क्या इस बात की कल्पना की जा सकती है कि मोबाइल के एक बटन के जरिए रिश्तों की गांठ बांधी जा सकती है। जी हां, मुबारक हो, आप इसी सोशल मीडिया के सफर के साथ अपनी जिंदगी की हर उतार-चढ़ाव के साथ हर सुख-दुख को हर दिन साझा कर रहे हैं। तभी तो कहते हैं कि सोशल मीडिया के रिश्ते भी खास होते हैं। दिलचस्प यह है कि सोशल मीडिया के रिश्तों में मिठास भरपूर होता है। जहां पर आपके दिल की बात सुनने के लिए हजारों की संख्या होती है। सोशल मीडिया पर साथ और सहयोग के लिए लाइक और शेयर की कई सारी उंगलियां दिखाई देती हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि सोशल मीडिया के रिश्ते कैसे खास होते हैं।
रेसिपी से बनाया रसोई का रिश्ता
सोशल मीडिया पर खाने की रेसिपी की भरमार है। कई महिलाएं ऐसी हैं, जो कि अपने खाने की रेसिपी अपने घर के कीचन से साझा करती हैं। इंस्टाग्राम, फेसबुक और यू ट्यूब के जरिए अपने हाथ के हुनर में मौजूद पाक कला के महत्व को बढ़ा रही हैं। कई महिलाएं ऐसी हैं, जिनके खाना बनाने की खूबी के जरिए स्वाद का रिश्ता कायम किया है। महिलाएं अपने प्रांत, अपने शहर और अपने घर के खाने को देश के कोने-कोने में पहुंचा कर खान-पान का रिश्ता कायम करती हैं। सोशल मीडिया के जरिए एक घर में बनने वाली पारंपरिक रेसिपी कैसे दूसरे शहर या फिर दूसरे देश के किसी कोने में पकती है, तो अपने साथ स्वाद के साथ प्रेम और सम्मान का रिश्ता भी कायम करती है।
कहानी के जरिए हुई अपनी बात
सोशल मीडिया को कहानी की दुनिया कहना गलत नहीं होगा। जहां पर कई लोग अपने जीवन के अनुभव के साथ हर दिन के अनुभव, हर यात्रा के अनुभव के साथ जीवन के सुख और दुख के अनुभन को साझा करते हैं। रिश्ता, जहां कमेट्स के जरिए कभी सहानुभूति बनकर आता है उनको कभी लाइक और शेयर के जरिए अपनापन बरसाता है। खुशी का एक पोस्ट हार्ट वाली इमोजी से भर जाता है, तो वहीं दुख के पोस्ट पर चिंता और हिम्मत वाले कमेंट मन के बोझ के साथ आंखों के बहते आंसूओं के लिए भी हौसला बन जाता है।
ट्रिप के जरिए यात्रा कनेक्शन
यात्रा पर जाने का अनुभव और भी खुशनुमा बन जाता है, जब ट्रिप की तस्वीरों को पोस्ट करने के बाद कमेंट्स का नजारा और भी यादगार बन जाता है। सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई यात्रा की तस्वीरें फिर से उस जगह से जुड़ाव गहरा कर देती है, जहां से शरीर भले लौट आए, लेकिन मन वापसी कभी नहीं करना चाहता है। सोशल मीडिया पर यात्रा की फोटो उन लोगों के लिए यात्रा का साथी भी जरूर बनता है, जो उस जगह पर जाने की योजना में रहते हैं। कई लोगों के पोस्ट पर यात्रा में आई दिक्कत और सहूलियत की जानकारी किसी अनजान व्यक्ति के लिए गाइड वाला रिश्ता निभाता है।
सोशल नेटवर्क पर खुला शॉपिंग डेस्टिनेशन
सोशल मीडिया पर इंस्टाग्राम और फेसबुक पेज के जरिए कई महिलाएं शॉपिंग सेंटर भी शुरू कर चुकी हैं। जहां पर लाइव आकर कम कीमत में आप अपनी सुविधा अनुसार कपड़े, ज्वेलरी खरीद भी सकती हैं और बेच भी सकती हैं। लखनऊ की कुर्ती से लेकर जयपूर के दुपट्टे तक सोशल मीडिया ने पूरे हिंदुस्तान के शॅापिंग डेस्टिनेशन को एक पेज पर लाकर खड़ा कर दिया है।
न्यू मॉम के लिए सपोर्ट का रिश्ता
न्यू मॅाम के लिए भी सपोर्ट और सलाह का पिटारा भी सोशल नेटवर्क बन जाता है। जब बच्चे के जन्म से लेकर मालिश और खुद की देखभाल से जुड़े जरूरी पोस्ट और जानकारी एक क्लिक में एक मां को दूसरी मां से जोड़ जाता है। जो एक मां के अकेलेपन का सबसे बड़ा साथी बनता है, सोशल मीडिया एक नई मां के लिए सपोर्ट और एंटरटेनमेंट का रिश्ता बन जाता है।