागवानी
हाल ही में अमेरिकन कैंसर सोसायटी द्वारा फंड की गई एक अध्ययन के अनुसार सामुदायिक बागवानी ने पुरानी बीमारियों और मानसिक स्वास्थ्य विकारों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने बागवानी की, उन्होंने अपने समकक्षों की तुलना में अधिक फल और सब्जियां खाईं और यहां तक कि नियंत्रण समूह की तुलना में एक दिन में 1.4 ग्राम अधिक फाइबर का सेवन किया। वे अन्य लोगों की तुलना में थोड़े अधिक सक्रिय भी थे, क्योंकि उन्होंने अध्ययन अवधि के दौरान गौर किया कि जिन लोगों ने बागवानी की, वे बिना बागवानी करने वाले समूह की तुलना में कम तनाव वाले लक्षण नजर आये। शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष निकाला कि बागवानी जैसे छोटे बदलाव भी पुरानी बीमारियों के जोखिम को रोकने के तरीकों में से एक हो सकता है। तो बागवानी एक ऐसी चीज है, जिसे आपको अपनी जीवनशैली में जरूर शामिल करना चाहिए।
नया सीखना है बेहतर
मेंटल हेल्थ को बेहतर करने के लिए यह भी सबसे अच्छा तरीका है कि आप लगातार नयी चीजों को सीखती रहें, क्योंकि जब आप नया सीखती हैं तो आपके जेहन में नेगेटिव ख्याल कम आते हैं, आपका मानसिक रूप से भी नयी चीज को सीखने में ध्यान देती हैं, तब आपका दिमाग भी सकारात्मक चीजों की तरफ आकर्षित होता है। आप ज्यादा से ज्यादा सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताना पसंद करेंगी, तो उसी तरह से पॉजिटिव वाइब्स भी आएंगे और आपके दिमाग को भी सुकून मिलेगा।
अपनी पसंद का संगीत हर दिन
संगीत भी आपको हर दिन ऊर्जा से भरने के साथ-साथ आपकी मानसिक स्थिति को भी बेहतर करती है। इसलिए शोर-शराबे से दूर कोशिश करें कि आप अपनी पसंद का कोई संगीत रोजाना काम करते हुए सुनें, यह भी आपके दिमाग को शांत करने में और सुकून देने में काफी मददगार साबित होगा। संगीत सुनना आपके तनाव को दूर करता है। एक अध्ययन के मुताबिक यह साबित हुआ है कि संगीत में तीन तंत्रिका तंत्र होते हैं, जिससे दिमागी सुकून मिलता है। संगीत मानसिक परेशानी को दूर करने में भी खास भूमिका निभाता है। यह भी माना गया है कि अगर आप धीमा संगीत सुनते हैं, तो आपकी याददाश्त बेहतर हो जाती है। साथ ही नींद की परेशानी से भी छुटकारा मिलता है।
कैफीन की खुराक कम लें
हर दिन काम की थकान को दूर करने के लिए या तनाव को दूर करने के लिए जम कर कॉफी पी रहे हैं हम सब, जो की परेशानी का सबब बनता चला जाता है, इसलिए बेहद जरूरी है कि कैफीन की मात्रा को नामात्र कर दें या फिर न ही लें। सुबह उठने के साथ तो खासतौर से कभी भी यह गलती न करें कि शरीर में कैफीन पहले जाए, यह आपके मानसिक संतुलन को बिगाड़ने का काम करता है। इसलिए कॉफी या चाय जैसी चीजों से दूर ही रहें।
वर्तमान में जीने की कोशिश करें
यह भी एक जरूरी बात है कि वर्तमान में जीना बेहद जरूरी है, हमेशा भविष्य के बारे में सोचना भी आपके लिए परेशानी का सबब बनता है, आप जब जरूरत से ज्यादा सोचती हैं या सोचेंगी, आपके दिमाग में तनाव बढ़ता जाएगा और फिर कभी न कभी वह आपकी दिमाग हालत को खराब करेगा, फिर अपने दिमाग को दुरुस्त करने के लिए आपको डॉक्टर के पास जाना पड़ता है और दवाइयां लेनी पड़ती है, जबकि इन परेशानियों को दूर करने के लिए आपको बस वर्तमान में जीने की जरूरत है। छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढें, सकारात्मक लोगों के साथ रहें और दस मिनट के लिए ध्यान या मेडिटेशन जरूर करें। साल में एक या दो बार काम से फुर्सत निकाल कर कहीं बाहर घूमने जाएं।