जीवन की भागदौड़ के बीच सबसे जरूरी है मानसिक सेहत का ध्यान रखना। जब भी हमें सिर दर्द या बुखार महसूस होता है, तो हम डॉक्टर के पास जाकर या फिर दवाई की दुकान से दवा लेकर खुद को ठीक करने की कोशिश करते हैं, लेकिन तनाव या फिर मानसिक परेशानी से बाहर आने के लिए कोई उपाय नहीं करते हैं। हम अपनी परेशानी को आने वाले कल पर टालते हुए दूसरे कामों में व्यस्त हो जाते हैं। जानकारों का मानना है कि ऐसा करना हमारी मानसिक सेहत के लिए ठीक नहीं है, वहीं यह भी स्वीकार किया गया है कि तनाव से बाहर आने के लिए थेरेपी बेहद मददगार साबित हो सकती है, जो कि आपके मानसिक तनाव से राहत देने का काम करती है। आइए जानते हैं विस्तार से।
आर्ट थेरेपी
तनाव दूर करने के लिए आर्ट थेरेपी सबसे अधिक प्रचलित मानी गई है। आर्ट थेरेपी का मतलब होता है कला से जुड़ी हुई थेरेपी। इसमें आप अपनी किसी हॉबी को भी शामिल कर सकती हैं। कई ऐसे चिकित्सक ऐसे हैं, जो कि तनाव से आपको दूर रखने के लिए हॉबी पर काम करने की सलाह देते हैं। इसमें स्कल्पटिंग के साथ कुकिंग भी शामिल है। माना जाता है कि आर्ट अपने साथ आपको अपनी कला का विकास करने का मौका देता है। अपनी कला के साथ समय बिताने के दौरान आप किसी भी प्रकार के तनाव से खुद को दूर रखते है। आपकी मानसिक शक्ति का भी विकास होता है, साथ ही आप में धैर्य बढ़ता है और आप अपनी कम्युनिकेशन स्किल को भी बढ़ाता हैं।
म्यूजिक थेरेपी
संगीत अपने साथ ही सुकून लेकर आती है। आप अपने पसंदीदा संगीत के साथ खुद को तनाव से दूर कर सकती हैं। म्यूजिक थेरेपी में आप अपने पसंदीदा संगीत को अपने मोबाइल की प्ले लिस्ट में शामिल करें। जानकारों का मानना है कि म्यूजिक थेरेपी तब सबसे अधिक काम करती है, जब आपके दिमाग में विचारों की लंबी फेहरिस्त घूम रही हो और आप किसी न किसी तरीके से खुद के दिमाग को शांत करना चाहती हैं। आप खुद भी इस थेरेपी को अपना सकती हैं। इसके लिए केवल अपनी प्ले लिस्ट से अपने पसंद के गाने के संगीत को खुद के दिल तक पहुंचाकर म्यूजिक थेरेपी काम करती है या नहीं इसका प्रयोग भी कर सकती हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक याददाश्त, डिप्रेशन और तनाव से जुड़ी बीमारी में म्यूजिक थेरेपी ने अपना काम बखूबी किया है।
डांस थेरेपी
डांस थेरेपी भी तनाव और मानसिक परेशानी से आपको दूर करने में सहायक होती है। एक स्टडी में पाया गया है कि अगर आप नियमित तौर पर डांस थेरेपी को अपनाती हैं, तो आप अपने तनाव और डिप्रेशन के स्तर को कम कर सकती हैं। आप अपनी पसंद के डांस फॉर्म को सीखने के लिए क्लासेस भी ले सकती हैं। हर दिन डांस क्लासेस में बिताया गया एक घंटा भी मानसिक तनाव को दूर करने में सहायता करता है। यह भी माना गया है कि डांस थेरेपी भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए सही मानी गई है। यह आत्मविश्वास को बढ़ाता है। आप इसके लिए डांस थेरेपिस्ट की भी सहायता ले सकती हैं।
पोएट्री थेरेपी
अपनी पसंद का लिखना और अपनी पसंद का पढ़ना, यह पोएट्री थेरेपी में शामिल है। खास तौर पर पोएट्री राइटिंग यानी कि कविता लिखना और कविता पढ़ना। इसकी सहायता से आप अपने मन की बातों को खुलकर लिख सकती हैं। लिखना ठीक ऐसा ही होता है कि आप अपने मन की बात किसी अपने के साथ साझा कर रही हैं। कहते हैं बोलने और लिखने से मन का बोझ हल्का होता है, यानी कि मन के अंदर की परेशानी कम होती है। इससे मानसिक परेशानियों के दौरान हिम्मत मिलती है और आप खुद को आत्मविश्वास से भरा हुआ पाते हैं। साथ ही तनाव से बाहर आने का रास्ता भी आपको दिखाई पड़ता है।
पेंटिंग थेरेपी
पेंटिंग तनाव दूर करने और आपके ख्यालों की दुनिया में क्रिएटिविटी का विस्तार करने में सहायक होती है। माना गया है कि तनाव दूर करने के लिए पेंटिंग और ड्राइंग एक कारगार रास्ता है। पेंटिंग करने से ध्यान केंद्रित करने की शक्ति बढ़ती है। साथ ही याददाश्त की शक्ति भी बढ़ती है। पेटिंग करने से आपको अपने विचारों को समझने में आसानी होती है। आप अपनी भावनाओं पर भी संयम पा सकते हैं। पेंटिंग से आत्मविश्वास बढ़ता है और आप अपना खुद का आकलन भी कर पाते हैं। यह समझ पाते हैं कि आपके लिए सही-गलत क्या है। पेंटिंग के जरिए आप अपनी भावनाओं को भी खुलकर बता सकते हैं। तनाव दूर करने का यह सबसे सटीक और सही तरीका माना जाता रहा है।