कई लोगों को आपने देखा होगा, जो जांच का नाम आते ही, डॉक्टर के पास जाने में कतराते हैं। तो उनके लिए हम लेकर आए हैं एक ऐसा उपाय, जिससे उन्हें डॉक्टर के पास जाने के लिए इतना सोचना नहीं पड़ेगा। आइए जानते हैं घर बैठे 5 मिनट में स्वास्थ्य जांच कैसे कर सकते हैं।
समय-समय पर करें ब्रेस्ट का परीक्षण
आम तौर पर 40 की उम्र के बाद महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। विशेष रूप से आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में जब हम खान-पान की तरफ विशेष ध्यान नहीं दे पा रहे हैं, तो हमारी जिम्मेदारी थोड़ी ज्यादा बढ़ जाती है। हालांकि डॉक्टर के पास जाने की योजनाएं बनती हैं, लेकिन वक्त की कमी के कारण हम उसे भी टाल जाते हैं। लेकिन किसी भी बीमारी का हल्का सा संकेत मिलते ही उसे अनदेखा करना, कतई समझदारी नहीं है। ऐसे में ब्रेस्ट कैंसर को ध्यान में रखते हुए समय निकालकर आपको न सिर्फ साल में 2 बार मैमोग्राफी करवानी चाहिए, बल्कि समय-समय पर घर पर ही अपने ब्रेस्ट की जांच भी करनी चाहिए, जिससे हल्की सी शंका होते ही आप सही समय पर डॉक्टर के पास जा सकें। घर पर ब्रेस्ट की जांच करने के लिए आप एक आईने के सामने खड़ी हो जाएं और बीच की तीन उंगलियों को आपस में जोड़कर ब्रेस्ट की बगल से बीच में लाते हुए ब्रेस्ट पर हल्का सा दबाव बनाएं। किसी तरह की गांठ या हल्का सा भी दर्द महसूस होते ही आप तुरंत डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
थायरॉइड को हल्के में न लें
आम तौर पर थायरॉइड गर्दन के नीचे गले के पास वाली ग्रंथि (ग्लैंड) में पाई जाती है, जिसके कारण गले में सूजन, मोटापा और हार्मोनल डिस्बैलेंस होते हैं। आम तौर पर महिलाएं इस बीमारी को बहुत हल्के में लेती हैं, लेकिन ऐसा करना सही नहीं है। कई बार तो उन्हें पता ही नहीं चलता कि उन्हें यह बीमारी है। ऐसे में आप घर पर ही इसकी जांच आसानी से कर सकती हैं। थायरॉइड की जांच के लिए सबसे पहले एक गिलास पानी ले लें और उसे आईने के सामने खड़े होकर घूंट-घूंट पिएं। पानी पीते हुए गर्दन को पीछे करें और उसे गले से नीचे उतरते हुए ध्यान से देखें। यदि पानी रुक-रुककर आपके गले से नीचे उतर रहा है, तो आपको थायरॉइड की जांच करवा लेनी चाहिए। इसके अलावा, यदि गले के आस-पास कोई गांठ या सूजन दिख रहा हो, तब भी आपको एक बार डॉक्टर को दिखा देना चाहिए।
दिल को दिमाग पर हावी न करें
महिलाओं में दिल की बीमारी भी अब आम हो चुकी है क्योंकि छोटी-छोटी बातों को वे अपने दिल से लगा लेती हैं और यही बातें बड़ी होकर उनके लिए नासूर बन जाती हैं। अब ऐसे में सबसे पहले कोशिश की जाए कि किसी की बातों को दिल पर लेकर उसका बोझ न बढ़ाया जाए। फिलहाल बढ़ते तकनीकी दौर में दिल की धड़कन का सही आकलन करने के लिए कई डिजिटल ऐप आ गए हैं, लेकिन आप इनके न रहने पर भी बड़ी आसानी से अपने दिल का मुआयना कर सकती हैं। इसके लिए सबसे पहले आप अपनी तर्जनी(इंडेक्स फिंगर) और मध्यमा उंगली( मीडियम फिंगर) को अपनी कलाई पर रखते हुए अंगूठे का आधार दें। अब प्रति मिनट अपने दिल की धड़कन गिनें। यदि एक मिनट में आपके दिल की धड़कन 60 से 100 के बीच है, तो आपका दिल शांत और स्वस्थ है। लेकिन अगर कोई अनियमितता नजर आती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हाथ-पैरों से लगाइए बीमारियों का पता
अपनी दोनों हाथों की तर्जनी (इंडेक्स फिंगर) उंगलियों को मोड़े और उन दोनों को एक-दूसरे के सामने रखें। यदि नाखूनों के बीच कोई जगह नहीं है, तो इसका मतलब है आपकी उंगलियां मोटी हो गई हैं और ये खून में ऑक्सीजन की कम मात्रा की सूचक है। ध्यान रखिए, खून में ऑक्सीजन की कमी से दिल के रोग और फेफड़ों की समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा पैरों का इस्तेमाल करके आप ब्रेन स्ट्रोक का पता लगा सकती हैं। इसके लिए आप अपना एक पैर ऊपर उठाएं। ध्यान रहे, आपकी कमर फर्श के सामानांतर होनी चाहिए। अब अपने उठे पैर को 60 डिग्री कोण पर 20 सेकंड तक रखें। यदि इस दौरान आपके एक पैर को संतुलन बनाने में परेशानी हो रही है, तो ये ब्रेन स्ट्रोक और डिमेंशिया का कारण बन सकती है।
चम्मच से भी कर सकती हैं जांच
चम्मच से बीमारी का पता लगाने का दावा यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो की असिस्टेंट प्रोफेसर और ब्रॉडकास्ट मेडिकल जर्नलिस्ट डॉक्टर जॉलीन हूबर ने न सिर्फ किया है, बल्कि उन्हें करके भी दिखाया है। इसके लिए एक चम्मच ले लें और उसके उभरे भाग को अपनी जीभ पर रगड़ लें। जब उस पर अपने मुंह की लार की एक परत चढ़ जाए, तो उसे किसी साफ पॉलीथिन पैकेट में पैक कर दें। अब इस पैकेट को एक मिनट के लिए प्रकाश में रख दें। एक मिनट बाद उसे खोलकर देखें। यदि उसमें से मीठी गंध आ रही हो, तो आपको डायबिटीज हो सकती है। यदि चम्मच पर पीली परत आ गई हो, तो ये थायरॉइड का लक्षण है और यदि चम्मच पर सफेद परत नजर आ रही है तो इसका मतलब बॉडी इंफेक्शन है। इसके अलावा, ऑरेंज रंग की परत किडनी से जुड़ी बीमारी की तरफ इशारा करती है।