केवल निजी जीवन में रिश्ते में होने वाली समस्या को रेड फ्लैग समझना और उससे बाहर आना जरूरी है। ठीक इसी तरह से सेहत के लिए भी कई सारे रेड फ्लैग होते हैं, जिसे हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं। रेड फ्लैग ऐसे होते हैं, जो कि हमारी सेहत को लेकर लगातार इशारा करते रहते हैं, जिसे हम अनदेखा कर देते हैं। डायटीशियन अमिता तांबेकर ने इस बारे में बात की है कि आखिर सेहत से जुड़े कौन से रेड फ्लैग हैं, जिनके बारे में हमें जरूर पता होना चाहिए।
थकान, कमजोरी, चिड़चिड़ापन

आज कल की भागदौड़ वाली जिंदगी का तनाव एक हिस्सा बन चुका है। अक्सर महिला समझती है और इसे अनदेखा कर देती है । लेकिन यह थकान और कमजोरी वक्त के साथ उनके जीवन का हिस्सा बन जाती हैं। यह एनीमिया और विटामिन बी 12 की कमी के लक्षण भी हो सकते है । यह आगे चलकर गंभीर बीमारी का हिस्सा बन जाती है। शरीर में मौजूद इस कमी को पूरा करने के लिए सबसे जरूरी है कि खान-पान में सुधार किया जाए। खाने में मिलेट्स, सब्जियों के साथ फलों का सेवन करना चाहिए।
मांसपेशियों में दर्द

यह भी विटामिन डी की कमी के वजह से हो सकता है। यह पर्याप्त मात्रा में धूप नहीं मिलना, शरीर आहार में से विटामिन डी अब्सॉर्ब न कर पाना, कुछ लिवर और किडनी से जुड़ी समस्या ये कारण हो सकते है। इसकी जांच पड़ताल करना जरूरी है। रोज सुबह की 11 बजे तक की धूप ये विटामिन डी के लिए अच्छी होती हैं।
बिना डायट और एक्सरसाइज के वजन कम करने वाले पोस्ट्स

आज कल मोटापा ये एक बहुत बड़ी समस्या बन चुका है, जिसकी वजह से बहुत सारी स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियां हो सकती है और ये आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी खराब कर सकता है। महिलाएं बहुत बार जब मिलती हैं, तो सबसे पहला ध्यान उनका वजन पर ही जाता है, इस वजह से वजन कम कैसे किया जा सकता है, ये महिलाएं सोचती रहती है और सोशल मीडिया पर प्रभावित करने वाली ऐसे पोस्ट्स या विज्ञापन का शिकार बन जाती है। वजन बहुत जल्दी और गलत तरीके से कम होना भी सेहत की बहुत बड़ी परेशानी हो सकती है। जरूरी है कि अपनी सेहत और खान-पान को लेकर डायटीशियन या फिर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बुखार और सांस लेने में तकलीफ

अगर कई दिनों तक बुखार रहता है या फिर सांस लेने में तकलीफ होती है, तो इसे भी सेहत के लिए रेड फ्लैग माना जाता है। केवल यहां-वहां से दवाई लेकर आपको इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। इस तरह की किसी भी समस्या के लेकर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आगे चलकर यह बड़ी समस्या को आकार दे सकती है।
शरीर में प्रोटीन की कमी
शरीर में किसी भी तरह की कमजोरी और थकान महसूस करना भी आपको अनदेखा नहीं करना चाहिए। कई बार कमजोरी को हम पूरे दिन की थकावट का नाम देते हैं, इससे कई तरह की परेशानी आगे चलकर आपके शरीर में पैदा हो सकती है। शरीर में कमजोरी इस बात का संकेत देती है कि आपको प्रोटीन और अच्छे खान-पान की आवश्यकता है। ऐसे में आपके लिए बहुत जरूरी है कि अपने सेहत की आवाज सुनें और उस रेड फ्लैग की तरफ देखें, जो आपका शरीर आपको किसी न किसी तरह से शरीर के जरिए संकेत देता रहता है।