मेंटल हेल्थ यानी मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए बेहद जरूरी है कि इन बातों पर भी ध्यान दिया जाए कि आखिर वे कौन-सी चीजें हैं, जो आपको किसी भी तरह के तनाव या परेशानी से राहत दिलाएं, तो आइए इसके बारे में विस्तार से जानें कि हमारे आस-पास ऐसी कौन सी ऐसी चीजें हैं, जो आपकी वेलनेस के सेक्योरिटी गार्ड बन सकते हैं।
गार्डनिंग/ बागवानी से अच्छा कुछ नहीं
रिसर्च में यह बात सामने आई है कि पेड़-पौधों के आसपास वक्त बिताने से शरीर और मन दोनों को फायदा होता है। बागवानी करने से आप प्राकृतिक रूप से शांति और सुकून का एहसास करते हैं। चूंकि आपका काम बागवानी करते हुए कुछ निर्धारित चीजों पर केंद्र होता है, जिससे आपका ध्यान नकारात्मक चीजों पर नहीं जाता है और आप बेहद अच्छा महसूस करते हैं। आपके दिमाग में नेगेटिव ख्याल नहीं आते और आप कुछ अच्छा करने के लिए तत्पर हो जाते हैं। यही वजह है कि रिसर्च भी कहता है कि केवल पौधों के आसपास समय बिताने से कई लोगों का तनाव कम हो जाता है। रिसर्च का यह भी मानना है कि मिट्टी, धूप और हरियाली दिमाग को पूर्ण रूप से शांत करती है। एक बात और भी साबित हुई है कि इस काम से आपमें धैर्य भी आता है, आप बेचैनी जैसी चीजों से दूर होते हैं और काम पर अधिक फोकस कर पाते हैं। एक पहलू यह भी है कि बागवानी के दौरान आपका शारीरिक एक्सरसाइज भी होता है और उससे भी आपको तनाव से मुक्ति मिलेगी। साथ ही बागवानी करते हुए आप दूसरों के करीब आते हैं और फिर टीम वर्क के रूप में भी काम करते हैं, तो इससे भी आपके मानसिक स्वास्थ्य को लाभ पहुंचता है।
किताबें बहुत सी पढ़ते रहिए
किताबों के बारे यह बात जानना बेहद जरूरी है कि किताबें कभी हमें धोखा नहीं देते हैं, यह बात भी रिसर्च से सामने आई है कि मेंटल हेल्थ के लिए किताबें बहुत अच्छी होती हैं। दरअसल, यह माना गया है कि जिन लोगों को किताबें पढ़ने का शौक होता है, वे लोग कहानियों और तथ्यों को पढ़ने में खो जाते हैं, ऐसे में वे लोग कुछ समय के लिए ही सही अपने तनाव को पूरी तरह से भूल जाते हैं, साथ ही अगर आपको नींद न आने की समस्या होती है, तब भी आपको पढ़ने की आदत डालनी चाहिए। यह भी बात अध्ययन से सामने आई है कि किताबें पढ़ने से लोग भावनात्मक रूप से अधिक सोचते हैं और लोगों को लेकर वे दयालु और विनम्र भी बनते हैं। अध्ययन में यह भी पाया गया कि 30 मिनट पढ़ने से रक्तचाप, हृदय गति और मनोवैज्ञानिक संकट की भावनाएं उतनी ही प्रभावी ढंग से कम हो गईं जितनी कि योग और हास्य ने कम की, तो इस लिहाज से भी किताबें काफी अच्छी होती हैं।
म्यूजिक /संगीत के लय में तनाव दूर
यह बात शोध से सामने आई है कि यह अवसाद और चिंता के प्रभाव को कम कर सकता है म्यूजिक सुनना और संगीत सुनना। दरअसल 2019 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जिन कॉलेज छात्रों ने दो महीने तक हर दिन शास्त्रीय संगीत सुना, उनमें चिंता का स्तर काफी कम हो गया। इसके अलावा, वर्ष 2016 के एक अन्य अध्ययन में यह बात सामने आई है कि ऊंचाई से डरने वाले लोगों के साथ भी संगीत और चिंता के बीच का एक कनेक्शन देखा गया है, इसमें सभी प्रतिभागियों को एक लिफ्ट में नौ मंजिल तक चढ़ने को कहा गया और प्रयोग के दौरान एक समूह ने संगीत सुना और दूसरे ने नहीं। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग संगीत सुनते थे वे संगीत न सुनने वालों की तुलना में अनुभव के तनाव से तेजी से उबर गए। यह भी बेहतर होगा कि आप संगीत न सिर्फ सुनें, बल्कि कोई वाद्ययंत्र भी सीखना चाहिए।
कुकिंग में है तनाव को दूर करने की कला
एक बात जो शोधकर्ता मानते हैं कि आपके तनाव और डिप्रेशन का एक बड़ा कारण अकेलापन होता है और कुकिंग एक ऐसी कला है, जिसमें आप अपनी कला को अकेले भी निखार सकते हैं, इसलिए बेहद जरूरी है कि आप अगर अपने आप को तनाव से दूर करना चाहती हैं, तो कुकिंग कला भी आपके लिए खास हो सकती है। खाना बनाना फायदेमंद है, क्योंकि यह आम तौर पर लोगों को एक साथ लाता है और परिवार के लोगों से जोड़ता है, दरअसल पाक कला में जब आप माहिर हो जाती हैं, तो आपको कुछ क्रिएटिव संतुष्टि भी मिलती है और इस कारण भी आप अंदरूनी खुशी मिलती है और आप बेहतर तरीके से आगे बढ़ पाती हैं। यह आपके लिए स्ट्रेस बस्टर बनता है और साथ ही जब आप खाने की चीजों से भी एक रिश्ता बनाते हैं, तो धीरे-धीरे आप बेहतरी की तरफ बढ़ती हैं। यह आपको सुव्यवस्थित करने में भी काफी मदद करता है।
एक्सरसाइज करने से मिलती है मदद
एक रिसर्च से यह बात सामने आई है कि एक्सरसाइज करने से मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में मदद मिलती है, यह आपकी कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को बेहतर बनाता है और फिर आप मोटापा, डायबिटीज और शेष शारीरिक समस्याओं को संतुलित रखने में कारगर साबित होते हैं। ऐसे में जब हम शारीरिक समस्याओं से दूर रहते हैं, तो मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।