हर घर और हर घर के रंग कुछ न कुछ बातें कह जाते हैं और आपके व्यक्तित्व को दर्शा जाते हैं, ऐसे में आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आपके घर में इस्तेमाल किया गया रंग आपसे या आपके बारे में क्या कहता है।
क्रिएटिव लोगों की पसंद
अगर आप एक क्रिएटिव फील्ड या क्षेत्र से संबंध रखती हैं या किसी भी कला के क्षेत्र से जुड़ी हैं, तो आपके घर में भी आपको कुछ इसे ही रंग भर देने चाहिए, ताकि आपके घर का रंग, आपके व्यक्तित्व को पूर्ण रूप से दर्शाने के लिए काफी हो। जैसे हरे, नीले या लाल रंग के पर्दे आपके कमरे के लिए सबसे अच्छे रहेंगे, क्योंकि यह एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि यह आपकी रचनात्मकता को और बढ़ावा देने के लिए काफी होते हैं। साथ ही फर्नीचर में भी आपको हरे और नीले रंग के फर्नीचर का इस्तेमाल अधिक करना चाहिए। हल्के गुलाबी रंग की दीवारों भी घरों में खूबसूरती देंगी। सफेद और ग्रे या स्लेटी रंगों को भी क्रिएटिव लोग अपने घरों का हिस्सा बनाना पसंद करते हैं।
रॉयल जीवन है जिनका
आपने हमेशा से अगर शानदार तरीके से जीना पसंद किया है और आपको हमेशा रॉयल ट्रीटमेंट ही पसंद आया है, तो आपको अपने घरों में भी रॉयल रंगों का इस्तेमाल अधिक करना चाहिए। बैंगनी, पर्पल और ब्लू रंगों को रॉयल्टी पसंद लोगों को अपने घरों में जगह देनी चाहिए। आपके पर्दों के रंगों से लेकर, दीवारों और सिनरी और पेंटिंग में अगर ये रंग उभर कर आएंगे, तो यह आपके व्यक्तित्व को दर्शा देंगे कि आप रॉयल जीवन को पसंद करती हैं।
शांति और सुकून से जीते हैं लोग
नीला रंग शांति और सुकून पसंद लोगों का रंग है, इसलिए अगर आप किसी के घर जाएं और आपको अधिकतर चीजों में नीला रंग नजर आये तो समझ जाएं कि वे शांति और सुकून से रहने वाले लोग हैं और अपनी जिंदगी में वह किसी भी तरह के विवाद से दूर रहना ही पसंद करेंगे।
फिटनेस क्षेत्र से जुड़े लोगों का मनचाहा रंग लाल
एक बात पर आप और गौर करके देखेंगी, तो देखेंगी कि किसी भी जिम या फिटनेस सेंटर में ज्यादा से ज्यादा गहरे ब्लू और रेड या लाल रंग का इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि लाल रंग हर किसी के लिए ऊर्जा से भरपूर दृष्टिकोण लेकर आता है, इसलिए फिटनेस के क्षेत्र से जुड़े लोग लाल रंग का अधिक इस्तेमाल अपने घरों में करते हैं।
क्या है रंगों से जुड़ा मनोविज्ञान
हर रंग का अपना एक मनोविज्ञान होता है। जी हां, रंगों का मनोविज्ञान दरअसल, इस बात का अध्ययन करता है कि अलग-अलग रंगों का हमारे मन और शरीर पर अलग-अलग मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ सकता है। जैसे नीला रंग शान्ति का प्रतीक माना जाता है, जबकि लाल को एक ऊर्जा से भरपूर रंग माना जाता है। इसलिए यह माना जाता है कि हमें अपने घर के लिए रंग चुनते समय अपने विचारों को दुरुस्त रखना और स्पष्ट रखना बेहद जरूरी है।