परिवार की जिम्मेदारियां निभाना निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है, लेकिन खुद की सेहत का ख्याल रखना और अपने लिए जीना भी उतना ही जरूरी है। आइए जानते हैं अपने प्रियजनों की देखभाल के साथ अपनी फिटनेस और हेल्थ चेक-अप को आप कैसे मैनेज कर सकती हैं।
समय-समय पर करवाती रहें हेल्थ चेक-अप

जब आप स्वस्थ रहेंगी, तभी अपने परिवार की सही तरीके से देखभाल कर पाएंगी, इसलिए खुद को न भूलें। अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए खुद को प्राथमिकता दें और डेली हेल्थ चेक-अप करवाने के साथ एक बैलेंस्ड लाइफस्टाइल अपनाएं। याद रखिए, जब आप स्वयं फिट और हेल्दी रहेंगी, तभी अपने प्रियजनों की देखभाल अच्छे से कर पाएंगी। ऐसे में कोशिश करें कि अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए साल में कम से कम एक बार डॉक्टर से फुल बॉडी चेक-अप करवाती रहें और नियमित रूप से ब्लड प्रेशर, शुगर, कोलेस्ट्रॉल और अन्य जरूरी टेस्ट करवाती रहें। यदि आपको किसी किसी बीमारी के संकेत नजर आ रहे हों, तो उन्हें नजरअंदाज करने की बजाय बिना देर किए डॉक्टर से सलाह ले लें। इसके अलावा नियमित रूप से अपने पीरियड्स, हॉर्मोनल चेंजेस और बोन हेल्थ की जांच भी करवाती रहें।
फिटनेस का रखें बेहतर ख्याल
स्वास्थ्य की देखभाल के मद्देनजर डेली हेल्थ चेक-अप के साथ जरूरी है कि अपने फिजिकल हेल्थ के साथ मेंटल हेल्थ के लिए एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें। कोशिश करें कि मॉर्निंग-इवनिंग वॉक या हल्की-फुल्की एक्सरसाइज के जरिए अपने शरीर को आप हर रोज कम से कम 30 मिनट तक एक्टिव रखें।
आप चाहें तो फिटनेस के लिए डांस या जिम के साथ बच्चों के साथ खेलना या सीढ़ियां चढ़ना भी अपना सकती हैं। बस इस बात का ख्याल रखें कि इन सबमें घर के कामों की व्यस्तता आपके आड़े नहीं आनी चाहिए और न ही आप किसी तरह का बहाना बनाकर अपनी एक्सरसाइज को स्किप करें। हालांकि फिजिकल फिटनेस के साथ मेंटल फिटनेस भी बेहद जरूरी है। इसके लिए आप योग के साथ मेडिटेशन करें। ध्यान रखिए अपने लिए समय निकालकर, अपने शौक और खुशियों के लिए भी समय निकालना आपके मेंटल और फिजिकल हेल्थ में बेहतर संतुलन बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।
मेंटल फिटनेस भी है जरूरी

प्रतिदिन मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज के साथ मेंटली फिट होने के साथ स्ट्रेसफ्री थेरेपी के तौर पर आप अपनी पसंद का कोई काम भी कर सकती हैं, जैसे कुछ पढ़ना, म्यूजिक सुनना, गार्डनिंग या पेंटिंग करना इत्यादि। इसके अलावा आप चाहें तो अपनी किसी पुरानी दोस्त या सहेली से भी बात कर सकती हैं, क्योंकि लाइफ में घर-परिवार और वर्क लाइफ को मैनेज करने में सबसे पहले आप अपने उन दोस्तों की कुर्बानी दे देती हैं, जो कभी आपके चेहरे की मुस्कान ही नहीं, बल्कि आपके हर सवाल का जवाब हुआ करते थे। ऐसे में उनसे दुबारा मिलें, बातें करें और पुराने दिनों को याद करें। यदि आपको लगे तो जरूरत पड़ने पर दोस्तों, परिवार या थेरेपिस्ट से बात करने में हिचकिचाएं नहीं। वैसे आपकी फिटनेस का राज, आपके खाने में भी होता है, सो जंक फूड और बहुत ज्यादा तला-भुना खाने की बजाय पोषण से भरपूर आहार लें और बच्चों को भी सही खान-पान की आदतें सिखाएं।
पर्याप्त नींद को दें प्राथमिकता
सबका ख्याल रखने का ये मतलब नहीं है कि आप अपनी नींद से ही समझौता कर लें। ध्यान रखिए 7-8 घंटे की अच्छी नींद, आपके मेंटल हेल्थ के साथ फिजिकल हेल्थ के लिए भी बहुत जरूरी है। संभव हो तो सोने से एक घंटा पहले स्क्रीन टाइम कम कर दें और रिलैक्सिंग रूटीन अपनाएं। साथ ही हफ्ते में कम से कम एक दिन अपने लिए रखें, जब आप सिर्फ अपनी खुशी के लिए कुछ करें। आप चाहें तो अपने परिवार को भी अपनी हेल्दी लाइफस्टाइल में शामिल कर सकती हैं। जैसे आप अपने परिवार और बच्चों के साथ मिलकर एक्सरसाइज के तौर पर मॉर्निंग वॉक, योग या साइकलिंग कर सकती हैं। यदि रोज संभव नहीं तो कम से कम वीकेंड पर आउटडोर गेम्स या ट्रेकिंग जैसी एक्टिविटीज करें, जिससे पूरे परिवार की सेहत बनी रहे।
'ना' कहना सीखें

कई बार हम दूसरों को खुश करने के चक्कर में अपनी सेहत और जरूरतों को नजरअंदाज कर देते हैं। अगर कोई काम आपकी मानसिक या शारीरिक सेहत पर असर डाल रहा है, तो बिना संकोच उसे मना करें, लेकिन उसे लेकर गिल्ट में न रहें। खुद को सराहें और पॉजिटिव रहें। छोटी-छोटी उपलब्धियों को सेलिब्रेट करें, चाहे वो हेल्दी खाना खाने की आदत हो या रोज एक्सरसाइज करने की। पॉजिटिव सोच अपनाएं और खुद को हमेशा मोटिवेट रखें। इन सबमें सबसे जरूरी, रोजमर्रा की भागदौड़ में अपने लिए ‘मी-टाइम’ निकालना न भूलें। याद रखिए आपकी सेहत सिर्फ आपके लिए ही नहीं, बल्कि आपके अपनों के लिए भी बेहद कीमती है।