दिवाली आने में अब बस कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं, ऐसे में किचन की खिड़की में कोई धूल न रह जायें, सोफे में मैल जमी न रह जाए, इस बात का पूरा ख्याल हमारे घर की मम्मियां, बहनें, पत्नी या भाभी ही रख रही हैं। जिस तरह दिवाली में पूजा-पाठ की एक खास परंपरा हमारे समाज में है और इसकी तैयारियां कई महीने पहले से शुरू हो जाती है, लेकिन इसके साथ ही साथ ही इस बात की भी पूरी योजना बन जाती है कि हफ्ते में किस दिन किस रूम की सफाई होगी। अगर आप होम मेकर हैं, तो हफ्ते में दिन के हिसाब से सबकुछ तय होता है और अगर आप वर्किंग वीमेन हैं, तो आप अपने वीकेंड्स को पूरी तरह से दिवाली की सफाई के लिए समर्पित कर देती हैं। ऐसे में साफ-सफाई के बाद, घर के डेकोरेशन की खरीदारी, मिठाई-पकवान सबकी प्लानिंग की जिम्मेदारी भी घर की महिलाएं ही संभालती हैं, तो इन सबके बीच उनके लिए सेलिब्रेशन कहां। क्या वाकई में वह इन कामों को करते हुए, पर्व के जश्न को एन्जॉय कर पाती हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
सुपरवुमन नहीं बनें
अमूमन महिलाओं की यह भी चाहत होती है कि वह हर काम को खुद अपने माथे पर लेकर चलना पसंद करती हैं। ऐसे में वह हर काम में आगे-आगे रहने की कोशिश करती हैं और चाहती हैं कि परिवार में और किसी को परेशान नहीं करें, नतीजन सारी तैयारियों के बाद, जब दिवाली का दिन आता है, उस वक्त वे बीमार हो जाती हैं, इसलिए बेहद जरूरी है कि सुपर वुमन बनने की कोशिश करना बेवकूफी है, इससे केवल आप अपने लिए बीमारी का घर बढ़ा रही हैं, जबकि जरूरी है कि कुछ कामों को न कहना सीखें।
बांटें जिम्मेदारी
आप घरेलू महिला हों या फिर वर्किंग वुमन आपको इस बात का ख्याल रखना ही होगा कि आपको अपने घर के हर सदस्य को घर की सफाई, डेकोरेशन के काम और बाकी मिठाई या स्नैक्स बनाने में किस तरह का सहयोग चाहिए, इस तरह आपके परिवार के सदस्य के साथ, आपके बच्चों में भी जिम्मेदारी उठाने की एक समझ आएगी। घर के छोटे सदस्य को भी लाड़ प्यार में न बिगाड़ें, उनसे भी काम करवाएं।
शॉपिंग कुछ महीने पहले ही
दिवाली के मार्केट काफी समय पहले ही सज जाते हैं, ऐसे में बेहद जरूरी है कि शॉपिंग करने के लिए लास्ट मोमेंट का इंतजार न करें और फेस्टिवल के वक्त सामान को अधिक परखने और परफेक्शन के चक्कर में न फंसें, वरना आप बाजार दौड़ती ही रह जाएंगी, साथ ही अपनी एक लिस्ट अपने साथ लेकर जाएं और पूरी खरीदारी एक दिन में ही करें, सुबह निकल कर चली जाएं।
घर की डोमेस्टिक वर्कर का भी सम्मान
अमूमन यह भी होता है कि हम घर के सारे काम निबटाते हुए हम कई बार भूल जाते हैं कि हमारे घर जो काम करने वालीं डोमेस्टिक वर्कर आ रही होती हैं, उन्हें भी अपने घर पर काम होंगे। उन्हें ओवर लोड न करें, एक दिन में सारी साफ-सफाई लेकर न उठें, एक दिन एक कमरा करके दिनों को बांटें, इससे आपकी हेल्पर को भी काम करने में दिक्कत नहीं होगी और उनका भी स्वास्थ्य नहीं बिगड़ेगा। साथ ही दिवाली में उन्हें बोनस देने में न कतराएं, स्वीट्स और कपड़ों के साथ-साथ उनके साथ इमोशनल बॉन्डिंग भी करें।
खुद के लिए निकालें समय
घर के सारे काम निबटाने और सबकी शॉपिंग करते हुए अपने लिए भी समय निकालना जरूरी है। ऐसा हरगिज न करें कि आप अगर पूरे परिवार के लिए शॉपिंग कर रही हैं, तो फिर अपने लिए समय निकालना भूल जाएं, जैसे बाकी चीजों की योजना बनी है, इसकी भी योजना बनाएं और इसमें किसी तरह का समझौता नहीं करें।
कुछ नहीं होगा, अगर एक मिठाई कम बन जायेगी
जी हां, यह सच है कि घर आये मेहमान को भी आपके हाथों की बनी मिठाई ही पसंद हो, लेकिन पर्व-त्यौहार में कई काम होते हैं, जरूरी नहीं है कि आप सबकुछ परफेक्ट ही करें और ढेर सारी मिठाई बनाएं, बिना इसके भी जो आपको प्यार करने वाले हैं, करेंगे ही, हमेशा किसी के अप्रूवल का इंतजार न करें और एक मिठाई का आयटम कम भी बनाएंगी, तो इसमें कोई हर्ज नहीं होगा, सो इस बारे में अधिक सोचना बंद करें। हो सके, तो अच्छी मिठाइयां बाजार से भी ऑर्डर की जा सकती है। जरूरत से ज्यादा एफर्ट दिखाने में साल के और भी कई दिन बचते हैं।
सोशल मीडिया पोस्ट परफेक्ट फेस्टिवल से बचें
आजकल महिलाओं के लिए यह भी एक और टास्क बन गया है कि उन्हें अपना सबकुछ बेस्ट दिखाना है, सोशल मीडिया पर, ऐसे में कई बार उन्हें लगता है कि सोशल मीडिया पर शेयर करना है, तो सबकुछ अच्छा हो, फिल्मों जैसा हो, हमें दूसरे से परफेक्ट रहना है, इस चक्कर में महंगी खरीदारी और शारीरिक मेहनत दोनों में वह अपना समय देती हैं, इसलिए जरूरी है कि आप सोशल मीडिया के दिखावे से दूर रहें, यकीन मानिए असल मायने में पर्व को एन्जॉय कर पाएंगी।