यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि महिलाएं हर साल अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाती हैं। हर बीते हुए साल के साथ हमारे पास कई ऐसी महिलाओं की लंबी फेहरिस्त रहती है, जो कि अपनी प्रतिभा का विश्व में बखान करती आयी हैं। इस बार हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे करियर और फाइनेंस के क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी विजय पताका को लहराते हुए प्रेरणा बनी हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त और कॉरपोरेट मामलों की केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के पास ज्ञान का भंडार है। यहां तक कि वे फोर्ब्स के 100 मोस्ट पॉवरफुल वुमन में से एक रही हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले वे साल 2017 से साल 2019 तक रक्षा मंत्री रह चुकी हैं। उन्होंने लगातार महंगाई और मानव हित से जुड़े कई सारे अहम फैसले लेती आयी हैं। राजनीति और समाज में अपने किए गए कार्यों के लिए उन्हें कई सारे पुरस्कार मिले हैं। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई अहम फैसले लिए हैं। खासतौर पर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और किसान सम्मान निधि योजना ।
इशिता किशोर
साल 2023 में यूपीएससी टॉपर के नाम से अपनी पहचान कायम करने वाली इशिता किशोर प्रेरणा बन चुकी हैं। सिविल सेवा परीक्षा में उनका विषय राजनीति शास्त्र और अंतरराष्ट्रीय संबंध रह चुका है। 27 साल की इशिता का सिविल सेवा परीक्षा का तीसरा प्रयास रहा है, जिसमें वो सफल रही हैं। इशिता का कहना है कि वो देश के लिए कुछ करना चाहती हैं, इसके लिए उन्हें लगा कि सिविल सेवा सही मंच है और कई घंटों की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने टॉप किया है। इशिता ने कहा है कि वो जहां भी रहेंगी अपने देश और राज्य के लिए मौका मिलने पर काम करेंगी।
किरण मजूमदार शॉ
भारत की लोकप्रिय व्यवसायी हैं किरण मजूमदार शॉ। किरण मजूमदार टेक्नोक्रेट अन्वेषक और बायोकॉन की संस्थापक हैं। इसके साथ उन्हें अपने योगदान और कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया है। उनका नाम विश्व की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में भी शामिल है।
रेणु सूद कर्नाड
एक प्रतिष्ठित बैंकिंग कम्पनी की प्रबंध निदेशक रेणु सूद कर्नाड हैं। उन्होंने भारत के वित्तीय उद्योग पर गहरा प्रभाव डाला है। उनके अनुभव के आधार पर उन्होंने अपने प्रतिष्ठित बैंक को सबसे सम्मानित वित्तीय संगठनों में से एक बनने में सहायता मिली है। ज्ञात हो कि अपने करियर में रेणु सूद कर्नाड ने कई सारे सम्मान अर्जित किए हैं। उन्हें लगातार तीन सालों तक एशिया में व्यवसाय में सबसे शक्तिशाली महिला का पुरस्कार मिला है। जाहिर सी बात है कि अपनी योग्यता के बलबूते रेणु सूद आने वाले पीढ़ी का मार्गदर्शन करती आ रही हैं। उन्होंने पुरुष प्रधान उद्योग में अपनी काबिलियत को अपने कार्य के बल पर बखूबी बयान किया है।
नैना लाल किदवई
नैना लाल किदवई एक और बैंकिंग कंपनी की ग्रुप इंडिया की कंट्री हेड और ग्रुप जनरल मैनेजर रह चुकी हैं। इसके साथ ही उनकी उपलब्धि की फेहरिस्त हर साल बढ़ती ही रही है। उन्होंने कई प्रमुख पदों पर कार्य किया है। इससे पहले वे जेएम मॉर्गन स्टैनल की उपाध्यक्ष, हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की ग्लोबल एडवाइजर के साथ कई अन्य पदों पर सफलतापूर्वक कार्य किए हैं। नैना लाल किदवई पहली भारतीय महिला हैं, जिन्होंने किसी विदेशी बैंक का भारत में संचालन किया है। साल 2007 में उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया है।