बात जब भी ताकत के इस्तेमाल की आती है, तो आपने जेहन में एक छवि बना रखी है कि ताकत दिखाने वाले किसी भी काम को तो एक पुरुष ही अंजाम दे सकता है। लेकिन लेडी बाउंसर दीपा परब ने इस सोच को निराधार साबित किया है। जी हां, दीपा परब एक ऐसी मिसाल हैं, जिन्होंने न सिर्फ खुद को इस काम में आत्म-निर्भर बनाया है, बल्कि वह कई सारी लड़कियों को भी अपने ट्रेनिंग ग्रुप ‘रंगरागिनी’ के माध्यम से बाउंसर बनाने की ट्रेनिंग तो देती ही हैं, साथ ही उनके लिए रोजगार के भी माध्यम खोल रही हैं। पुरुषों के एकाधिकार वाले क्षेत्र में उन्होंने किस तरह से एंट्री ली और फिर धाकड़ पहचान बनायीं, जानने के लिए पूरा वीडियो देखिए।