ब्राह्मी एक प्रकार का पौधा है, जिसका इस्तेमाल करने के लिए लगभग हर आयुर्वेदिक डॉक्टर सलाह देते हैं, इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इसके साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं और बेहद आसानी से इसे कई रूपों में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह एक औषधीय पौधा होता है, जिसको फसल के रूप में उगाया जाता है, यह अधिक गर्म प्रदेश में होता है, अच्छी बात यह है कि यह पानी के नीचे भी अच्छी तरह से उग जाता है और इसके इसी गुणों के कारण यह पानी के अंदर मछलियों के बीच में भी उगता है, कई मछलीघरों में यह पौधा लगाया जाता है। अच्छी बात यह भी है कि यह जल्दी-जल्दी फैलता है और इसके सारे पत्ते हरे हो जाते हैं और इस पर सफेद रंग के खूबसूरत फूल भी होते हैं। तो आइए जानें इसके इस्तेमाल के बारे में विस्तार से।
कैसे करें इसका इस्तेमाल
अब सवाल यह उठता है कि आखिर किन-किन रूपों में आपको इनका इस्तेमाल करना है, आइए जानते हैं विस्तार से। यह तेल, वटी, कैप्सुल और कई तरीकों में मिलता है।
ब्राह्मी शरबत
ब्राह्मी का सेवन बाकी अन्य चीजों के अलावा शरबत के रूप में भी कई घरों में किया जाता है, लोग इसका इस्तेमाल इसलिए इस रूप में अधिक करते हैं, क्योंकि इसको बनाना बेहद आसान होता है, इसके लिए आपको कुछ नहीं करना होता है, बस ब्राह्मी के पौधे के पत्तों को अच्छे से कूट लेना है और फिर एक कप ठन्डे पानी में या गरम पानी में और साथ ही एक चम्मच शहद के साथ मिला लेना है, अब आप इसमें अपने स्वादानुसार काली मिर्च भी डाल सकते हैं, थोड़ा सा नमक भी डाल सकते हैं, यह आपके स्वाद को बढ़ा ही देगा, कम नहीं करेगा, बच्चों को अगर आप यह देना चाहती हैं, तो शरबत से अच्छा रूप कुछ भी नहीं होगा। इसे दिनचर्या का भी हिस्सा बनाया जा सकता है और बना ही लेना चाहिए, क्योंकि यह सेहत को नुकसान नहीं फायदे ही पहुंचाता है। अगर कभी बच्चों को सर्दी-जुकाम हो, तब भी इसके सेवन से काफी फायदा पहुंचाता है। यह शरीर के इम्युनिटी को बढ़ाता है और आगे बढ़ने के लिए मदद करता है। इसकी खूबी यही है कि यह अस्थमा की स्थिति को भी बेहतर करता है।
ब्राह्मी वटी
ब्राह्मी वटी गोली के रूप में आती है और इसे अगर हर दिन दवाई के रूप में लिया जाए, तो इसमें किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती है, इसकी खासियत यह भी है कि यह आपके मन, बुद्धि और शरीर पर भी किसी भी तरह का साइड इफेक्ट्स नहीं करता है, साथ ही इसे अगर दिन में दो बार भी लिया जाए, तो इससे कोई परेशानी नहीं होती है, इसलिए चिकित्सक हमेशा इसे दो बार लेने की राय देते हैं।
ब्राह्मी चूर्ण
ब्राह्मी का चूर्ण, ब्राह्मी के साथ और भी कई चीजें मिला कर बनाया जाता है, जब आपको शंखपुष्पी, बदामगिरि, खसखस और सूखा धनिया मिल जाये, तो आप इन सबको पीस कर एक अच्छा चूर्ण बना सकते हैं, इसके बाद आप इसे हर दिन सोने से पूर्व और सुबह में भी नाश्ते से पहले ले सकती हैं, यह आपके दिन की थकान को कम करेगा, साथ ही ऊर्जा को बरक़रार रखेगा।
ब्राह्मी घृत
ब्राह्मी घृत के बारे में आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि यह शंखपुष्पी और घी को मिलाकर बनाया जाता है, जिन्हें सिर दर्द होने पर, साथ ही कभी हाजमा ख़राब हो जाए और उन्हें अच्छी नींद की परेशानी हो, तो उससे बचाव के लिए और नींद से जुड़ी किसी भी परेशानी को सुलझाने के लिए ब्राह्मी खाने की राय दी जाती है।
ब्राह्मी के सेवन की विधि
ब्राह्मी के बारे में आपको पता होना चाहिए कि इसे अगर हमेशा गुनगुने पानी के साथ लिया जाए, तो यह काफी अच्छा होता है, साथ ही यह अगर दूध के साथ भी लिया जाए, तो अधिक असरदायक साबित होता है।
ब्राह्मी शोरबा
ब्राह्मी की पत्तियों को आपको एक अच्छे से कटोरे में ले लेना है, फिर उसमें काली मिर्च और जीरा डाल के मिला लेना है, फिर एक पैन में मक्खन को अच्छे से डालें, फिर उसको गर्म करें, फिर उसमें प्याज, लहसुन और ब्राह्मी की बत्तियों का पेस्ट डाल के मिला लें और तब तक गरम कर लेना है, जब तक यह पूरी तरह से मुलायम न हो जाये। इसके बाद, आपको कुछ नहीं करना है, बस आपको दूसरे पैन में आपको पानी, नमक, जीरा, मिर्च और चावल का आटा मिला लेना है और फिर इसको धीमी आंच पर पका लेना है। इसके बाद, आपको इस पर ध्यान रखना है कि इसमें जब उबाल आ जाए, तो इसके ऊपर से क्रीम डाल लेना है और आपका सही तरीके से शोरबा तैयार हो जायेगा।
ब्राह्मी तेल
अगर आपके पैरों में काफी दर्द है, खासतौर से जोड़ों में दर्द है, तो आपको इसके लिए ब्राह्मी तेल का उपयोग करते रहना चाहिए, अगर आपको आपको गठिया के दर्द से राहत पाने की जरूरत है और ब्राह्मी तेल से बेहतर कुछ और हो ही नहीं सकता है। यह न सिर्फ आपके शरीर, बल्कि इसकी मालिश से आपकी याददाश्त में भी फायदा होता है और बालों को भी बेहतर करने में मदद करता है।
मस्तिष्क को बेहतर करने के लिए
ब्राह्मी की एक खास खूबी यह होती है कि यह लोगों को अल्जाइमर रोग की परेशानी से दूर भगा देता है और आपकी मस्तिष्क को दुरुस्त करने में भी काफी मदद करता है, यह बात सिद्ध हो चुकी है कि यह मस्तिष्क को बेहतर करने के लिए अच्छा होता है।
लिवर के लिए
ब्राह्मी, एक ऐसा आयुर्वेदिक औषधि है, जो हर तरह से लिवर को बेहतर करने और कार्य को आगे बढ़ाने में मदद करता है, इसकी खूबी होती है कि यह लिवर के कार्य को बढ़ावा देने में मदद करती है और प्राकृतिक रूप से टॉक्सिसिटी को दूर करता है।
ब्लड प्रेशर को करता है नियंत्रण
ब्राह्मी एक ऐसी चीज है, जो आपके एंडोथेलियल तंत्र को बेहतर बनाने में हमेशा मदद करती है और आपके ब्लड प्रेशर को भी बेहतर कर देती है, इसके अलावा, यह शरीर को नाइट्रिक एसिड के उपयोग को बढ़ाने में भी सक्षम बनाता है।
एंटी ऑक्सीडेंट है अच्छा
ब्राह्मी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो आपको विभिन्न बीमारियों को रोकने में सबसे अधिक मदद करता है, इसलिए इसका तो सेवन करना ही चाहिए।
अच्छी नींद के लिए है रामबाण
ब्राह्मी के कई उपयोगों के अलावा, इसे रामबाण माना जाता है, यह नींद की बिगड़ी हालत को ठीक करता है और फिर आपको तनाव से दूर हटाता है और फिर आपकी अनिद्रा की समस्या को भी दूर कर देता है, इसलिए बेहद जरूरी है कि आप इसका उपयोग जरूर करें।
बालों के लिए ब्राह्मी
ब्राह्मी हमारे बालों को बेहतर बनाने के लिए बेहद जरूरी है, इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यह बालों के विकास के सारे कारकों को बेहतर करती है, यह स्कैल्प और हेयर मास्क तैयार करने के लिए काफी अच्छा होता है और इसे रीठा, शिकाकाई और आंवला जैसी जड़ी-बूटियों के साथ मिलाया जाता है। इसके अलावा, ब्राह्मी जड़ों को मजबूत करती है, दोमुंहे बालों का इलाज करती है और रूसी को रोकती है। इसकी खूबी यह भी है कि इसको एक अच्छा मास्क बना देना चाहिए। सरसों, नारियल या आंवला तेल, मिलाकर घर पर हेयर मास्क तैयार कर सकते हैं। इसको हफ्ते में दो बार इस्तेमाल करना चाहिए।
त्वचा के लिए अच्छा
ब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो डेड सेल्स को हटा कर, नए सेल्स को लाता है और फिर कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है, यह गर्भावस्था के बाद अगर आपके चेहरे पर परेशानी हो जाए, तो उसको भी बेहतर करता है और चेहरे की फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ावा देता है, साथ ही मुंहासों से भी छुटकारा दिला देता है।
ब्राह्मी को लेकर पूछे गए सवाल और जवाब
क्या यह अश्वगंधा के साथ भी लिया जा सकता है ?
हां, अश्वगंधा के साथ मिल कर यह मस्तिष्क और पेट दोनों के लिए बेहतर तरीके से काम करती है।
क्या खाली पेट में ब्राह्मी की खुराक ली जा सकती है ?
हां, इसे बिल्कुल लिया जा सकता है, यह पेट से जुड़ी हर परेशानी को कम करने में सहायक होता है।
क्या इसे दूध के साथ लेना सही होता है ?
हां, दूध के साथ इसे लेना हमारे मस्तिष्क के लिए काफी बेहतर हो जाता है।