मां और बेटी ने जब अपने ही घर में नजदीक से कैंसर की जंग देखी को देखा तो उन्होंने हिम्मत हारने की जगह एक नयी शुरुआत की कैंसर सर्वाइवर्स के लिए। उन्होंने मिल कर कैंसर सर्वाइवर के लिए बनाना शुरू किया विग। आइए जानते हैं इनके बारे में।
कौन हैं ये मां-बेटी
ये मां बेटी हैं कविता और आकृति गुप्ता, जो कि कैनफेम का संचालन करती हैं। दरअसल, यह एक पहल है, जहां स्तन कैंसर से जंग जीत चुकीं महिलाओं को एक बार फिर से आत्मसम्मान देने की एक पहल करने की कोशिश है, जहां बजट में विग से लेकर प्रोस्थेसिस से लेकर ब्रेसियर बनाये जाते हैं। इसकी स्थापना इन्होंने 2020 में की थी। अब तक इन्होंने पूरे भारत में महिलाओं के लिए 5,500 प्रोस्थेटिक्स, जिनमें स्तन प्रोस्थेसिस, ब्रा, विग और बहुत कुछ बनाया है।
ऐसे आया आइडिया
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अपने पिता को जब कैंसर से जंग लड़ते देखा, तो उस दौरान अस्पताल जाते हुए उनके जेहन में यह बातें कई बार आयीं कि उन्हें कैंसर से जंग जीत रहे लोगों के लिए कुछ करना चाहिए। जब कविता लगातार महीने के 20 दिन अस्पताल में बिताती थीं, उस वक़्त उन्हें महसूस हुआ कई डॉक्टर्स से बातचीत करके कि जो महिलाएं कैंसर से जंग जीत कर आगे बढ़ना चाहती हैं, कई महिलाओं के लिए ब्रेस्ट प्रोस्थेटिक खरीदना बजट से बाहर था। तब इन्होंने तय किया कि फिर से महिलाओं को अच्छा महसूस कराने के लिए वे विग और इसके अलावा और भी चीजें बनानी शुरू करेंगी।
ऐसे शुरू किया काम
गौरतलब है कि मां कविता ने विभिन्न सामग्रियों के ऊपर काम करना शुरू किया, फिर डॉक्टरों से बातचीत शुरू की, साथ ही सस्टेनेबल चीजें बनाने की कोशिश की, ताकि त्वचा में किसी तरह की एलर्जी न हो। आख़िरकार, छह महीने की कड़ी मेहनत के बाद, ब्रेस्ट प्रोस्थेसिस बनाना शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने पोस्ट सर्जरी कपड़े बनाने भी शुरू किये। इस प्रोडक्ट को एम्स के डॉक्टर से मान्यता प्राप्त हुई और फिर इन्होंने मेहनत को जारी रखा।